मसीह जिनगी बरीक सही सिकछा
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1 बकिन तंए अईसन बात मन ला सीखाओ,
जेहर सही सिकछा कर लाईक हे।
2 सियान मन ला अपन हांथ गोड़ ला सकेल के रहें कर सिकछा दे। ओमन माएन-मरजाद कर लाईक अऊ माढ़ल जीव कर रहें। ओमन बिसवास में बजर होए जाएं,
अऊ ओमन मया अऊ धीरज में बड़हत जाएं।
3 अईसनेच सियानीन मन कर चाल-सहूर हर परमेसवर ला मरजाद करे कर लाईक रहे,
ओमन लाई-चुगली करोईया अऊ मतवारीन झईन रहें बकिन बढ़िहां गोएठ बात कर सीखोईया रहें।
4 तेमेकि ओमन जवान सवांगीन मन ला एकस सिखाए सकें कि ओमन अपन-अपन घरगोंसिया अऊ अपन लईका-छऊआ मन ला ढेरेच मया करत रहें।
5 ओमन समझदार,
पबितरता,
घर कर काम-बूता करोईया,
दयालू अऊ अपन-अपन घरगोंसिया कर काबू में रहोईया रहें,
तेमेकि परमेसवर कर बचन कर निंदा झईन होए।
6 अईसनेच जवान सवांग मन ला समझाए दे कि ओहू मन माढ़ल जीव कर रहें।
7 सब बात में अपन आप ला,
बढ़िहां काम करे कर नमूना बनाओ। तोर सिकछा हर सफा-सफा अऊ आदर कर लाईक रहे।
8 अऊ ओके ला कोनो हर झईन कहे कि एकर गोएठ हर गलत हवे। तेमेकि बिरोध करोईया मन हमर ऊपर कोनो दोस लगाए झईन पाएं अऊ ओमन झट के लजाए जाएं।
9 गुलाम मन ला समझा,
कि ओमन सब बात में अपन-अपन गोंसिया मन कर काबू में रहें,
अऊ ओमन ला खुस राखें अऊ ओमन जग मूंह झईन लड़ाएं।
10 ओमन अपन गोंसिया जग चोरी-लूका झईन करें बलकी सबेच बात में बिसवास लाईक अऊ बढ़िहां बएन के देखाएं। तेमेकि सब कती ले हमर उदधार करोईया परमेसवर कर सिकछा हर फभत रहे।
11 सबेच मईनसे मन ला उदधार देहे बरीक परमेसवर कर अनुगरह हर परगट होईसे।
12 सबले महान परमेसवर अऊ हमर उदधार करोईया ईसू मसीह हर एक दिन राजा बएन के परगट होए जाहीं। ओ जुआर ला हमरे बढ़िहां असरा कर संगे अगुरत रथी।
13 एला अगुरे कर घनी में जे इछा हर परमेसवर ला फुरमा नई करे अऊ हमके ला पाप करुवाथे,
ओ इछा ला छोंएड़ के एही जुग में माढ़ल जीव अऊ परमेसवर कर देख में बढ़िहां जिनगी अऊ भकती कर जिनगी जीये बर ए अनुगरह हर हमके ला सीखाथे।
14 एही ईसू मसीह हर हमर सब बुराई ले छोंड़ाए बर अपन परान ला हमर बर दे देहीस अऊ सुध कएर के हमन ला अपन मईनसे बनाए लेहीस जेमन सुघर-सुघर काम-बूता करे में उतसुक रहीं।
15 तंए ए सब बात मन ला पूरा अधिकार कर संगे मईनसे मन ला समझाओ अऊ सिखात रह। कोनो तोके ला फालतू झईन समझें।