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1 मंए चाहथों कि तुमन ला ए पता चएल जाए, कि तुमन बर, लवोदीकीया सहर में रहोईया मन बर अऊ ओ सबेच झन बर जेमन मोर चेहरा ला नई देखीन हवें, ओमन बर मंए ढेरेच मेहनत करथों, 2 मंए ए मेहनत ला एकर ले करथों कि ओमन मया में एक होए के उतसुक रहें तेमेकी ओमन पूरा समझ ले आसीस पाएं अऊ परमेसवर कर भेद ला, मने कि मसीह ला जाने। 3 ओमे बूदधी अऊ गियान कर सबेच भंडार लूकल हवे। 4 मंए तुमन के ए गोएठ ला एकरले कहथों, तेमेकी कोनो तुमन के लोभाए मधे गोएठ गोठियाए के, धोखा देहे झईन सके। 5 काबर कि मंए देंह में तुमन ठे ले दुरिहां हवों, बकीन आतमा में मंए तुमन कर संगे हवों। तुमन बढ़िहां तरिका ले जिनगी जीयथा अऊ मसीह में तुमन कर बिसवास हर बजर हवे, मंए एला देख के ढेरेच खूस होथों।
झूठा सिकछा ले सवाचेती
6 एकरे ले जेकस तुमन मसीह ईसू ला परभू माएन लेहे हवा, ओहीच कस मसीह कर संगे जिनगी जीयत रहा। 7 ओहीच में जएर धर के बढ़त जावा अऊ जेकस तुमन के सीखाल गईस हवे, ओहीच कस अपन बिसवास में बजर होते जावा अऊ हमेसा तुमन कर हिरदे में धनबाद भरल रहे। 8 सचेत रहा कि कोनो बेकार कर गियान अऊ फालतू गोएठ में तुमन के, अपन कती झईन कएर लेहे, जेहर मईनसे मन कर रीती कर अनुसार अऊ ए संसार कर नियम कर अनुसार तो हवे, बकीन मसीह कर अनुसार नईए।
हमन ला मसीह में जीत मिलीस
9 काबर कि परमेसवर कर सुभाव कर सबेच भरपूरी हर, मईनसे कर रूप में मसीह में बसथे। 10 मसीह में बने रहे ले तुमन सिद्ध हो गए हवा, ओहर सबेच सासन करोईया अऊ अधिकार कर मूखीया हवे। 11 जे घनी तुमन मसीह में आया त तुमनों कर खतना होईस, ए खतना हर मईनसे मन कर हाथ ले नहीं, बलकी मसीह कर दुवारा, तुमन कर पापी सुभाव ला काट छांट के अलग करीसे। 12 मसीह कर संगे तुमन बतीसमा में गाड़ल गए हवा अऊ तुमन ओकर संगे जी उठेहा काबरकि तुमन परमेसवर कर सामरथ में बिसवास करे हवा, जेहर मसीह के मरल में ले जीयाईस। 13 तुमन अपन अपराध में अऊ अपन पापी सुभाव जेहर बिगर खतना कर नियर हवे ओमे तुमन मएर गए रहा, तबोले परमेसवर हर तुमन कर सबेच अपराध ला छमा कएर के मसीह कर संगे जीयाईस। 14 परमेसवर हर कानहूंन कर ओ लिखल नियम ला जेहर हमर बिरोध में रहीस, ओला मेटाए देहीस अऊ ओके कुरूस में कांटी ठोंएक के, हमर मझार ले हटाए देहीस। 15 अऊ मसीह हर सएतान कर खालहे काम करोईया सब सासक अऊ अधिकारी मन कर हथियार ला लू़ट लेहीस अऊ हरुवाए देहीस, अऊ कुरूस में एमन कर ऊपरे जीत पाए के एमन ला सब कर आगु में लजुवाए देहीस।
16 एकरले तुमन कर खवई, पीयई, धारमीक तीहार, नांवा जोन कर खूसी चाहे बिसराम दीन कर बारे में, तुमन कोनो के दोस लगाए कर मोका झईन देवा। 17 काबर कि ए सब हर, अवईया बात मन कर छाएं लागे, बकीन सही बात हर मसीह में दिखथे। 18 कोनो हर झूठ- मूठ कर नरम सुभाव ला धेखाए के अऊ सरग दूत मन कर पूजा कएर के तुमन ला धोका झईन दे अऊ तुमन कर दऊड कर इनाम ला पाए ले झईन रोके; एकस मईनसे हर अगम कर बात ला देकथों कहिके डिंग मारथे बकिन ओ सब बात हर बेकार हवे काबरकि ओहर अपन सोच-बिचार में घमंड कएर के फूलथे। 19 ओमन मूड़ी जेहर मसीह लागे ओमे जूडे नई रहें। ओ मसीह ले सबेच देंह कर पालन- पोसन होथे अऊ देंह कर जोड़ अऊ नस मन एके संगे मसीह में जुटे रथे अऊ जेकस परमेसवर चाहथे, ओहीच कस बढ़त जाथे।
गलत सिकछा देवईया मन ले सवाचेती रईहा
20 अगर तुमन मसीह कर संगे मएर गए हवा अऊ ए संसार कर आगु कर सिकछा ले छूटकारा पाए गए हवा, तो फेर तुमन काबर एकस जिनगी जीयथा, जेकस कि अझेर ले तुमन संसार कर हवा? तुमन काबर एकर बिधी- बिधान ला मानथा? 21 जेकस कि, दुरीहां रहा' 'एला झईन चिखा' अऊ 'एला झईन छूआ'। 22 ए सबेच जाएत हर काम में आवत- आवत नास होए जाही, काबर कि एहर मईनसे मन कर बनावल नियम अऊ सिकछा हवे। 23 ए नियम में अपन इछा कर अनुसार बनावल भकती हवे, अऊ देखाए बर नरम सुभाव हवे, अऊ अपन देंह ला दुख देहे कर देखावा भी हवे, त एला देखे ले अईसना लागथे कि, एमे ढेरेच गियान हवे बकिन ए नियम हर, देंह कर ईछा ला रोके में काही काम नई आवे।