मसीह हमर वकील हवे
2
1 ए मोर मयारू लईका मन, मंए ए बात तूमन ला एकर बर लिखत हों, कि तुमन पाप झईन करीहा। बकिन कहों कोनो हर पाप करथे, त हमर बर एक झन वकील हवे, जेहर दाऊ परमेसवर जग हमर बर गोठीयाथे, अऊ ओहर ईसू मसीह लागे जेहर धरमी हवे। 2 ओही हर हमर पाप कर पछताप बरीक बलिदान लागे, अऊ सिरिप हमर पाप बर नहीं बलकि सबेच संसार कर पापोच बर। 3 अगर हमरे ओकर अगियां मन ला मानथन, त एकर दूवारा हमके ला भरोसा होए जाही कि, हमरे ओके जानथन। 4 जे कोनो हर ए कहथे कि, “मंए ओके जाएन गए हों,” बकिन ओकर अगियां मन ला नई माने, त ओहर झूठा हवे अऊ ओमें सत नईए। 5 बकिन जे कोनो हर ओकर बचन ला मानथे, त सहीच में परमेसवर कर माया हर ओमे पूरा होथे। एकर दुवारा हमरे जानथन कि हमरे परमेसवर कर हवन। 6 जे कोनो हर ए कहथे कि, “मंए परमेसवर में बने रथों, त ओके अईसना जिनगी जीए बर चाही, जेकस कि ईसू हर ए संसार में रहत घरी जिनगी बिताईस।”
सब झन ठन मया करा
7 ए मयारू भाई बहिन मन, मंए तुमन के कोनो नांवा अगियां नई लिखत हों, बकिन ओहीच जुनहा अगियां ला लिखत हों, जेहर सुरु ले तुमन के मिलीस हवे। ए जुनहा अगियां हर ओ खभेर लागे, जेला तुमन सुने हवा। 8 तबो ले मंए तुमन के नांवा अगियां लिखत हों। एकर सचाई हर मसीह में अऊ तुमन में दिखथे, काबरकि अंधार हर छूटत जाथे, अऊ सच कर इंजोर हर अब चमके लागीस हवे। 9 जे कोनो हर ए कहथे कि “मंए इंजोर में हवों,” अऊ अपन भाई-बहिन जग दुसमनी करथे, त ओहर अझेर ले अंधार में हवे। 10 जे कोनो हर अपन भाई-बहिन जग मया करथे, त ओहर इंजोर में रथे अऊ ओकर जिनगी में अईसना कांही नईए, जेकर चलते कोनो हर पाप में नई गिरही। 11 बकिन जे कोनो हर अपन भाई-बहिन जग दुसमनी रखते, त ओहर अंधार में हवे अऊ अंधार में रेंगथे। ओहर नई जाने कि ओहर कहां जात हे, काबरकि अंधार हर ओकर आंएख मन ला अंधा कएर देहिस हवे।
12 ए मोर लईका मन, मंए तुमन ला एकर बर लिखत हों, काबरकि तूमन कर पाप हर ईसू मसीह कर चलते छमा होए गईस हवे। 13 ए दाऊ मन, मंए तुमन ला एकर बर लिखत हों, काबरकि तूमन ओके जानथा, जेहर सुरु ले हवे। ए जवान मन, मंए तुमन के एकर बर लिखत हों, काबरकि तुमन ओ दुसट कर उपरे जय पाए हवा। ए लईका मन, मंए तुमन ला एकर बर लिखत हों, काबरकि तुमन दाऊ ला जानथा। 14 ए दाऊ मन, मंए तुमन के एकर बर लिखत हवों, काबरकि तूमन ओला जाएन गए हवा, जेहर संसार ला सिरजे कर आगू ले हवे। ए जवान मन, मंए तुमन ला एकर बर लिखत हों, कि तुमन बजर हवा, अऊ परमेसवर कर बचन तूमन में बने रहथे, अऊ तुमन ओ दुसट कर उपरे जय पाए हवा।
संसार ले मया झईन करा
