कलिसीया में मुखिया मन कर चाल सहूर
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1 ए गोएठ हर बिसवास लाईक हवे,
कि अगर कोनो मईनसे हर कलिसीया कर सेवक बने बर चाहथे त ओहर ढेरेच बढ़िहां काम करे कर इछा करथे।
2 ए जरूरी हवे कि सेवक ला अईसन जिनगी जीएक चाही कि कोनो ओकर ऊपर दोस लगाए झईन पाएं,
अऊ ओकर एकेच ठे परानी रहेक चाही,
ओहर अपन सब जीव जांगर ला बस में करोईया रहेक चाही,
अऊ सबेच झन जग बढ़िहां बेवहार,
अऊ सब कर आगु में मरजाद दार रहेक चाही,
पहुना मन कर नेवत भजन करोईया अऊ सिखाये-पढ़ाये में होसियार रहेक चाही।
3 ओके मतवार अऊ मार-पीट करोईया नई होएक चाही,
ओके झगरा करोईया नई होएक चाही,
धन संपती कर लोभीया नई होएक चाही बलकी ओके नरम सुभाव कर होएक चाही।
4 ओके अपन घर परिवार कर सुघर संजोरा करोईया होएक चाही। ओके अईसन दाऊ होएक चाही कि ओकर लईका-छऊआ मन माएन-मरजाद कर संगे ओकर गोएठ-बात ला मानल करें।
5 कहों कोनो हर खुद अपन परिवार कर संजोरा करे बर नई जाने,
त परमेसवर कर कलिसीया कर देख-रेख कईसे करही?
6 ओके नांवा चेला नई होएक चाही,
कहों एकस झईन होए कि ओहर घमंड कएर के जेकस सएतान हर परमेसवर जग ले डंड पाईस ओही कस ओहू हर पाए सकथे।
7 अबिसवासी मन कर मझार में ओकर बढ़िहां नांव होएक चाही,
तेमेकि ओहर कोनो बईदनामी में फंएस के सएतान कर जाल में बाएझ झईन जाए।
कलिसीया कर सेवक मन कर चाल-सहूर
8 ओईसनेच कलिसीया कर सेवक मन ला इजतदार होएक चाही,
ओमन के दुई भेदीया,
मतवार अऊ लोभीया नई होएक चाही।
9 बकिन ओमन ला मसीह बिसवास कर सत जेहर परगट होईसे ओला सूध सोंच में समहाएर के रहोईया होएक चाही।
10 ओमन आगु ले जरूर तजबीजल जाए,
अऊ अगर निरदोस निकले त ओमन सेवा कर काम करें।
11 एहीच कस कलिसीया में सेवा करोईया सवांगीन मनa ला इजतदार होएक चाही,
लाई-चुगली करोईया नई होएक चाही,
चेत समहारल अऊ सब गोएठ बात में बिसवास लाईक रहेक चाही।
12 कलिसीया कर सेवक कर एकेच ठन परानी रहेक चाही अऊ अपन लईका-छऊआ अऊ अपन घर-दूआर कर बढ़िहां संजोरा करोईया होएक चाही।
13 जेमन कलिसीया कर सेवक कर काम बढ़िहां ले करथें,
ओमन कर सब कोनो माएन-मरजाद करथें अऊ ईसू मसीह कर बिसवास में ढाढस पाथें।
महान सत जेला परमेसवर हर परगट करीस
14 मंए तोर जग हालू आए कर असरा करत हों तबो ले तोके ए बात ला लिखत हों।
15 कहों अगर मोर आए में अबेर होए जाही,
त तंए जाएन लेबे कि परमेसवर कर परिवार में बिसवासी मन ला कईसना बेवहार करे बर चाही,
ए परिवार हर जीयत परमेसवर कर कलिसीया अऊ सत कर खुंटा अऊ नेंव लागे।
16 कईसे हमरे परमेसवर कर भकती कएर के जिनगी जी सकत हन ओकर महान सत ला परमेसवर हर परगट करीसे,
ओमे कोनो संका नईए ओहर ए लागे कि,
ईसू मसीहb मईनसे कर रूप में परगट होईस,
पबितर आतमा कर जरिये साबित करल गईस,
सरग दूत मन ला देखार देहीस,
जाति-जाति में ओकर परचार होईस,
संसार कर मईनसे मन ओकर ऊपर बिसवास करीन
अऊ ओहर महिमा में ऊपर उठाए लेहल गईस।