तीमुथियुस कर नांव में
परेरीत पऊलूस कर लिखल पहिलो चिठी
ए चिठी कर बारे में दम अकन गोएठ
परेरीत पऊलूस हर ए चिठी ला तीमुथियुस बर लिखीस हे। तीमुथियुस हर एक जवान बिसवासी रहीस। ओहर सुघर खभेर कर परचार कर काम में पऊलूस कर सहकरमी अऊ मदेत करोईया रहीस। बिसवासी मन कर मझार में ओकर एगोट बढ़िहां गवाही रहीस। ओ जबाना में गलत सिकछा देवईया मन कलिसीया कर बिसवासी मन ला भटकावत रहीन तेमन कर बिरोध में पऊलूस हर ए चिठी ला लिखीस हे। पऊलूस हर खास कएर के तीन मुख बात मन ला समझाए कर कोसिस करीस हे। सबले आगु ए चिठी हर कलिसीया में गलत सिकछा कर बिरोध में बिसवासी मन ला एक चेतावनी देथे। दूसर बात ए हवे कि पऊलूस हर बिसवासी मन ला पराथना अऊ अराधना कर बारे में समझाईस देथे। ओहर एहू ला लिखथे कि कलिसीया कर सेवक मन में का-का गुन होएक चाही। तीसर बात में पऊलूस हर तीमुथियुस ला सलाव देथे कि ओहर कईसे ईसू मसीह कर बढ़िहां सेवक बएन सकथे, माने कि सब मधे कर बिसवासी मन कर संगे ओकर का जिमेदारी हवे।
एकरले ए भाई बहिन मन तुंहू मन गलत सिकछा देवईया मन ले सवाचेती रईहा। ए चिठी ला पढ़िहा त सेवक मन कर चाल सहूर कईसे रहेक चाही ओकर बारे में तुमन बढ़िहां ले जाएन जईहा। एला पढ़े ले मसीह कर सेवा में आगु बड़हे बर परमेसवर तुमन ला आसीस देही।
ए चिठी ला खालहे लिखल भाग में बांटल गईस हे
परेरीत पऊलूस कर जोहार 1:1-2
कलिसीया अऊ कलिसीया कर सेवक मन कर बारे में उपदेस 1:3-3:16
तीमुथियुस ला ओकर सेवकाई कर बारे में उपदेस 4:1-6:21