फिलिप्पी शेहरे मेह्‍णु
जे प्रतिनिधि पौलुसे चिट्ठि
सोचे कि तुस कोई औखु कम करण लगो असे। होर अगर कोई एई कइ धिक तुसी जोई साथोठ दियाल त तुसी कि खुशी ना भुन्ति ना? सच्चु बोते त असी ती खुशी भुन्ति त अराम बि मेता। किस कि असी पता असा कि यक जेईं केआं दुई जेईं खरे असे। तोउं त जपल बि अस बाणे बुणे कते त कामी तोपते। अस जब्बर कम कते तोउं बि असी सुसुर खुशी ना मेती। हें यार कार असी धाम कर कइ, पातर पीआई कइ हें मन खुश करण जे कोशिश बि कते। तोउं बि धाम जुए साते साते हें खुशी, मज्जा बि मुक घेन्ता। हें मन घड़ी घड़ी पुछता, काश ए सम्हाई कष्ट त उहियाम अब मुक घेन्ताथ। त अस कुछ रोज शान्ति त चैन जुए बिश सकतेथ।
इस चिट्ठि अन्तर असी एईएं घटना मेती। मसीहे प्रतिनिधि पौलुस इस चिट्ठि लिखुण लगो असा। तेन बि यक खास कम करण जे दन रात यक किओ थी। फिलिप्पी शेहरे मेह्‍णु तसे कम अन्तर तसे मदत किओ थी त तसे जरूरत पूरा किओ थी। इस बझई जुए से इस चिट्ठि अन्तर तेन्हि धन्यवाद देन्ता त बोता कि जे मेन्धे शक्ति देन्ता, तसे बेलि अउं हर यक हाले सामणा कइ सकता। इस चिट्ठि लिखते टेम से जेहेल अन्तर कैद थिआ। तोउं बि से बोता कि खुशी मनाए! अउं दुबारी बोता कि खुशी मनाए! ई नेईं की से दोषी थिआ, पर से त बोता कि “मोउं केआं बध कइ खरा मेह्‍णु होरा कोई नेईं। तोउं बि मेईं अपु सोब गन्‍द-फन्‍द समझ कइ दूर लाड दुतो असी।”
त फिलिप्पी शेहरे मेह्‍णु तसे केस कम अन्तर मदत किओ थी त तसे की जरूरत पूरा किओ थी? कोउं तसे धे शक्ति देन्ताथ कि से हर हाले सामणा करणे हिम्मत रखताथ? जेहेल अन्तर कैद भोई कइ बि तस कोढ़िआ एती खुशी मेतीथ की से सम्हाई जे खुशी मनाण जे बोता? तस की एती कीमति चीज मेओ थी कि से अपु सोब कुछ गन्‍द-फन्‍द समझ कइ दूर लाड देणे बोता? इन्हि सोबी सवाली के जवाब तोपुण जे इस चिट्ठि पढ़े।
विषय सूची
नमस्कार (1:1-2)
पौलुसे धन्यवाद त प्रार्थना (1:3-11)
ना रुकणे बाड़ी खुश खबरी (1:12-30)
यीशु मसीहे ईं गुण रखण (2:1-18)
पौलुस तिमुथियुस फिलिप्पी शेहर लंघाण (2:19-24)
पौलुस इफ्रुदितुस फिलिप्पी शेहर लंघाण (2:25-30)
मसीह जाणणे मुल (3:1-21)
खुशी मनाए (4:1-9)
दान जे पौलुसे धन्यवाद (4:10-20)
अखिरि बोके त नमस्कार (4:21-23)