याकूब कर लिखल चिठी
ए चिठी कर बारे में दम अकन गोएठ
ए चिठी हर रोम समराएज कर सब एहूदी मसीह भाई-बहिन मन बर लिखल हवे। सगर दिन हमर चाल सहूर, हमर बेवहार कईसना होएक चाही, ओकर बारे में ए चिठी में खास कएर के बताल गईसे। याकूब ए चिठी में ढेरे बगरा उदाहरन देके बताईसे कि, बिसवास ला कईसे अपन करम कर दुवारा देखाए बर हे।
एमे ए सब बात मन लिखल हवे कि, अगर तुमन गरीब हवा, त निरास झईन होईहा। तुमन परीछा आही ते घनी अपन जीव ला छोटे झईन करीहा। झट के गुसा झईन होईहा। धनी अऊ गरीब कर मझारे मूंह देखी झईन करीहा। सब झन बर भलाई करे में लगे रईहा। हमके अपन जीभ अऊ अपन इछा ला काबू में रखे बर हवे। सब बात में हमके सिरीप परमेसवर कर ऊपर भरोसा करे बर चाही। हमेसा परमेसवर कर अधीन में रहिके सएतान कर सामना करीहा। तुमन कोनो गोएठ में घमंड झईन करा। अगर तुमन धनी हवा, त गरीब मन ला मदेत करीहा। तुमन दयालू बना अऊ जेके ला परमेसवर कर मदेत चाही ओमन बरीक पराथना करिहा। ए किताब में मसीह भाई-बहिन मन कर चाल सहूर कोन किसीम कर होए बर हवे ओकर बारे में लिखल हवे। एकरले ए किताब ला जरूर पढ़िहा अऊ अपन जिनगी में ओला अपनईहा।
ए चिठी ला खालहे लिखल भाग में बांटल गईस हे
जोहार 1:1
बिसवास अऊ बुधिमानी ले जिनगी जीयाई 1:2-18
परमेसवर कर अगींया ला सुना अऊ माना 1:19-27
धनी मन कर मूंह देखी झईन करा 2:1-13
काम अऊ बिसवास 2:14-26
बुधिमानी कर गोएठ 3:1-18
संसार कर संगी मन ले सवा चेती रईहा 4:1-5:6
धीरज, दया अऊ पराथना 5:7-20