साका होतो काजे पारथना
बजनेया मुखिया काजे, आपलो बारे ने महापरभु के सूरता करातो दाउद चो भजन-गीत
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ए महापरभु, मोके छंडाव।ए जहोवा, मोके साका होतो काजे झटके आव!
2 मोचो जीव धरुक खोजतो लोग चो आसा टुटो
आउर हुनमन सपाय लाज पड़ोत।
मोचो नोकसान ले हरिक होतो लोग चो इजित जाओ
आउर हुनमन बोहड़ुन जाओत।
3 मोके “भले होली, भले होली!” बलतो लोग,
खुदे लाज पड़ुन पाटे गुचोत।
4 मानतर तुके डगरातो सपाय लोग
तुचो किरता हरिक-उदीम होओत।
तुचो ले मुक्ति पाउक मन करतो लोग
सरलगा “महापरभु चो जय-जय होओ!” बलते रओत।
5 मय तो गरीब-दुखी आंय;
ए महापरभु, मोके बचातो काजे झटके आव!
तुय ची मोचो साका होउ आउर छंडाउ आस;
ए जहोवा, बेर नी कर झटके आव।