पौलुस इफिसुस मिं
(प्रेरितों १९:१-१२)
19
1 जब अपुलोस यूनान देश मिं छी, उ बखत पौलुस घुमि-घुमिबेर इफिसुस पुजौ। वां एक दिन वीक भेट लगभग बार विश्वासियोंक दगाड़ है। a 2 पौलुसल उनुधैं पुछौ, "के विश्वास करण बखत तुमुकैं पवित्र-आत्मा मिलछा?" उनुल कौ, "ना, हम यैक बारि मिं के नि जाणन।" 3 फिर पौलुसल उनुधैं पुछौ, "तब तुमुकैं कस किसमक पाणिक-बपतिस्मा मिलौ?" उनुल कौ, "यहूनाक किसमक।"4 यौ सुणिबेर पौलुसल उनुधैं कौ, "यहूनाक पाणिक-बपतिस्माक मतलब यौ छी कि तुम आपण पापक पश्चाताप करिबेर परमेश्वरक बॉट मिं हिटो। यहूना यौ लै कूंछी कि म्यर बाद उणी मुक्ितदाता मिं भरौस करिया। और ऐल यौ मुक्ितदाता ऐ गो, और उं प्रभु यीशु छन।" 5 यौ सुणिबेर उनुल यीशुक नामल पाणिक-बपतिस्मा ले। 6-7 और जब पौलुसल उनुमिं आपण हात धरौ, तब उनुमिं पवित्र-आत्मा उतरौ, जैल उं अलग-अलग भाषा मिं बुलाण और उ बात करण लागीं जो परमेश्वरल उनुकैं कूण दे।
8 यैक बाद पौलुस तीन म्हैण तलक बेधड़क सभा-घर मिं जैबेर यहूदियो कैं परमेश्वरक राज्यक बारि मिं परचार करनै और उनुकैं समझूनै रौ। 9 लेकिन उनुमिंबे थ्वाड़ मैंस भौतै जिद्दी छी और उनुल यौं बातों मिं के विश्वास नि कर, और सभा-घर मिं यौं बातोंक खिलाफ लै बुलाण लागीं। यैक लिजी पौलुस दुसॉर विश्वासियोंक दगाड़ यहूदियों बे अलग है गोय, और रोज परमेश्वरक बचनक परचार तुरंतुसक स्कूल मिं करण लागौ।
10 वील यौ काम द्वी साल तलक इसिकै लगातार करौ, जैल यौ ऑशिया प्रदेशॉक सब मैंसोंल परमेश्वरक बचन सुणौ। 11 और पौलुसक जरियल परमेश्वरल मैंसों कैं भौत दंग कर दिणी काम करीं। 12 यां तलक कि अगर क्वे बिमार मैंस पौलुसक रूमाल या झाड़न कैं लै छुङ लिंछी, तब उ भल है जांछी। और मैंसों मिंबे भूत लै निकलि जांछी।
मैंसोंक जरियल तंत्र-मंत्र बन्द हुण
(प्रेरितों १९:१३:२०)
13-14 यौ बखत सात यहूदी भैनोंल यां-वां घुमिबेर यीशुक नामल भूतों कैं निकालणक कोशिश लै करी। उनुल एक भूत धैं कौ, "यीशु, जैक परचार पौलुस करुं, वीक नामल तु यौ मैंस मिंबे भ्यार निकल।" 15 लेकिन भूतल उनुधैं कौ, "मी यीशु कैं जाणनू, और पौलुस कैं लै पछ्याणनू, लेकिन तुम को छा?" 16 यौ कैबेर उ मैंस जैमिं भूत छी, उ सबों कैं ज्यै लागौ। वील इनेरि येसि बुरिगत करि दे, कि उं सब नॉङड़ै और घैल हबेर वांबे भाजि ग्याय।
17 यौ बात वांक सब मैंसों कैं पत्त चल गेई, और इफिसुस मिं सब जॉग प्रभु यीशुक महिमा हुण लागी। 18-19 भौत मैंसोंल आपण पापों कैं कबूल करौ। उनुमिं थ्वाड़ जगरी लै छी, जनुल आपण जॉट-टुनक सबासब पुस्तक जॉम करिबेर ऑग लगै देईं। उं पचास हजार चान्िदक सिक्कों हबेर ले जादे कीम्ति छी। 20 इसिक वां परमेश्वरक बचन तेजील फैलनै और वीक असर लै बढ़नै गो।
इफिसुस मिं हाल्ल-गुल्ल
(प्रेरितों १९:२१-४१)
