12
हांय समयाने, हजार-हजार लोक रूंडा होयीकरी एक दुसर ऊसरे कुंदी होयबा असन गसर पड़ होयते रलाय ंतेबे ईसु पहले आपना चेलामन के बोलला, “तोमी कपटिया’ रबा परीसीमन मिसायला आमटी पाग ले चेता राहा; 2 लुकलाटा सबु दका पड़सी आवरी सबु बेदर अरत बले जान पड़सी। 3 एतारी काजे, तोमी अंदार ने गोटायलाटा सबु उजर ने सुनाय जायसी; आवरी तोमी बाकरा ने कुसमुसायलाटा सबु, गरर चानी तानले सुनाय जायसी। 4 तेबे ए मोर संगवारीमन, मुंय तोमके बोलबी आची, गागर के मोरायकरी, हांतार ले अनगर आवरी काई करके ना सकबा अमता लोक के ना डरा। 5 मातर काके डरबार आय बोलीकरी मुंय तोमके सांगबी; मोरायलार आचे, जाके नरक ताने पोकायबार हक आचे, हांके डरा; हव, मुंय तोमके बोलबी आची, हांकेची डरा। 6 काय दुय पयसा काहजे पांचटा चेड़े बिकी ना होये? तेबले बले, हांयमन तानले गोटोक के बले महाप्रू ना बुलके। 7 तोमर मुंडे कतक बाल आचे बोली महाप्रू जाने। तेबे तोमी ना डरा; तोमी कुबे चेड़ेमन के अनगर माहरग आस। 8 मुंय तोमके बोलबी आची, जोन मोके लोकर चोमे मानसी, ताके मुनुसर बेटा मुंय पने, महाप्रूर सरगदूतमनर चोमे निंदरसी, ताके मुंय पने महाप्रूर सरगदूतमनर चोमें निंदरबी। 9 मातर जोन मनेर चोमे मोर ना चिताये आतार मापरबू सरगदुतर चोमे चिताया जाये 10 आवरी कोनी बले, मुनुसर-बेटार बिरूद ने कांई गोट बोलले, हांयटा ताके मापी होयसी; मांतर कोनी बले पवितर आतमा बिरूद अडरा बोलले, हांयटा ताके मापी ना होयेे। 11 लोक तोमके पारतना-गुड़ी ताने, मुकियामन आवरी राज करूमन चोमे पूच-पचार करबा काजे नेबादाय, तोमी कसन करी काय जुबाब देबु नोयले काय बोलबु बोलीकरी चिंता ना करा। 12 कसनबलले, तोमी काय बोलबार आय बोलीकरी पवितर-आतमा अड़किदाय तोमके सिकाय देयसी।“ 13 अड़किदाय लोकर-रासी बितरले गोटोक मुनुस ईसु के बोलला, “ए गुरू, हांमर बाबार दन के , मोर संगे बाटा करबा काजे मोर भाई के संाग।“ 14 तेबे ईसु ताके पोचारला, “ए माने कोन मोके तोमर नियाव करबा काजे नोयले बाटा करबा काजे बनायला ? 15 पाचे लोक के बोलला, “चेता राहा! आवरी सबु बानीर लालच तानले आपना के गुचाव राहा; कसनबलले, काहारी लगे कतकी दन रले बले, हांयची तार जीवना नु आय। 16 आवरी हांय तीके गोटोक सिकानी कावनी के सांगला, “गोटाके सवकारर बेड़ा ने कुबे दान होयला; 17 तेबे हांय “एबर मुंय काय करबी? मोर दान के सोंगायबा काजे मोर लगे टान नी आय“ बोली आपना मने विचार करला 18 आवरी बोलला, मुंय असन करबी; मुंय मोर गदीया के बसड़ायकरी बड़े बनायबी; आवरी हांयताने मोर सबु दनमाल आवरी सबु जमके के सोंगायबी। 19 आवरी मुंय मोर मन के बोलबी, ए मोर मन तोर काजे कुबे बरस ले पुरबा काजे कुबे जमक आचे; तुय असतीर ले काई-पी करी हरिक-उदिम ने रा। 