पौलुस कुरिन्थुस मिं
(प्रेरितों १८:१-२३)
18
1 यैक बाद पौलुस अथेने नगर छोड़िबेर कुरिन्थुस नगर मिं आ, 2 जां उनेरि भेट अक्िवला नामक मैंसक दगाड़ है। उ थ्वाड़ै बखत पैली आपणि स्यैणि प्रिसिल्ला दगाड़ रोम बे यां ऐ रौछी, किलैकि सम्राट क्लौदियुसल यौ हुकुम दी रॉखछी कि सब यहूदी वां बे न्है जाओ। 3 पौलुस वां उनर दगाड़ रैबेर काम करण लागौ, किलैकि उनर अनुसार उ लै आपण खर्चक लिजी तम्बू बणूणक काम करछी।4 पौलुस हर ऐरामक दिन यहूदियोंक सभा-घर मिं जैबेर बात और बहस करिबेर यहूदी और यूनानियों कैं समझूणक कोशिश करछी। 5 जब सिलास और तिमोथी मकिदूनिया बे आईं, तब पौलुस आपण पुर बखत बचन सुणूण मिं बितूंछी, और यहूदियों कैं यौ सबूत दिणौछी कि यीशु परमेश्वरक वैद करी मुक्तिदाता छन। 6 पर जब उं पौलुस कैं गाइ ठोकिबेर वीक विरोध करण लागीं, तब वील उनर सामण आपण हात टट्कैबेर उनुधैं कौ, "आपण बर्बादिक जिम्मेदार तुम खुद ह्वला, यैमिं म्यर क्वे कसूर न्हैं। आज बे मी परमेश्वरक यौ बात बतूणक लिजी केवल अन्य जातियोंक पास जूंल।"
7 यैक लिजी पौलुस सभा-घर छोड़िबेर तितियुस-युस्तुस नामक परमेश्वरक भगतक घर ऐ गोय, जो अन्य जातिक छी। वीक घर सभा-घरक बगल मिं छी। 8 सभा-घरक ठुल सैप और वीक सॉर परिवारल पौलुसक बात सुणिबेर यीशु मिं विश्वास करौ। और उनर अलावा भौत दुसॉर मैंसोंल लै विश्वास करिबेर पाणिक-बपतिस्मा ले।
9 एक रात प्रभु परमेश्वरल पौलुस कैं दर्शन दिबेर कौ, "निडर हबेर सबों कैं बतूनै जा और चुप नि रये। 10 मी त्यर दगाड़ छूं, और क्वे लै त्यर के नि बिगाड़ सको, किलैकि यौ नगर मिं भौत म्यार मैंस छन।" 11 फिर पौलुस ढेड़ साल तलक उ नगर मिं रैबेर मैंसों कैं परमेश्वरक बारि मिं बतूनै रौ।
12 लेकिन जब गल्लियो रोमी राजपाल बणौ, तब यहूदियोंल मिलिबेर पौलुस मिं हम्ल करिबेर पकड़ि ले और राजपालक सामण ली गेईं। 13 और उकैं बतूण लागीं कि पौलुस मैंसों कैं परमेश्वरक अराधना करणक यस तरिक बतूणौ, जो हमार नीमोंक अनुसार ठिक न्हैं। 14 यौ सुणिबेर जस्सै पौलुस आपण बात कूणी छी, उस्सै राजपालल यहूदियों धैं कौ, "अगर यौ मुकरदम गलत काम या क्वे जुर्मक हुंछी, तब मी तुमेरि बात कैं भली कैबेर सुणछी। 15 पर यौ सब तुमार नीम और धरमक बारि मिं छु, जैमिं म्यर क्वे मतलब न्हैं। यैक फैसॉल तुम आफी करो!" 16 और फिर वील उनुकैं अदालत बे भ्यार निकलवै दे।
17 तब उनुल सभा-घरक मुखिया सोस्थेनेस कैं पकड़िबेर अदालतक सामण खूब मारौ, लेकिन राजपालल क्वे ध्यान नि देय।
18 यैक बाद भौत दिनों तलक कुरिन्थुस मिं रुणक बाद पौलुसल वांक विश्वासियों धैं विदा लिबेर प्रिसिल्ला और अक्िवलाक दगाड़ वांबे समुद्रक बॉट सीरिया देश न्है ग्याय। 19 जब उं इफिसुस नगर पुजीं, तब पौलुसल यहूदियोंक सभा-घर मिं जैबेर उनर दगाड़ बात-चीत करी। 20 उनुल पौलुस धैं बिनती करी, कि तुम थ्वाड़ बखत तलक आइ हमर दगाड़ यां रओ, पर वील नि मानि। 21 और उनुबे विदा लिबेर पौलुसल कौ, "अगर परमेश्वर चॉल, तब मी यां तुमर पास दुबार ऊंल।" 22 यैक बाद उ प्रिसिल्ला और अक्िवला कैं वैं छोड़िबेर कैसरिया बन्दरगाहक बॉट यरुशलेम मिं आ, और वांक विश्वासियों कैं भेटिबेर अंताकिया न्है गोय। 23 वांबे उ गलातिया और फ्रुगियाक सब नगरों मिं घुमि-घुमिबेर विश्वासियोंक विश्वास बढ़ूनै रौ।
अपुलोस लै यीशुक परचार करुं
(प्रेरितों १८:२४-२८)
24 उ बखत अपुलोस नामक एक यहूदी मैंस इफिसुस नगर मिं पुजौ। वीक जनम-भूमी सिकंदरिया छी। उ बात-बिचार और धर्म-शास्त्रक ज्ञान मिं पंडित छी। 25 वील यीशुक बारि मिं सुण रॉखछी और यैक बारि मिं भौत उत्सुक हबेर दुसरों कैं सिखूणौछी, लेकिन उकैं पुर बात मालुम नि छी। 26 जब प्रिसिल्ला और अक्िवलाल सभा-घर मिं वीक परचार सुणौ, तब उं उकैं आपण दगाड़ ली गेईं और उकैं यीशुक बारि मिं सब बातों कैं सिखूण लागीं।
27 जब अपुलोसल उनुकैं समुद्रक पार यूनान देश मिं जाणकि मंशा बतै, तब इफिसुसॉक सब विश्वासियोंल उकैं और लै जादे हिम्मत दे। और उनुल उकैं यूनान देश मिं रुणिवॉल विश्वासियोंक लिजी चिट्ठी लै दे, कि उं तुमर स्वागत करो। अपुलोसल यूनान देश मिं पुजिबेर वांक विश्वासियोंक भौत मधत करी। 28 वील सबनक सामण यहूदियोंक बातोंक काट करी, और धर्म-शास्त्रक अनुसार यौ साबित करौ कि यीशु हमर मुक्तिदाता छन।