21 यौं सब बातोंक बाद पौलुसल मकिदूनिया और यूनानक बॉट यरुशलेम जाणक फैसॉल करौ। वील कौ, "यरुशलेमक बाद मी रोम मिं लै जैबेर यौ काम करुंल।" 22 वील आपण दगड़ुवों मिंबे तिमोथी और एरस्तुस कैं मकिदूनिया भेजौ, और आपुं थ्वाड़ दिनों तलक इफिसुस मिं रौ।
23 लेकिन पौलुसक वांबे जाण है पैली उ नगर मिं विश्वासियोंक खिलाफ हाल्ल-गुल्ल हौ। 24 देमेत्रियुस नामक सुनार अरतिमिस देवीक मंदिरक चान्िदक मूरतियों कैं बणूणक काम दिलैबेर शिल्पकारों कैं भौत काम दिलूंछी, जैल उनुकैं भौत फैद हुंछी। 25 वील यौं शिल्पकारों और यौ काम मिं लागी दुसॉर कामदारों कैं लै जॉम करिबेर कौ, "तुम सब जाणछा कि यौ कामल हमेरि कतुक जादे आमदनी हुं। 26 लेकिन तुमुल देख-सुण रॉखौ कि उ पौलुसल पुर ऑशिया मिं मैंसों कैं समझै-समझैबेर भड़कै है कि हातल बणाई मूरती मिं द्याप्त नि हुंन। 27 यैल न केवल हमर कारोबार मिं फरक पड़णौ, बल्किन अरतिमिसक मंदिरोंक लै के मानि नि रओ। जो देवीक पुज यौ देश और पुर धरति मिं हुं, वीक नाम-निशाण सब मिटि जॉल!"
28 यौ सब बात सुणिबेर मैंसों कैं रीश ऐ गेई, और उं जोर-जोरल अरतिमिस जिंदाबादक नॉर लगूण लागीं। 29 यौ बातल पुर नगर मिं हड़-बड़ाहट मचि गेईं। उं पौलुसक दगड़ुवों गायुस और अरिस्तुर्खुस कैं खींचबेर आपण सभाक सामण ली गेईं। 30 पौलुस लै उ सभा मिं जाण चांछी, लेकिन विश्वासियोंल उकैं नि जाण देय। 31 ऑशियाक थ्वाड़ ठुल सैप पौलुसॉक दगड़ु छी। उनुल लै वीक लिजी बिनती करिबेर जबाब भिजवा कि तुम उ सभा मिं जाणक हिम्मत नि करिया!
32 उ सभा मिं हकाहाक मचि रैछी, सब अलग-अलग बात कूणाछी। भौत मैंसों कैं यौ लै मालुम नि छी कि हम यां किलै जॉम है रयूं। 33-34 तब थ्वाड़ यहूदी मैंसोंल सिकंदर नामक मैंस कैं भीड़ कैं समझूणक लिजी अघिल धक्यै दे। लेकिन जब उ मैंसों धैं बात करण लागौ, तब उनुकैं मालुम चलौ कि उ यहूदी छु। और उनुल वीक बात अणसुणी करिबेर द्वी घन्ट तलक जोर-जोरल यौ नॉर लगाई, "इफिसीक अरतिमिस जिंदाबाद! इफिसीक अरतिमिस जिंदाबाद!" 35 आखिरकार उ नगरक सैपल भीड़ कैं शांत करिबेर कौ, "भाइयो, यौ बात कैं को नि जाणन कि इफिसुस नगरकि अरतिमिस देवी महान छु और हम मंदिर और अगाश बे छुटी वीक मूरतिक हिफाजत करणी छूं? 36 यैक लिजी कि यौ बात सांचि छु, तुमुकैं शांत है जाण चैं और बिन सोच-समझियैं के नि करण चैन। 37 तुम जनुकैं पकड़िबेर यां ल्यै राछा, उनुल न तो मंदिर बे चोरि करी, और न हमेरि देवीक बुराइ करी। 38 अगर देमेत्रियुस और वीक कारीगरों कैं इनुबे के शिकायत छु, तब यैक लिजी अदालत खुली छु। 39 और अगर तुम के और चांछा, तब यैक लिजी भली कैबेर मैंसोंक बैठक करो। 40 आजक हाल्ल-गुल्लक कारणल रोमी सरकार हमुकैं परेशान करि सकुं, किलैकि हम उनुकैं यैक के कारण नि बतै सकन।" 41 यौ सब कैबेर वील सब मैंसों कैं वांबे भेजि दे।