11
गोटोक दिने, ईसु पारतना करते रला। हांय पारतना करी सरायलादाय, हांतार चेलामन तानले गोटोक बोलला, ए परबु, एहुना बपतिस्मा देबाबिता आपनार चेलामन के पारतना करके सिकायला; असनी तुय बले हांमके सिकाव। 2 तेबे हांय तीके बोलला, तोमी पारतना करबादाय, असन बोलाः “ए बाबा, तोर नांव पवितर मानाय होवो। तोर राज आसो। 3 हांमर दिन गुलार अरन के हांमके रोजे देस; 4 आवरी हांमर सबु पाप के मापी कर। कसनबलले हांमी बले हांमर बिरूद पाप करबा सबु लोके के मापी करबु आचु; आवरी सयतानर करायबा पाप तानले हांमके बाचाव।“ 5 पाचे हांय तीके बोलला, तोमर बिरले कोनी, आपना संगवारी, मोके तीनटा रोटी लागा देयी रा। 6 कसनबलले, मोर गोटोक संगवरी गांव जीबा बाट ले मोर माने आयला आचे; आवरी ताके कुवायबा काजे मोर लगे कांई नी आय“ बोली ताके मांगला; 7 तेबे, बितरर माने तार उतारे बोलला, “मोेके तकलिस ना देस; कपाटा डापलार आचे; आवरी मोर पिला-टोकीमन मोर संगे सोयला आचेत; मुंय उटीकरी तोके कांई देयके ना सकी।“ 8 पाचे हांय तार संगवारी रला गुनुक उटीकरी ना देले बले, आपना संगवारी लाज ना होयीकरी मांगला गुनुक, उटीकरी ताके जतक लागसी, अतक देयसी बोली मुंय तोमके बोलबी आची। 9 मंुय आवरी तोमके बोलबी आची, “मांगा, तेबे तोमके मिरसी; डगराहा, तेबे तोमी पायबास; आवरी टोकटोकाहा, तेबे तोमर काजे उगाड़ी होयसी। 10 कसनबलले, जोन मांगसी, ताके मिरसी; जोन डगरायसी, हाय पायसी, आवरी जोन टोकटोकायसी, तार काजे उगाड़ी होयसी। 11 तोमर बितरले कोन असन बाबा आचे ? जोन आपनार पिला रोटी मांगले, ताके पोकना के देयसी? आवरी माच मांगले, ताके सांप के देयसी? 12 नोयले हांय कुकड़ा गार मांगले, काय काजे काकड़ा-बिचु के देयसी? 13 तोमी अडरा रले बले, तोमर पिला-टोकी मन के नंगत जमकमन के देयके जानले, तोमर सरगर बाबा, हांके मांगबा लोक के पवितर आतमा के कसन ना देये? 14 पाचे ईसु, मुका बनाय रला गोटोक मानेर बितरले हांय बूत के केदला; बूत निकरी गलार पाचे मुका माने गोटायके मुरायला; एके दकीकरी लोक आकाबाका होयलाय। 15 मातर हांयमन तानले कतक लोक बोललाय; “ए तो बूतमनर मुकिया बालजबूलर सकत ने बूतमन के केदसी आचे।“ 16 आवरी दुसर लोक, हांय सते महाप्रू बाटले आयला की नाई बोली परिकिया करबा काजे, “हांमके सरग ले गोटोके चिना के दकाव “ बोली हांके बोललाय। 17 मांतार ईसु, तिकर बिचार के जानीकारी तीके बोलला, जोन राजर बितरे सोर नी आय, हांय राज उजरी जायसी; आवरी जोन गरर बितरे सोर नी आय, हांय गर चिरचपट होयी जायसी। 18 तेबे सयतान बले तार निजर बइरी होयले, तार राज कसन बरसक होयके सके? तेबे, मंुय बालजबूल सकत ले बूतमन के केदबी आची बोली तोमी कसन बोलबा आस ? 19 मुंय बालजबूलर सकत ले बूतमन के केदले, तोमर लोक काहार संकत ने हांयमन के केदबा आता? एतारी काजे, तोमी मोके बोलबाटा गलती आय बोली तोमरची लोक तोमके नियाव चिड़ायबाय। 