एहूना कर लिखल पहिलो चिठी
एहूना कर लिखल पहिलो चिठी
बचन हर जिनगी देथे
1
1 संसार कर सिरजे कर आगू ले जिनगी देवईया बचनa हर रहीस, ओला हमरे सुने हन अऊ अपन आंएख ले देखे हन, अऊ हमरे ढेरेच धियान लगाए के देखे हन अऊ अपन हांथ ले छूए हन। ओ बचन कर बारे में हमरे तुमन के बतावत हन। 2 जेहर जिनगी देथे, ओहर परगट होईस, अऊ हमरे ओला देखे हन, अऊ ओकर गवाही देथन, अऊ तुमन के ओ अमर जिनगी कर बारे में बतावत हन। ओहर दाऊ परमेसवर कर संगे रहीस, अऊ हमर ऊपरे परगट होईस। 3 जेला हमरे देखे हन, अऊ सुने हन। अब ओकर बारे में हमरे तुमन के उपदेस देहत हन, ताकि तुहूंच मन ला हमर संगे संगति मिले। हमर ए संगति हर दाऊ परमेसवर कर संगे अऊ ओकर बेटा ईसू मसीह कर संगे हवे। 4 ए बात मन ला हमरे एकर बर लिखत हन, कि हमर आनंद हर पूरा होए जाए।परमेसवर कर इंजोर में चला
5 ओ खभेर, जेला हमरे ओकर बेटा हमरे ईसू मसीह ठन ले सुने हन अऊ तुमन के सुनात हन, ओहर ए लागे कि परमेसवर इंजोर हवे, अऊ ओमें तनिकोच अंधार नईए। 6 कहों हमरे ए कहब, कि हमर संगति ओकर संगे हवे, अऊ हमरे अंधार में चलथन, त हमरे झूठ बोलथन, अऊ सच के अनुसार नई चलन। 7 बकिन कहों हमरे इंजोर में चलथन, जेकस परमेसवर हर खुद इंजोर में हवे, त हमर संगति एक दूसर कर संगे हवे अऊ ओकर बेटा ईसू कर लहू, हमके सब पाप ले सुध करथे। 8 अगर हमरे कथन कि, हमर में कांहीच पाप नईए, त हमरे अपन आप ला धोखा देथन अऊ हमर में सचाई नईए। 9 अगर हमरे अपन पाप ला माएन लेबो, त परमेसवर हर हमर पाप ला छमा करही, अऊ हमके ला सबेच बुराई ले सुध करही, काबरकि ओहर बिसवास कर लाईक अऊ धरमी हवे। 10 अगर हमरे कहथन कि, हमरे कोनो पाप नई करे हन, त हमरे ओके झूठा ठहराथन, अऊ ओकर बचन हर हमर में नईए।