एहूना कर लिखल सुघर खभेर
बचन हर मईनसे बनीस
1
1 सब जाएत ला सिरजे ले आगु बचन रहीस, अऊ बचन परमेसवर कर संगे रहीस, अऊ बचन हर परमेसवर रहीस। 2 एही बचन हर सब जाएत ला सिरजे ले आगु परमेसवर कर संगे रहीस। 3 ए बचन कर जरिये परमेसवर हर सब जाएत ला सिरजीस हवे, जे जाएत हर सिरजल हवे, ओ सब जाएत हर ओकरे दुवारा सिरजीस हे। 4 ओमें जीवन रहीस अऊ ओ जीवन हर मईनसे मन ला इंजोर देहत रहीस। 5 इंजोर हर अंधार में चमकथे, अऊ अंधार हर ओला बितुवाए नई सके।
6 परमेसवर एक झन ला भेजीस अऊ ओहर आईस, जेकर नांव एहूनाa रहीस। 7 एहर एकरले आईस, कि ओ इंजोर कर गवाही देहे, तेमेकि ओकर जरिये सब कोनो बिसवास करें। 8 एहूना हर तो खुद इंजोर नई रहीस। बकिन एकर बर आए रहीस कि ओ इंजोर कर गवाही दे। 9 सबेच मईनसे मन ला सही डगर देखोईया सचा इंजोर हर संसार में अवईया रहीस।
10 ओहर संसार में रहीस, अऊ संसार हर ओकरे दुवारा सिरजल रहीस, तबोले संसार कर मईनसे मन तो ओके नई चिनहींन। 11 ओहर अपन लोग मन जग आईस अऊ ओकर अपनेच मन ओके नई अपनाईन। 12 बकिन जेतना झेमन ओके अपनाईन अऊ ओकर नांव ऊपर बिसवास करीन, ओमन के परमेसवर कर लईका छउवा, होए कर हक देहिसे। 13 ओमन तो सिरिप लहू ले अऊ देंह ले bअऊ मईनसे मन कर इछा ले परमेसवर कर लईका छउवा नई बनीन हे, बलकी परमेसवर खुद अपन इछा ले ओमन ला अपन लईका छउवा बनाईस हे।
14 ओ बचन हर मईनसे बईन के हमर मंझारे डेरा करीस। ओहर दाऊ परमेसवर कर एकेच ठन बेटा लागे। अऊ ओकर महिमा ला देखे ले हमके पता चलीस कि परमेसवर केतना दयालू अऊ केतना सचा हवे। 15 बतिसमा देवईया एहूना हर ओकर बारे में गवाही देहीस अऊ चिकेर के कहीस, “एहर ओही लागे, जेकर बारे में मंए कहे रहें कि जे मोर पाछू अवईया हवे, ओहर मोर ले महान हवे, काबरकि ओहर मोर जनम कर आगुवे ले रहीस।” 16 काबरकि ओकर दया अऊ सचाई कर भरपूरी ले हमरे सब झन आसीस कर ऊपरे आसीस पाए हन। 17 काबरकि परमेसवर कर कानून तो अगमजानी मूसा कर दुवारा देहल गए रहीस, बकिन परमेसवर कर दया अऊ सचाई ईसू मसीह कर दुवारा मिलीसे। 18 परमेसवर ला कभोंच कोनो नई देखीसे। बकिन ओकर एकेच ठे बेटा जेकर बढियां नाता ओकर जग हवे, ओही हर परमेसवर ला परगट करीस हे।
एहूना हर ईसू कर बारे में गवाही देथे
19 जे घनी एरुसलेम सहर कर तनिक एहूदी नेता मन, मंदिर कर आजक मन ला अऊ ओजग सेवा करोईया दूसर लेवी मन ला एहूना बतीसमा देवईया जग ए पूछे बर भेजीन कि “तंए कोन लागस?” 20 त ओहर गवाही देहे बर बिगर आना कानी करे माएन लेहीस कि “मंए परमेसवर कर भेजल मसीह ना लागों।”