15 तुमन ए संसार ले, चाहे संसार कर काहीं चीज ले मया झईन करा, कहों कोनो हर ए संसार ले मया करथे, त ओहर दाऊ ठन मया नई करे। 16 काबरकि संसार कर सब चीज मानेकि, देंह कर बुरा ईछा, आंएख कर लालसा, जिनगी कर घमंड, ए सब जाएत हर दाऊ परमेसवर कती ले नईए, बलकि संसार कर हवे। 17 संसार अऊ ओकर लालसा हर खतम होए जाही, बकिन जे मईनसे हर परमेसवर कर ईछा ला पूरा करथे, ओहर हमेसा बने रही।
मसीह कर विरोधी मन कर बारे में चेताथे
18 ए मोर लईका मन, एहर आखरी घरी हवे, अऊ जेकस तुमन सुने हा, कि मसीह कर बिरोधी आवत हे, ओही कस अझरो ले ढेरे अकन मसीह विरोधी मन आए गईन हवें; एकरे ले हमरे जानथी कि, एहर आखरी घरी हवे। 19 ओमन तो हमरेच में ले निकेल के गईन, बकिन फुरोंच में ओमन हमर में ले नई रहीन, काबरकि अगर ओमन हमर मंझार कर रहतीन, त ओमन हमर संगे बने रहतीन, बकिन ओमन छोंएड़ के चएल देहींन, तेहर ए साबित करथे, कि ओमन में ले कोनोच मन हमर ना लागें।
20 बकिन तुमन कर अभिसेक तो ओ पबितर जन कर दुवारा होईस हे, अऊ तुमन सबेच कोनो सच ला जानथा। 21 मंए तुमन के एकर बर नई लिखे हों, कि तुमन सत ला नई जाना, बलकि एकर बर लिखे हों कि तूमन सत ला जानथा, अऊ एहू ला जानथा कि कोनो झूठ बात सत कती ले नई आवे। 22 झूठा कोन हवे? ओही मईनसे, जेहर ईसू ला मसीह नई माने। अईसना मईनसे हर मसीह कर बिरोधी हवे। ओहर दाऊ परमेसवर अऊ ओकर बेटा दुनों कर इनकार करथे। 23 जेहर बेटा कर इनकार करथे, ओकर जग दाऊवोच नईए, अऊ जेहर बेटा ला माएन लेथे, ओहर दाऊवोच ला माएन लेथे। 24 जे जाएत तुमन सुरु ले सुने हवा, ओहर तुमन में बनल रहे। जे जाएत तुमन सुरु ले सुने हवा, अगर ओहर तूमन में बनल रही, त तुहूं मन बेटा ईसू मसीह अऊ दाऊ परमेसवर में बने रईहा। 25 अऊ जेकर जबान परमेसवर हर हमर जग करीसे, ओहर अमर जीवन लागे।
26 मंए ए बात ला तुमन के ओमन कर बारे में लिखत हों, जेमन तुमन ला धोखा देहे कर कोसीस करथें। 27 बकिन तूमन तो पबितर आतमा कर अभिसेक पाए गए हा, ओहर तुमन में बनल रहथे, एकरले तुमन ला एकर जरूरत नईए कि कोनो तुमन ला सिखाए। मसीह कर अभिसेक हर तुमन के सब बात ला सिखाथे अऊ ओहर सही हवे झूठ नईए। जेकस एहर तुमन के सिखाईस हे, ओही कस तुमन मसीह कर संगति में बने रहथा।
परमेसवर कर लईका बएन के रईहा
28 एकरले ए मयारू लईका मन, मसीह कर संगति में बने रहा, ताकि जब ओहर आही त हमके हिमत होए अऊ ओकर आगू में हमके ला लजाए बर झईन परे। 29 अगर तुमन जानथा कि मसीह हर धरमी हवे, त तुमन एहू ला जानथा, कि जे कोनो भलाई कर काम करथे, ओहर परमेसवर ले जनमीस हवे।