पतरस कर लिखल पहिलो चिठी
खास चेला पतरस कर लिखल पहिलो चिठी
ए चिठी कर बारे में दम अकन गोएठ
पतरस कर दुवारा लिखल दूई गोट चिटठी में ले एहर पहिलो चिटठी लागे। ए चिटठी हर मसीही मन बर लिखल हवे, अऊ ओमन के परमेसवर कर चुनल मईनसे कहल गईस हवे। ओमन में ढेर अकन गएर एहुदी बिसवासी रहींन, अऊ एसिया परदेस कर उतर कर इलाका में बगेर गए रहींन। पतरस कर ए चिटठी ला लिखे कर खास उददेस एकर पढ़ोईया मन ला उतसाहित करे बर रहिस। जेमन अपन मसीही बिसवास कर चलते दुख तकलीफ अऊ सताव ला सहत रहींन। पतरस हर ओमन के ईसू कर सुघर खभेर कर सुरता करवाथे, काबरकि ईसू कर मिरतु, फेर जी उठाई अऊ फेर आये कर बात जबान हर ओमन ला आसा देथे, अऊ जब ईसू हर फेर आही, त ओमन अपन इनाम ला पाहीं। पतरस हर अपन चिटठी कर पढ़ोईया मन ला उतसाहित करथे, कि सताव कर मंझार में ओमन अपन बिसवास में बजर माढ़े रहें अऊ ओ ए बिनती करथे कि ओमन अईसना जिनगी जिएं, जेहर मसीह ला भाथे। ए सताव कर मंझार में ओमन के अधीन में रहे बर ए चिठी कर दुवारा सिखाथे। ए सताव कर घरी में हमू मन के परमेसवर कर सामरथी हांथ कर तरी अपन आप ला नरम कएर के अपन सबेच चिंता ला परमेसवर कर उपरे छोंएड़ देहे बर ए चिठी हर उतसाह करथे। ए चिठी हर बताथे कि एकस करे ले हमके मान मिलही।
ए चिठी ला खालहे लिखल भाग में बांटल गईस हे
खास चेला पतरस कर जोहार 1:1-2
अमर जिनगी कर असरा 1:3-12
पबितर जिनगी जीए बर सिकछा 1:13-2:10
दूख अऊ सताव कर घरी एगोट मसीह कर जिमेदारी 2:11-4:19
अगुवा अऊ जवान मईनसे मन ला उपदेस 5:1-11
ए चिठी कर आखरी जोहार 5:12-14