20 मातर महाप्रू तोक बोलला, ए मूरूक माने! आजी रातीच तुय मोरी जीबीस; तेबे तुय आपना काजे सोंगायला सबु जमक तोर कांई काम ना देये;’ 21 जोन महाप्रूर नजर ने सवकार ना होयीकरी आपना काजे कुबे अनगर ले दनमाल के रूंडायकरी सोंगायसी, ताके पने सनीच होयसी। 22 आवरी पाचे, हांय आपना चेलामन के बोलला, एतारी काजे, मुंय तोमके बोलबी आची, कायटाके कायबु बोलीकरी आपना जीव काजे नोयले कायटाके पींदबु बोलीकरी आपना गागर काजे चिंता ना करा 23 कसनबलले, अरन ले जीव, आवरी पटइ्र ले गागरन कुबे माहरग आय। 24 कावामन के दकी दका; हांयमन बुनेत नाई, काटेत नाई तीके गदीया नी आय नोयले कंड़गी नी आय। तेबले बले, महाप्रू तीके कुवायसी आचे। आवरी चेड़ेमन तानले तोमी कतक आगर माहरग आस! 25 तोमर ताने, चिंता करी, कोन आपना जीवनार आंईस के गोटोक दिन बाड़ायके सके? 26 तोमी ए सुरू बूता के बले करके ना सकले, काय काजे दुसर जमक काजे चिंता करबा आस ? 27 जार ताने बाड़सी आचे पूल बूटामन बाड़बा आत बोली दकी दका; हांयमन मसागत ना करेग आवरी सूत बले ना गातेत; तेबले बले, मुंय तोमके बोलबी आची, राजा सुलेमान बले आपना सबु सोबा ने, हांय पूल तानले गोटोकर असन बले पटई ना पींदला। 28 आजी जार ने रयीकरी, काली के जोय ताने पोकाय होयबा रोंडा के, महाप्रू, कुबे दियानद ेले; ए अलप बिसबासीमन, हांय तोमके कसन दियान ना देये? 29 एतारी काजे, तोमी कायटाके कायबु कायटाके पियबु बोलीकरी चिंता ना करा। 30 कसनबलले, ए सबु के, संवसारर लोक डगरायबा आत; मातर ए सबु तोमर काजे लागसी बोली तोमर बाबा जाने। 31 तोमी महाप्रूर राज के डगराहा; तेबे ए सबु जमकमन बले तोमके मिरी जायसी।’ 32 “ए सुरू मांदा, ना डर, कसनबलले तोमके आपनार राज के देबा काजे, तोमर बाबा के बायला आचे। 33 तोमर निजर दन के बिकीकरी गरीबमन के दान दियास; असन करले, तोमर काजे जुना ना होयबा पयसा-तयलीमन के आवरी उना ना होयबा दन के, सरग ने रूंडा करबास; हांयताने, चोर अमरके ना सके आवरी कारी कीड़ा ना दरे। 34 कसनबलले, जोनताने तोमर दन रयसी, हांयताने तोमर मन बले रयसी। 35 श्तमर आटा के बांदी राहा आवरी तमर दिया धरते रओए’ 36 आवरी तमि हांय मुनूक र असन बनाए जोन आपनार मालिक र बाट दकते रऊ आय की हांय बिया घर ले कड़ दाय बाहडू आयए की जड़ दाय हांय आई करी कपाट के ठटाऊ आय तेबे तुरते हातार काचे उगाड़ी देऊ आय द्य’ मालिक, बिया बाटले गरे बाहड़बा काजे बाट दकते रबा कमेयामनर असन तोमी रबार आय; मालिक आसीकरी टोक-टोकायबादाय तुरते हांतार काजे उगाड़बा असन, तोमी सबुदाय बूता करबा काजे तियार राहा;’ आवरी तोमर दिया दरते रवो। 37 मालिक आयबादाय, जोन कमेयामन के चेता दकसी, हांयमन बाइगमानी आत; तेबे हांय मालिक आपना आंटा के चमकट बांदीकरी हांयमन के कायबा काजे बसायसी; आवरी लगे आसीकरी तीकर सेवा करसी बोलीकरी मुंय तोमके सेत बोलबी आची। 38 हांय मालिक, मंजी राती नोयले तार पाचे आसीकरी हांयमन के असनी चेता रबाटाके दकले, हांय कमेयामन बाइगमन आत। 