विश्वासियोंक खिलाफ दंग-फसाद
(प्रेरितों १७:१-१५)
17
1 यैक बाद उं थिसलुनिका पुजीं, जां यहूदियोंक एक सभा-घर छी। 2-3 पौलुस वां उनर दगाड़ भेट करणक लिजी गो, जस कि वीक आदत छी। और वां ऐरामक तीन अलग-अलग दिनों मिं उनर दगाड़ बात-विचार करण मिं धर्म-शास्त्रकि बात बतैबेर साबित करनै रौ कि मुक्तिदाताक लिजी दु:ख उठूण और मरियों मिंबे दुबार ज्यून हुण जरूरी छी। वील यौ लै कौ, "यीशु जनर परचार मी तुमर बीच मिं करणयूं, वीं मुक्तिदाता छन!" 4 वीक यौ बात मिं थ्वाड़ यहूदी मैंसोंल विश्वास करौ और उं उनर दगाड़ ऐ ग्याय। इनर अलावा भौत यूनानी बैगों और थ्वाड़ खाश-खाश स्यैणी लै इनर दगाड़ जुड़ ग्याय।5 यौ देखिबेर थ्वाड़ यहूदी जलन करण लागीं, और वांक बजारॉक थ्वाड़ गुण्डोंक मधतल पुर नगर मिं दंग-फसाद करि दे। और उं पौलुस और सिलास कैं नगर-सभाक सामण ठॉड़ करणक मंशाल यासोनक घर ऐ धमकीं, जां उनुल सोचौ कि हमुकैं पौलुस मिलल। 6 पर वां पौलुस और सिलासक नि मिलण पर उं यासोन और थ्वाड़ दुसॉर विश्वासियों कैं खींचबेर हाल्ल-गुल्ल करनै नगरॉक सैपोंक सामण लिजैबेर कूण लागीं, "यौं मैंस सॉर दुनी मिं उलट-पुलट मचूणईं, और ऑब यां लै ऐ गेईं! 7 यासोनल इनुकैं आपण घर मिं धरि रॉखौ। यौं सब हमर सम्राटक खिलाफ बात करनी, किलैकि उं कूंनी कि यीशु नामक और क्वे दुसर रॉज छु।"
8 यौ सब सुणिबेर सैप लै बेचैन है ग्याय और वां सब जॉग भौत हल-चल मचि गेई। 9 आखिरकार उनुल यासोन और दुसॉर विश्वासियों कैं जमानत मिं छोड़ि दे।
10 और दुसर तरफ विश्वासियोंल रातों-रात पौलुस और सिलास कैं बिरीया नगर भेजि दे।
11 वां पुजिबेर उं यहूदियोंक सभा-घर मिं गेईं। यांक यहूदी मैंस थिसलुनिकॉक मैंसों हबेर जादे इच्छुक छी कि उं क्वे नई बातों कैं समझि सको। और उं ध्यान लगैबेर परमेश्वरक बचन सुणछी, और उकैं परखणक लिजी रोज धर्म-शास्त्र मिं वीकि ढून-खोज करछी। 12 उनुमिं बे भौत मैंस विश्वासी बणि ग्याय। और इनर अलावा थ्वाड़ खाश यूनानी स्यैणि-बैगोंल लै उनेरि बातों मिं विश्वास करौ।
13 जब यौ बातक पत्त थिसलुनिका मिं रुणी यहूदियों कैं चलौ, तब उं यौ नगर मिं लै ऐबेर यांक मैंसों कैं विश्वास करणक लिजी रोकण और वां दंग-फसाद करण लागीं। 14 यैक लिजी विश्वासियोंल पौलुस कैं यांबे भेजि दे, और उ समुद्रक तरफ न्है गोय। पर सिलास और तिमोथी वैं रईं। 15 यांक मैंस पौलुसक दगाड़ अथेने नगर तलक वीक दगाड़ गेईं, और वीक यौ जवाब लिबेर लौटीं, "जदुक जल्दी है सकुं, तुम सिलास और तिमोथी कैं म्यर पास भेजि दिया।"
पौलुस अथेने मिं
(प्रेरितों १७:१६-३३)