20 मांतर, मुं महाप्रूर सकत ले बूतमन के केदकी आची गुनुक, महाप्रूर राज तोमर लगे आयला आचे। 21 जड़कदाय बरसक माने, लड़बा जमक संगे, आपना निजर गरके राका करसी, तेबे हांतार दन बाचसी। 22 मांतर जड़कदाय हंातार ले आगर बरसक बिता आसीकरी ताके जीतसी, अड़किदाय, हांतार लड़ईर बरसा करला जमक के नेयते नेयसी; आवरी लड़ई तानले मिरला दन के बाटा करसी। 23 जोन मोर संगे नी आय, हांया मोर बइरी आय; आवरी जोन मोर करबा बूता के नसायसी आचे। 24 आसुद-आतमा,’ गोटोक माने के चाड़ीकरी गलार पाचे, बिसायबा काजे सुकला टान डेरायते बूलसी आवरी ना पायले, मुंय चाड़ीकरी आयला मोर गरे आवरी बाहड़ी जीबी बोली हांय बोलसी; 25 आवरी गरे आसीकरी, हाथ गर के सारा-बाड़ा आवरी चुकचुका करी सोंगायलाटाके दकसी। 26 तेबे हांय जायीकरी आपना ले आगर अडरा रबा आवरी सात गोटा बूत आतमामन के आपना संगे आनसी; आवरी सबु हंाय गरे ओलीकरी डेरा पड़बाय; अड़किदाय, हांय मानेर एबर जीवना, आगर जीवना तानले बले अनगर नसी जायसी।“ 27 ईसु ए गोटमन के सांगते रलादाय, लोकर-रासी बितर ले, गोटोक बायाले कुबे कोलार होयीकरी बोलला, “तोके टेबाय रला पेट आवरी तुय गोरस कायला चाती बाइगमानी आय। 28 मातर हांय बोलला, “जोन लोक महाप्रूर गोट के सुनबा आत आवरी मानबा आत, हांयचीमन अनगर बाइगमानी आत।“ 29 लोकर रासी कुबे होयलादाय ईसु बोलला, “ए जुगर लोक अडरा आत; आवरी मुंय सते महाप्रू बाटले आयली की नाई बोली जानबा काजे एमन चिना डगरायबा आत; मातर चोनार चिना के चाड़ीकरी दुसर कोनी चिना एमन के ना मिरे। 30 निनवे सहरर लोक के जसन जोना चिना होयला, असनी मुतुसर- बेटा मुंय पने, ए जुगर लोक काजे चिना होयबी।’ 31 सेबा देसर रानी, सुलेमान राजार गियान के सुनबा काजे कुबे दूरले आयला; दका, एताने सुलेमान ले बले बडे़ बिना आचे। एतारी काजे महाप्रू, लोक के नियाव करबा दिने, सेबा देसर रानी, ए जुगर लोक संगे उटीकरी ए जुगर लोक के दोस लगायसी; 32 निनवे सहरर लोक नियाव दिने, ए जुगर लोक संगे टियां उटीकरी एमन के दोस लगायबाय, कसनबलले, हांयमन जोनार सांगलाटाके सुनीकरी पाप करबाटाके चाड़ीकरी मन-बाहड़ायलाय; दका, एताने जोनार ले बले बड़े बिता आचे। मातर एमन मोके सत ना करबा आत। 33 “कोनी माने दिया बारीकरी ताके ना लुकाये नोयले हांयटाके बोटका तले ना सोंगाये; मातर बितरे आयबा लोक उजर के दकोत बोलीकरी लामन ऊपरे सोंगायसी। 34 आकी आय तोर गागरर दिया; तोर आंकी चकचका रले, तुय बले उजर ने रबीस; मातर तोर आकी चकचका ना रले, तुय अंदार ने रबीस। 35 एतारी काजे, तोर तानर उजर अंदार ना होवो बोलीकरी चेत ने रा। 36 तोर गुलाय जीवना’ ने कोनी बाटे अंदार ना रयीकरी उजर ने रले, गोटोक दिया, जसन तोके उजर देयसी; असनीच तुय उजर देबीस। 