39 चोर कड़कदाय आयसी बोलते गरर मालिक जानी रले हांय चेता रयसी आवरी आपना गरे कुड़ काना करके ना देये बोलीकरी तोमी जानबास। 40 एतारी काजे, तोमी बले तियार न रबार आय; कसनबलले, तोमी बिचार ना करबा बेरा मुनुसर -बेटा आयसी; 41 अड़किदाय, पतरस पोचारला, ए परबु, ए सिकानी कावनी के ओबगो हामर काजे सांगबीयास नोयले सबु काजे सांगबीयास ? 42 तेबे परबु तार उतारे बोलला, “मालिक आपना बूतियारमनर अरन के समया समया ने तीके देबा काजे तिकर ऊपरे मुकिया टेबायबा असन बिसबास-लइकर आवरी अकल बेहड़ा कोन होयसी? 43 मालिक आयबादाय, जोन कमेया के असनी करबाटाके दकसी, हांय बाइगमानी आय; 44 आवरी मालिक ताके, आपनार सबु दन-मालर ऊपरे मुकिया टेबायसी बोलीकरी मुंय तोमके सते बोलबी आची। 45 मांतर हांय कमेया आपना मने, मोर मालिक एबे ना आसे बोलीकरी कमेया आवरी कमीयानीमन के मारके पेटके मुरायले, आवरी काई-पी करी मतवार होयले, 46 हांय कमेयार मालिक, हांय तियार ना रबा दिने, आवरी 47 हांय दास जोन आपनार सामीर मन के जानते रये,आवरी तिआर ना रला आवरी ना तार मनर असन चलला, खुबे मार खायसी | 48 मातर जोन ना जानी करी मार खायबा लाईग काम करसी हांय काय काचे मार खायसी | हाई काचे जसन खुबे दीया गला आचे, ताके खुबे माँगा जायसी; आवरी जोनके खुबे सोपा गला आचे, तारले खुबे धरा जायसी | 49 ". ""मुय धरतनी ने जोय धरायके आयली आची; आवरी काय चायबी आची सिरीप ये की एबे धरी जायता !" 50 . मोके तो गोटक बपतिस्मा धरबार आय, आवरी जड़ दायले हाय ना होये अड़क दायले मुय कसन बेबसता ने रबी !* 51 काय तोमि समझबा आस की मुय धरतनी ने मिसके आयली आची ? मुय तोमके बलबी आची; नाई, मातर अलगे करके आयली आची | 52 . कसन की अबर ले गोटक घर ने पाच लोक एक दुसर ने बिरुद करबाय, तिन दुय ले आवरी दुय तिन ले | 53 ". बुआ बेटा ले, आवरी बेटा बुआ ले बिरुद करसी; आया बेटी ले, आवरी बेटी आया ले, सतरी बुआरी ले, आवरी बुआरी सतरी ले बिरुद करसी |*""" 54 "हांय भीड़के बले बलला "" जड़ दाय तोमि बादरी के पकचिम बाटले उदबार दकु आस तो अडकी दाय बलु आस की बरसा होयसी , आवरी असनी ची होऊ आय;" 55 आवरी जड़ दाय दकचीन लेहरा आय बार दकी करी बलु आस की लुह आऊ आय, आवरी असनी ची होऊ आय | 56 हे कपटी मन, तोमि धरतनी आवरी बादरी र रूप रंग ने भेद करके सकास, मातर ये जुगर बारे ने काय काचे भेद करबार ना जानास ? 57 """तोमि खुदे ची फेसला काय काचे ना करास की सही काय आय ?" 58 जड़ दाय तुय आपना मुदई संगे हाकिम संगे जीबी आस तो बाटे ची तारले बाचबार उआट कर, असन ना होओं की हांय तोके निआय करू लगे झिकते नेओं, आवरी निआय करू तोके पाईक मनके सोपो आवरी पाईक मन तोके जेल घरे भरी देओत | 59 "मुय तोमके बलबी आची की जड़ दायले तुय दमड़ी दमड़ी भरी ना देईस तेबेले हायती ले छुटके ना सकीस |"""