21 तेकर ओमन एहूना जग पूछीन, “त फेर तंए कोन लागस? का तंए एलीयाह अगमजानी लागस?” एहूना हर कहीस “मंए ओ ना लागों।” त फेर ओमन पूछीन, “का तंए ओ अगमजानी लागस, जेके ला हमरे अगुरत ही?” त एहूना हर जबाब देहीस “नही।”
22 तेकर ओमन एहूना जग पूछीन, “त फेर तंए कोन लागस? तंए अपन बारे में हमके ला कांही बताओ, तेमेकि हमरे अपन भेजोईया ला कांही जबाब दे सकी। तंए अपन बारे में का कथस।” 23 तेकर एहूना हर जवाब देहीस, जेकस एसायाह अगमजानी हर कहीस हवे “मंए सुनसान जघा में एगोट चिकरेदार कर अवाज लागों, कि तुमन परभू ला आए बरीक डगर ला सोज बनावा।” 24 जेमन ला फरीसी दल कर नेता मन एहूना जग पूछे बर भेजे रहीन। 25 ओमन बतिसमा देवईया एहुना जग एकस पूछीन, “अगर तंए परमेसवर कर भेजल मसीह ना लागस अऊ ना एलीयाह, अऊ ना ओ अगमजानी लागस जेके ला हमरे अगुरत हन? त फेर बतीसमा काबर देथस?”
26 एहूना हर ओमन के जबाब देहीस, “मंए तो सिरीप पानी में बतीसमा देथों, बकिन तुमन कर मंझारे एक झन मईनसे ठड़होईस हवे, जेके तुमन नई चिनहा। 27 मतलब जे मोर पाछू अवईया हवे, ओकर पनही कर बांधल डोर ला छोरोवईया एगोट गुलाम बने कर लाईक तो मंए नई हों।” 28 ए सब गोएठ हर एरदन नदी कर ओ पार बएतनियाह गांव में होईस, जिहां एहूना बतीसमा देहत रहीस।
29 दूसर दिन एहूना हर ईसू ला अपन कती आवत देख के कहीस, “सुना, एहर परमेसवर कर भेजल भेड़ी छउवाc लागे, जेहर संसार कर सब मईनसे मन ला ओमन कर पाप ले मुकती देवाही। 30 एहर ओही लागे जेकर बारे में मंए तुमन के कहे रहें, एगोट मोर पाछू अवईया हवे, जे मोर ले महान हवे काबरकि ओहर मोर जनम कर आगु ले रहीस। 31 मंए तो ओके नई चिनहत रहें कि ओहर परमेसवर कर भेजल मसीह लागे, तबोले मंए पानी में बतीसमा देहत आएं एकर ले कि ओके इसराईल देस कर सब मईनसे मन चिन जाएं।”
32 एहूना हर ईसू कर बारे में एकस गवाही देके कहीस, “मंए पबितर आतमा ला परेंवा कस सरग ले आवत देखें, अऊ ओहर ईसू कर ऊपरे बईठ गईस 33 मंए तो ओके नई चिनहत रहें, बकिन जे परमेसवर हर मोके पानी में बतीसमा देहे बर भेजीस, ओही हर मोके कहीस, जेकर ऊपरे तंए पबितर आतमा ला ऊतरत अऊ बईठत देखबे, ओही हर पबितर आतमा ले बतीसमा देवईया हवे। 34 अऊ मंए ए सब ला होवत देखें अऊ गवाही देहत हों कि एहीच हर परमेसवर कर बेटा लागे।”
एहूना कर चेला मन ईसू कर पाछू होए लेहीन
35 ओकर दूसर दिन एहूना अपन दूई ठन चेला मन कर संगे फेर ओजग ठड़होए रहीस। 36 अऊ एहूना हर ईसू ला जात देखीस अऊ कहीस, “देखा, एहर परमेसवर कर भेजल भेड़ी छउवा लागे।” 37 तेकर ओ दुनो चेला मन एहूना कर ए गोएठ ला सुईन के ईसू कर पाछू होए लेहीन। 38 ईसू मूईड़ के पाछू कती ले ओमन के आवत देखीस अऊ ओमन जग पूछीस, “तुमन ला का चाही?”