37 ईसु गोटाय सरायलादाय, गोटोक परीसी हांके आपना गरे कायबा काजे हाग-देला; तेबे हांय, बितरे जायीकरी कायके बसला। 38 आवरी ईसु कायबार चोमे हात ना दोयलाटाके दकीकरी परीसी अचरित होयला। 39 तेबे परबु ताके बोलला, “ए परीसीमन, तोमी ताली-बटकी के बाहर ले मांजबा आस; मातर तोमर मन ललचाहा आवरी अडरा काम ले बरला आचे। 40 ए मूरक लोक। बाहररटाके बनायला महाप्रू, काय बितररटाके बले ना बनायला ? 41 तेबे तोमी तोमर लगे रबा तानले गरीबमन के दान दियास; तेबे सबुटा तोमर काजे चकचका होयसी। 42 “ए परीसीमन, तोमके महाप्रू डंड देयसी! क्सनबलले, तोमी पदीना पोतर ताले, जीरा ताले आवरी सबु बानीर साग-बाजी तानले दस बाटा ने गोटोक बाटा के महाप्रू के देबा आस; मातर लोक के नुकु काम करबाटाके’ आवरी महाप्रू के मया करबाटाके चाड़ी देबा आस; एके बले करबार आय, आवरी हांयटाके बले ना चाड़बार आय। 43 ए परीसीमन, तोमके महाप्रू डंड देयसी! क्सनबलले, तोमी पारतना-गुड़ी ताने अचा टान के आवरी हाटे, लोक तोमके जुवार करबाटाके मन-करबा आस। 44 तोमके महाप्रू डंड देयसी! कसनबलले, तोमी दका ना देबा मोट असन आस, जांहार ऊपरे लोक ना जानीकरी हिंडुवात। 45 अड़किदाय, गोटोक सातर-पडित हांके बोलला, “ए गुरू, असन बोलीकरी तुय हांमर इंजीत दरबी आस।“ 46 तेबे ईसु तार उतारे बोलला, “ए सासतर-पंडीतमन, तोमके महाप्रू डंड देयसी! कसनबलले, तोमी उचायके ना सकबा बोज के, लोक ऊपरे लतबास; मातर तोमी तो हांय बोज के तोमर गोटोक आंडकी ने बले ना चिंयबा आस।’ 47 तोमके महाप्रू डंड दयसी! कसन बलले, जोन अंतरजानी के तोमर दादी-पुरकामन मोरायलाय, हांयमन काजे तोमी मोट बांदबा आस। 48 तेबे तोमर दाी-पूरकामन करला बूता ने तोमी राजी होयीकरी, हांयमन करलाटाके गलती नी आय बोलबा आस; असनबलले, हांयकन तीके मोरायलाय आवरी तोमी तिकर मोट बांदबा आस। 49 एतारी काजे महाप्रू, अपना गियान ले बोलला, “मंुय तिकर लगे अंतरजानीमन के आवरी अपोसतलमन के पोटायबी; हांयमन तानले कतक के, लोक मोरायबाय आवरी कतक के कंदरायबाय। 50 50तेबे जतक अगमज्ञानीर लउ संसारर पईल ले बोहडायला आत सबुर लेका ऐ जुगर लोक ले धरा जायसी रू 51 तेबे, संवसार के बनायला दायले, हाबिल के दरीकरी बेदी आवरी मंदिरर मंजि ने जकरियाह के मोरायला लगले, जतक अंतरजानीमन के मोरायलाय, हांय सबुर पालटा ए जुगर लोक तानले दरा जायसी; 52 सासतर-पंडितमन, तोमके महाप्रू डंड देयसी ! कसनबलले, तोमी बुदिर कुची काड़ी के दरला आस; तोमी निजे ना सिकास, आवरी सिकबा लोक के बले तोमी सिकके ना देबा आस।“ 53 पाचे ईसु हांय तानले निकरबाके, सासतर-पंडीतमन आवरी परीसीमन तार बिरूद होयीकरी हांके दोसी टेबायबा काजे हांतार टोंडले काय आले गलत गोट के दरबा काजे उवाट करलाय; 54 आवरी कुबे गोटमनर इसाब ने सुवाल पोचारीकरी हांके गोटायबा काजे टोंयचके मुरायलाय।