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मुय ये बोलबी आची की वारिस जड़दाय तक पिला आचे, मतलब सबु तीज मन र मालिक आय, तेबे बले हांतार ने आवरी दास ने काई भेद नुआय | 2 मातर बुआ र ठहरायला होयला समेया तक सरक्षक आवरी प्रबन्धक र वश ने रउ आय| 3 असनी ची हामि बले, जड़दाय पिला रहूंतेबे सोंसार र आदि शिक्षा र वश ने होई करी दास बनी रहूं | 4 मातर जड़दाय समेया पूरा होयला, तेबे मापरू र आपना र बेटा के पटायला जोन बायले ले जन्मला, आवरी व्यस्था र अधीन जन्मला, 5 की व्यस्था र अधीन के घेनी करी छाड़ाओ, आवरी हाम के लेपालक होयबार पद मिरो | 6 आवरी तमि जोन बेटा आस, इ काचे मापरू आपना बेटा र आतमा के, जोन ' हे अब्बा, हे बुआ बोली करी हागदेउ आय, ' हामर ह्रदय मन ले पटायला आचे | 7 इ काचे तुय एबे दास नाई, मातर बेटा आस ; आवरी जड़दाय बेटा होयला, तेबे मापरू र द्वारा बारिस बले होयला | 8 पयले तो तमि मापरू के ना जानी करी तिकर दास राहास जोन स्वभाव ले मापरू नाई, 9 मातर एबे जोन तमि मापरू के चिताय लास मातर मापरू तमके ना चीतायला, तेबे हांय बल नोयला आवरी निकम्मा आदि शिक्षा र गोट र बाटे काय काचे फिरबास, जाहांर तमि दुबारा दास होयबार चाह्बास ? 10 तमि दिन आवरी महीना मन के नियत समेया आवरी बरस के मानु आस | 11 मुय तमर बारे ने डरुआंय, असन ना हो की जोन परिश्रम मुय तमर काचे करली आचे हांय व्यर्थ ठहरो | 12 हे भाई मन, मुय तमके बिनती करबी आची, तमि मोर असन होई जाहा ; कसन बलले मुय बले तमर असन होयली आची ; तमि मोर काई ना नसायलास | 13 मातर तमि जानास के पयले पयले मुय देह र निर्बलता र कारन सुसमाचार सुनायली | 14 आवरी तमि मोर देह र दसा के जोन तमर परीक्षा र कारन रही, तुच्छ ना जानलास ; ना हांतार ले घिरणा करलास ; आवरी मापरु र दूत मातर आपना मसीह र असन मोके अपनाय लास 15 तेबे हांय तमर आनन्द मानायबाटा केने गला ? मुय तमर गवाह आंय की आवरी होयके सके तो तमि आपनार आंकी बले निकराय करी मोके देबास | 16 तेबे काय तमर ले सत्ते बोलाबार कारन मुय तमर दुश्मन बनी गली ? 17 हांय मन तमके दोस्त तो मनायबा र चाहबात, मातर भले उदेश्य ले नाई ; मातर तमके अलगे करबा र चाहसी आचे की तमि तिके ची दोस्त बनाहा | 18 मातर ये बले अच्छा आय की भला गोट ने हर समेया दोस्त बनायबार कोशिश करबाय, ना केवल हांई समेया की जड़दाय मुय तमर संगे रहूं आय | 19 हे मोर पिला मन, जड़दाय तमर ने मसीह र रूप ना बनी जाओ, तेबे तक मुय तमे काचे फेर जच्चा र असन दूका सहूंआंय | 20 इच्छा तो ये होउ आय की एबर तमर लगे आसीकरी आवरी ही परकार ले बोलबी, कसन बलले मुय तमर बारे ने उलझन ने आची | 21 तमि जोन व्यस्था र अधीन होयबार चाह्बास, मोके सांगा काय तमि व्यस्था र ना सुनास | 22 ए लिकलार आचे की अब्राहम र दुयटा बेटा होयला ; गोटोक दासी ले आवरी गोटोक स्वंतत्र बायले ले | 23 मातर जोन दासी ले होयला, हांय देह र रीति ले जन्मला ; आवरी जोन स्वंतत्र बायले ले होयला, हांय प्रतिगिया र अनुसार जन्मला | 24 ए गोट ने दृष्टांत आय, ए बायले मन माना दुनो वाचा आत, गोटोक तो सीने डोंगरी र जाहार ले दास ची जन्म होउ आत, आवरी हांय हाजिरा आय | 25 आवरी हाजिरा माना अरब र सीने डोंगरी आय आवरी आजिरा यरूशलेम हांतार तुल्य आय, कसन बलले हांय आपना पिला टोकी संगे दासत्व ने आचे | 26 मातर उपर र यरूशलेम स्वंतत्र आय, आवरी हांय हामर माय आय | 27 "कसन बलले लिकलार आचे, "" हे बांझ तुय जोन ना जानिस हरिक कर ; तुय जाके दूका ना उठायिस, टोडरा खोली करी जय जयकार कर ; कसन बलले त्यागला बेटा बेटी बिना होयला र बेटा बेटी ले बले अदिक आहे | "" " 28 हे भाई मन हामि इसाहक र असन प्रतिगिया र बेटा बेटी आंव | 29 आवरी जसं हांय समेया देह र अनुसार जन्मला र आतमा र अनुस्सर जन्मला टा के सतायेत रये, असनि ची एबे बले होउआय | 30 "मातर पवित्र शास्त्र काय बोलसी आचे ?"" दासी आवरी हांतार बेटा के निकराय देस, कसन बलले दासी र बेटा स्वंतत्र बायले र बेटा र संगे उत्तराधिकारी ना होये |""" 31 इ काचे हे भाई मन, हामि दासी र नाई मातर स्वंतत्र बायले र बेटा बेटी आंव |