16 जब पौलुस अथेने नगर मिं सिलास और तिमोथीक इंतजार करणौछी, उ बखत यौ नगर मिं देवि-द्याप्तोंक मूरतियोंक भरमार देखिबेर उ भौत जादे परेशान हौ। 17 यौ कारणल उ यहूदियोंक सभा-घर मिं वांक मैंसोंक दगाड़ बात करण लागौ, और बजार मिं उणी-जाणियोंक दगाड़ लै बहस करछी। 18 वां पौलुसकि भेट थ्वाड़ अलग-अलग पंडितोंक दगाड़ है। जब उ यीशु और उनर दुबार ज्यून हुणकि भलि खबरक परचार करणौछी, तब उनुल कौ, "यौ के बकवास छु?" दुसरोंल बता, "यौ क्वे विदेशी देवि-द्याप्तोंक बारि मिं बतूणी जस लागणौ।" 19 यैक लिजी उं पौलुस कैं आपण दगाड़ सभाक सामण ली गेईं और उधैं कौ, "तुम हमुकैं बताओ कि के नई बात बतूणाछा? 20 तुम येसि बात करछा, जो हमुकैं अजीब लागूं, फिर लै हम उनर मतलब जाणन चांनू।" 21 (अथेने नगरॉक सब मैंस और वां रुणी विदेशी मैंस लै नई-नई बात सुणन और उकैं करण मिं आपण बखत बितूंछी।)
22 तब पौलुसल उनेरि सभाक सामण ठॉड़ हबेर कौ, "भाइयो, मी यस देखणयूं, कि तुम सब भौत द्याप्तोंक पुज करछा। 23 जब मी घुमनै-फेरनै तुमेरि पुजकि चीज-बस्त देखणौछी, तब मिकैं एक वेदी मिली, जैमिं लेखी छी "अनजान द्यप्तकि"। जैक पुज तुम अनजान मिं करछा, मी वीक बारि मिं तुमुकैं सुणूंनू।
24-25 जो परमेश्वरल यौ संसार और जे लै यैमिं छु, उ सब बणा, उं अगाश और धरतिक प्रभु छूं। उं मैंसक हातल बणाई मंदिरों मिं नि रुन। और न उनुकैं के चीजक कमी छु, जो कि उं मैंसोंक हातल आपणि सेवा लियो। उं सबों कैं प्राण, जिन्दगी और सब चीज-बस्त दिंनी। 26 उनुल शुरु मिं एक्कै मैंस बे सब मैंसों कैं पैद करौ, कि उं सारि धरति मिं भर जाओ। उनुलै मैंसोंक जिन्दगीक बर्ष और उनर रुणक जॉग लै उनुकैं दी रॉखी। 27 परमेश्वरक मंशा छी कि मैंस उनुकैं ढूनिबेर पै लै सकनी, किलैकि उं हम सबनक नजिक छन। 28 हम उनेरि किरपाल चल-फिरबेर ज्यून रुंनू। तुमरै थ्वाड़ कवियोंल कै रॉखौ, "हम उनर नॉनतिन छूं।" 29 सांचि मिं हम परमेश्वरॉक नॉनतिन छूं, और हमुकैं यौ नि समझण चैन कि उं सुन, चान्िद या ढुङक मूरतिक चारि छु, जो मैंसक सोच-विचारक पैदावार छु। 30 पैलियॉक मैंस परमेश्वर कैं नि जाणछी, यैक लिजी परमेश्वरल उनार पापों कैं जो उनुल अनजान मिं करीं, माफ करि है। लेकिन ऐल बे सब मैंसों कैं आपण मन पाप बे बचूण छु, 31 किलैकि उनुल उ दिन ठैरै रॉखौ, जदिन उं पैलियै बे आपण ठैराई मैंसक जरियल सॉर धरतिक मैंसोंक न्याय धर्मल करॉल। परमेश्वरल उ मैंस कैं मरियों मिंबे दुबार ज्यून करिबेर आपण यौ फैसॉलक सबूत लै दी रॉखौ।"
32 जब वांक मैंसोंल यौ मरियों मिंबे दुबार ज्यून हुणकि बात सुणी, तब थ्वाड़ मैंसोंल वीक मजाक उड़ै, पर दुसॉर मैंसोंल यस कौ, कि यौ बारि मिं हम तुमेरि बात फिर कभतै सुणुंल।
33-34 तब पौलुस उनर बीच बे न्है गोय। फिर लै थ्वाड़ मैंस वीक दगाड़ लागि ग्याय और विश्वासी बणि ग्याय।