रूत - एक भलि ब्वारि
यहूदा मिं अकाल
(रूत १:१-५)
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1 यौं सालोंक बीच मिं जब इस्रायल देश मिं अकाल पड़ौ, तब एलीमेलेक नामक एक मैंस आपण परिवार कैं लिबेर बैतलहम गौं बे मोआब देश मिं बस गोय। वीक घरवाइक नाम नामी छी, और उनार द्वी च्यालोंक नाम छी महलोन और किल्योन। 3 लेकिन वां पुजणक थ्वाड़ बखत बाद एलीमेलेक मरि गोय और वीकि स्यैणि और वीक च्याल वां यकलै रै ग्याय। 4 वीक बाद नामीक द्विवै च्यालोंल द्वी मोआबी चेलियोंक दगाड़ ब्या करौ। 5 लेकिन वीक थ्वाड़ बखत बाद नामीक द्विवै च्याल लै मरि ग्याय। तब नामी वां बिल्कुल यकलै है गेई। और नामी मोआब मिं कुल दस साल तलक रै।रूतक फैसॉल
(रूत १:६-१८)
6 जब नामील मोआब देश मिं यौ सुणौ कि प्रभु परमेश्वरल आपण मैंसों मिं दया करिबेर खॉण-पिण और हरेक चीजकि भरपूरी दी रॉखी, तब वील यौ तय करौ कि हम यांबे आपण देश वापिस जांनू। 7 यैक लिजी उ आपण द्विवै ब्वारियों कैं लिबेर बैतलहम गौं जाणक लिजी बॉट लागी। 8 लेकिन बॉट मिं नामील आपण द्विवै ब्वारियों धैं कौ, "तुम आपण-आपण मैत लौट जाओ। और जस तुमुल आपण घरवॉल और उनर बाद आज तलक म्यर लिजी भल करौ, मी प्रभु परमेश्वर धैं विनती करनू कि उं लै तुमर लिजी उसै करो। 9 तुमर दुबार ब्या हबेर घरबार जम सको।" यौ कूणक बाद नामील आपण ब्वारियों कैं अङाव खितौ, लेकिन उनुल जोर-जोरल डाड़ मान-मानै कौ, 10 "ना, ना, हम लै त्यर दगाड़ त्यर मैंसोंक वां जरूड़ उंनू।" 11 लेकिन नामील कौ, "ब्वारियों, तुम आपण-आपण मैत लौट जाओ, तुम म्यर दगाड़ के करला? 12 किलैकि मी तो बुड़ि छूं और ऑब नॉनतिन लै पैद नि करि सकन। अगर आज मी आपण ब्या करूं और म्यार च्याल लै हो, तो के तुम उनर जवान हुण तलक रुकि रौला? 13 ना, यौ नि है सकन। और म्यर दु:ख तुमर दु:ख हबेर जादे छु, किलैकि ऐल परमेश्वरल म्यर तरफ ऑख बुजि रॉखी।" 14 तब ब्वारी फिर जोर-जोरल डाड़ मारण लागीं और ठुल वालि ब्वारि आपण सॉस कैं अङाव हालिबेर आपण मैत हुं जानै रै। पर रूत नामकि नानि वालि उकैं नि छोड़। 15 नामील रूत धैं दुबार कौ, "जसिक तेरि जिठाणी आपण मैंसों और उनर द्याप्तोंक पास लौट गे, उसै तु लै कर।" 16 लेकिन रूतल कौ, "ना, मी यस नि करन। और ना तुम मिधैं यस करणक लिजी कौ। किलैकि जां तुम जॉला मी वैं ऊंल, जां तुम रौला मी लै वैं रूंल। और तुमार मैंस म्यार मैंस ह्वाल, और तुमर परमेश्वरकि अराधना मी लै करुंल। 17 और तुमर मरणक बाद लै मी उ जॉग मिं रूंल जां तुमुकैं दफनाई जॉल। और जब मी मरुंल, तब मिकैं लै उ जॉग मिं दफनाई जाओ। और अगर मरण है पैली मी के कारणल तुमुहै अलग हूंल, तो परमेश्वर मिकैं और लै सजा दियो।" 18 जब नामील देखौ कि रूत मि हबेर अलग नि हुण चांनि, तब फिर वील उधैं के नि कौय।
सॉस-ब्वारि बैतलहम पुजीं
(रूत १:१९-२२)
19 मोआब देश बे हिटन-हिटनै जब नामी और रूत द्विवै सॉस-ब्वारि आपण गौं बैतलहम पुजीं, तब उनुकैं देखिबेर पुर गौंवॉल दंग रै ग्याय। और स्यैणी एक-दुसर धैं पुछण लागीं, "के यौ वी नामी छा, जो दस साल पैली अकालक बखत आपण परिवारक दगाड़ जानै रै?" 20 लेकिन नामील उनुधैं कौ, "तुम मिकैं नामी झन कओ, किलैकि सबों है ठुल परमेश्वरल मिकैं भौत दु:ख देईं। 21 जब मिं यांबे जाणौछी, तब म्यर पास सुहाग और औलाद सब छी। लेकिन जब आज मी वापिस यां उणयूं, तब म्यर पास यौ के लै न्हैं। मी भली कै उजड़ गोयूं। यैक लिजी किरपा करिबेर तुम सब मिकैं मारा कओ।" a 22 इसिक नामी आपणि मोआबी ब्वारि रूतक दगाड़ आपण गौं बैतलहम पुजी, उ बखत वां जौं कटाइ हैरैछी।