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मसीह स्वतन्त्रता काचे हामके स्वंतत्र कराला आचे ; इ काचे इ थाने मंडी राहा, आवरी दासत्व र जुआ ने फेर ले ना जूता | 2 दका मुय पोलुस तमके बोलबी आची की खतना कराय बास, तेबे मसीह ने तमके काई लाभ ना होये | 3 फेर बले मुय सबु खतना करायबा के सांगी देबी आची की हांके सबु व्य्स्थामांके पोड़ू आय | 4 तमि जोन व्यस्था र द्वारा धरमी ठहरबार चाह्बास, मसीह ले अलग आवरी अनुग्रह लेघसरलास | 5 कसन बलले आतमा र कारन हामि बिसबास ले आशा करलार धार्मिकता र बाट जोह्बास | 6 मसीह यीशु ने ना खतना आवरी ना खतना नोयला काई काम र आय मातर खाली बिसबास, जोन मया र द्वारा प्रभाव डालूआय | 7 तमि तो भली- भांति दोड़बास | एबे कोन तमके रोकलाचे की सत् के ना माना | 8 असन सीख तमर हाग देला बाटले नाई | 9 खिंडीक मा खमीर सबु गुंथला र आटा के खमीर करू आय | 10 मुय परुभु उपरे तमर बारे ने भरोसा सोंगाऊ आंय की तमर कोनी दुसरा विचार ना होयसी ; मातर जोन तमके घबराय देउआय, हांय कोनी बले हो दण्ड पायसी | 11 मातर हे भाई मन, आवरी मुय एब तक खतना र परचार करबी आची, तेबे काय काचे एब ले सताय होयबी आची ? फेर तो कुरूस र ठोकर जायते रहे | 12 भला होयता की तमके डाँवाँडोल करुआत, हांय आपना र अंग के काटी देयता | 13 हे भाई मन तमि स्वतंत्र होयबा काचे हागदेलार आस मातर असन ना हो की ए स्वतंत्रता देह काम काचे अवसर बनो मातर मया ले एक दूसरा र दास बना | 14 "कसन बलले सबु व्यस्था इ गोटकी ची गोट ने पूरा होउ आय, "" तुय आपनार पड़ोसी संगे आपनार असन मया सोंगाव |""" 15 मातर आवरी तमि एक दूसरा के दांत ले चाहूआस आवरी चिरी करी खाऊआस, तेबे चेत ने राहा की एक दूसरा र सत्यानास ना करी दियास | 16 मातर मुय बोलबी आची, आतमा र अनुसार चला तेबे तमि देह र लालसा कोनी रीति ले पूरा ना करबास | 17 कसन बलले देह आतमा र विरोध ने आवरी आतमा देह र विरोध ने लालसा करू आय आवरी ए एक दूसरा र विरोधी आत, इ काचे की तमि जों करबार चाहूआस हांय ना करबास बोलते | 18 आवरी अगर तमि आतमा र चलायबा ने चलबास तेबे व्यस्था र अधीन ना राहास | 19 देहर काम तो परगर आय, जसन की व्यविचार, गंदा काम लुचपन, 20 मुरती पूजा, टोना, बैर, झगड़ा, जलन, रिस, विरोध, फुट, विधर्म, 21 डाह, मतवालापन, लीलाक्रीड़ा, आवरी एतार असन आवरी आवरी काम आय, एतार बारे ने मुय तमके पयले ले बोली देबी आची जसन पयले बले बोलली आची, की असन असन काम करबा लोक मापरू र राज र वारिस ना होयबाय | 22 मातर आतमा र फल मया, हरिक, शान्ति, धीरज, कृपा, भलाई, बिसबास, 23 नम्रता, आवरी सयंम आय ; असन काम र विरोध ने कोनी बले व्यस्था नुआय | 24 आवरी जोन मसीह यीशु र आय, हांय मन देह के हांतार लालसा आवरी अभिलाषा संगे कुरूस उपरे चड़ाय देलात | 25 आवरी हामि आतमा र दवारा जीवित आंव, तेबे आतमा र अनुसार चालू बले | 26 हामि घमंडी होईकरी ना एक दूसरा के छेडू,आवरी ना एक दूसरा ले डाह करू |