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1 एकरले ए मोर दुलरुवा भाई-बहिन मन, जेकस मंए तुमन ला बताए हवों, ओइसने परभू में बने रहा, तुमन ला मंए मया करथों अऊ तुमन जग भेंटाए बर करथों। ए दुलरुवा संगी मन, तुमन मोर काम कर जरीये मिलल आनंद अऊ मोर मुकुट हवा।मसीही चाल-चलन
2 मंए यूओदिया अऊ सुनतूखे बहिन मन ला समझाथों, कि ओमन आपस में एक मन होए के रहें, काबरकि ओमन परभू कर संगे जिनगी बिताथें। 3 ए सचा संगी, मंए तोरो जग बिनती करथों, कि तंए ओ सवांगीनो मन कर मदेत कर, काबर कि ओहूमन, मोर संगे सुघर खभेर ला फईलाए में कलेमेंस भाई अऊ मोर आने संगी मन कर संगे ढेरेच मेहनत करीन हवें, जेमन कर नांव जीवन कर किताब में लिखल हवे,।
4 परभू में सब घनी खुस रहा, मंए फेर कहथों खुस रहा। 5 सब मईनसे मन जाएन जाएं कि तुमन नरम सुभाव कर मईनसे हवा, परभू कर अवई लिघे हवे। 6 कोनो बात कर चिंता झईन करा, बकीन सब बात में तुमन कर नीवेदन, पराथना अऊ बिनती हर धनबाद कर संगे परमेसवर कर आगु में राखल जाए। 7 अऊ जब तुमन मसीह ईसू कर संगे रईहा तब परमेसवर कर सांती, जेहर सबो समझ ले बाहरी हवे, तुमन कर हिरदे अऊ तुमन कर बिचार कर रखवाली करही।
8 एकरले ए भाई मन, जे जे बात हर सही हवे अऊ जे बात हर आदर कर लाईक हवे, अऊ जे बात हर ठीक हवे अऊ जे बात हर पबितर हवे अऊ जे बात हर सुघर हवे अऊ जे जे बात हर मन ला मोहे लाईक हवे, मतलब जे सुघर गून अऊ बड़ई कर बात हवे, ओमन में धियान लगाए रहा। 9 तेकर जे बात ला तुमन मोर जग ले सीखे हा, चाहे पाए हवा, चाहे सुने हवा अऊ मोर में देखे हवा, ओकरेच पालन करते रहा। तब परमेसवर, जेहर सांती कर सोता हवे, तुमन कर संगे रही।
पऊलूस हर दान बरीक धनबाद देथे
10 तुमन फूरोंच में मोर भलाई बर चिंता तो करत रहा, बकीन एला परगट करे बर तुमन के मोका नई भेंटात रहीस। एतना दिन कर पाछु तुमन फेर एक दाएर मोर चिंता करेहा, एकर ले मंए परभू में ढेरेच खुस हों। 11 मंए ए बात ला एकरले नई कहथों कि मोके कोनो चीज कर कमी हवे; काबर कि मंए जे हालत में हवों ओमे संतोस करे बर सीख गए हवों। 12 मंए कमी घटी में रहे बर जानथों अऊ एहू ला जानथों कि सब जाएत रही तबोले कईसे रहे बर हवे, सब बात में अऊ सब हालत में चाहे अघाए रहों चाहे भूखे रहों अऊ चाहे मोर जग ढेरे अकन रहे चाहे थोरहें रहें, मंए खुस रहे बर सीख गए हों। 13 जे मसीह हर मोके सामरथ देथे, ओमे मंए सब जाएत कएर सकथों।
14 तबो ले तुमन बढ़िया करा कि मोर दुख में मोर मदेत करा। 15 ए फिलीपी सहर कर रहोईया मन, जेकस कि तुमन जानथा कि सुघर खभेर कर परचार कर सूरु में, जब मंए मकिदुनीया सहर ले बिदा होंए, तब तुमन कर छोंएड़ अऊ कोनो कलिसीया हर लेहे- देहे कर बारे में मोर मदेत नई करीन। 16 एहीच कस जब मंए थीसलूनीके सहर में रहें, तबो ले तुमन मोर कमी ला पूरा करे बर, एक दाएर नहीं बकिन कईयो दाएर ले, मोर बर कांही भेजे रहा। 17 ए नहीं कि मंए दान चाहथों, बकिन मंए ए चाहथों, कि तुमन कर देहे ले जे आसीस मिलत हे ओहर अऊ बढ़त जाए। 18 मोर जग सब जाएत हवे अऊ ढेरेच अकन हवे, जे जाएत ला तुमन इपफूरूदीतूस भाई कर हांथ में भेजे रहा, ओला पाए के मोर मन में संतोस होए गईस हे, ओहर तो एगोट खुसबू दार, भेंट ला अपनाए लाईक बलीदान हवे, जेकर चलते परमेसवर हर ढेरेच फुरमा होथे। 19 मसीह ईसू हर तुमन बर मरीस हवे, एकर ले मोर परमेसवर हर, अपन ओ अनठेकानी धन कर अनुसार तुमन कर सबेच कमी ला पूरा करही। 20 हमर दाऊ परमेसवर कर महिमा जूग- जूग होवत रहे। आमीन।
पऊलूस कर जोहार