39 ओमन ईसू ला कहीन, “हे रबी, मतलब ए गुरूजी तंए कहां जग रहथस?” ईसू हर ओमन के कहीस, “चला, त देख लेईहा।” तेकर ओमन जाए के ईसू रहत रहीस ओ जघा ला देखीन। अऊ ओ दिन ओमन ईसू कर संगे रहीन। ओ घनी सांझ जुआर करीबन चाएर बजत रहीस।
40 जेमन एहूना कर गोएठ ला सुईन के ईसू कर पाछू होए लेहे रहीन, ओ दुनो चेला में ले एक झन हर समोन पतरस कर भाई अनदरियास रहीस। 41 ओहर सबले आगु अपन सगा भाई समोन पतरस जग भेंटाईस अऊ ओके कहीस, “हमके मसीह भेंटाए गईस हवे (मानेकि परमेसवर कर अभिसिकत)।” 42 तेकर अनदरियास हर समोन ला ईसू जग लानीस। ईसू हर समोन ला देख के कहीस, “तंए एहूना कर बेटा समोन लागस, तंए काइफा कहाबे (मतलब कि पतरस)।
ईसू हर फिलिपुस अऊ नतनएल ला बलाथे
43 दूसर दिन ईसू गलील परदेस में जाए बर करीस, त ओजग ईसू हर फिलीपुस जग भेंटाईस अऊ कहीस, “तंए चेला बएन के मोर पाछू होए ले।” 44 फिलीपुस हर बेतसएदा सहर कर रहोईया रहीस, अनदरियास अऊ पतरसोच हर ओहीच सहर कर रहोईया रहीन। 45 तेकर फिलीपुस हर नतनएल जग भेंटाईस अऊ ओकर जग कहीस, “जेकर बारे में मूसा हर कानहूंन कर किताब लिखीस हवे अऊ अगमजानीयो मन लिखीन हवें, ओहर हमके भेंटाए गईस हवे, ओहर ईसुफ कर बेटा नासरत गांव कर ईसू लागे।
46 नतनएल हर ईसूफ जग कहीस, “का नासरत ले कोनो बढ़ियां चीज निकेल सकथे?” फिलीपुस हर ओके कहीस, “तंए आए के खुद देख ले।” 47 ईसू हर नतनएल ला अपन कती आवत देख के ओकर बारे में कहीस, “देखा एहर सहीच में इसराईली लागे, एकर में छल कपट नईए।” 48 नतनएल हर ईसू ला पूछीस, “तंए मोके कईसे जानथस?” ईसू हर ओके जबाब देहीस, “फिलीपुस हर तोके बलाईस ओकर आगूच ले मंए तोके देखे रहें जब तंए अंजीर कर रूख कर खालहे रहे।” 49 नतनएल हर ईसू ला जबाब देहीस, “ए गुरुजी, तंए परमेसवर कर बेटा लागस, तंए इसराईल कर राजा लागस।”
50 ईसू हर ओके ला कहीस, “मंए तोके ए कहें कि, अंजीर कर रुख कर खालहे तोके देखे रहें, का तंए सिरीप एकर ले बिसवास करथस? तंए एकरो ले बड़खा-बड़खा काम ला देखबे।” 51 फेर ईसू हर नतनएल ला कहीस, “मंए तोर जग फूरोंच कहथों कि, तुमन सरग ला उघरल अऊ परमेसवर कर सरग दूत मन ला मंए मईनसे कर बेटा मोर ऊपरे ऊतरत अऊ चढ़त देखिहा जेहर सरग अऊ भूईहां कर मंझारे सिढ़ी कस हवों।”