ईसू हर अपन चेला मन कर गोड़ धोथे
13
1 फसह तिहार कर ठीक पहिले दिन, ईसू हर जाएन गईस कि “ए संसार ला छोंएड़ के मोर दाऊ जग जाए कर घरी हर आए गईसे।” ओकर ऊपर बिसवास करोईया मन ला ओहर जेकस मया करत रहीस ओही कस ओमन ला आखरी घरी तक मया करतेच रहीस।2 ईसू अऊ ओकर चेला मन बियारी खात रहीन। ओकर ले आगू सएतान हर समोन कर बेटा एहूदा इसकरोती कर मन में, ए बात ला डाएल दारे रहीस कि ईसू ला ओहर धोखा देके धरुवाए। 3 ईसू हर एला जानत रहीस कि “दाऊ हर सब जाएत ला मोर हांथ में सोंएप देहीसे अऊ मंए परमेसवर जग ले आए हों अऊ ओकरेच जग फेर जाहूं।” 4 तेकर ओहर खात रहीस तेला छोंएड़ के उठीस अऊ अपन ऊपर कर ओढ़ना ला निकालीस अऊ एगोट सांफी ला लेके अपन कनिहां में लपेट लेहीस। 5 तेकर ओहर एगोट छिपा में पानी भएर के, अपन चेला मन कर गोड़ धोए लागीस अऊ जे सांफी ला अपन कनिहां में लपेटे रहीस, ओही में ओमन कर गोड़ ला पोंछे लागीस। 6 जब ईसू हर समोन पतरस कर लिघे गईस, त पतरस हर ओके कहीस, “ए परभू, का तंए मोर गोड़ ला धोए बर जाथस?”
7 ईसू हर जबाब देहीस, “जेला मंए करत हों, ओला तंए अझेर नई समझस, बकिन पाछू तंए समेझ जाबे।” 8 पतरस हर ईसू ला कहीस, “तंए मोर गोड़ ला कभों नई धोए पाबे” एला सुईन के ईसू हर पतरस ला कहीस, “अगर मंए तोके नई धोहूं, त मोर संगे तोर कोनोच नाता नई रही।” 9 समोन पतरस हर ओके कहीस, “ए परभू, तंए मोर गोड़ेच ला नहीं, बकिन मोर हांथ अऊ मूड़ोच ला धोए दे।”
10 तेकर ईसू हर ओके ला कहीस, “जेहर असनान कएर दारीसे, सिरीप ओकर गोड़ ला धोए कर जरूरत हवे, काबरकि ओहर पूरा तरह ले सफा हवे। तुमन में ले एक झन कर छोंएड़ तुमन सब कोनो सफा हवा।” 11 (काबरकि ओहर तो जानत रहीस कि ओके कोन धरुवाही, ओकरे ले ओहर कहीस “तुमन में ले एक झन हर सफा नईए।”)
12 जब ईसू अपन चेला मन कर गोड़ ला धोए दारीस, त अपन ऊपर कर ओढ़ना पहिर के फेर खाए बर बईठ गईस, त ओमन ला पूछीस “का तुमन समझा कि मंए तुमन कर संगे का करें? 13 तुमन मोके गुरू अऊ परभू कहथा, अऊ ठीकेच कहथा, काबरकि मंए ओही लागों। 14 अगर मंए परभू अऊ गुरू होईओच के तुमन कर गोड़ धोएं, त तुंहू मन ला एक दूसर कर गोड़ धोए बर चाही। 15 काबरकि मंए तुमन के नमूना देखाए देहे हों, कि जेकस मंए तुमन कर संगे करे हों, तुंहू मन ओही कस करीहा। 16 मंए तुमन ला फूरोंच कहथों, “सेवक हर अपन मालीक ले बड़े नई होए अऊ भेजल मईनसे मन अपन भेजोईया ले बड़े नई होए। 17 जे बात मन ला मंए तुमन जग गोठियाएं, अगर ओला तुमन समझिहा अऊ ओला मानिहा, त आसीस पईहा। 18 मंए तुमन सबेच झन कर बारे में नई कहथों। मंए ओमन ला जानथों, जेमन ला मंए चुईन लेहे हों। बकिन पबितर किताब कर बचन में जेकस लिखल हवे, ओला पूरा होए बर जरूरी हवे कि ‘जेहर मोर रोटी खाईस ओहीच हर मोर बिरोध में होए गईस।’ 19 ए सब जाएत ला होए कर पहिले, अब मंए तुमन ला ए बताए देहथों, कि जब एहर पूरा होए जाही, त तुमन बिसवास करीहा कि मंए ओही लागों। 20 मंए तुमन के फूरोंच कहथों, “जेहर मोर भेजोईया ला अपनाथे, ओहर मोके अपनाथे अऊ जेहर मोके अपनाथे, ओहर मोर भेजोईया ला अपनाथे।
ईसू ला धोखा देथें तेकर बारे में अगमबानी करथे
21 ए बात मन ला कहिके ईसू हर ढेरेच बियाकुल होईस अऊ गवाही देहीस, “मंए तुमन ला फूरोंच कहथों, कि तुमन में ले एक झन हर मोके धरुवाही।” 22 त चेला मन दुबिधा में पड़ गईन अऊ एक दूसर के देखे लागीन, काबरकि ओमन समेझ नई पाईन की ओहर काकर बारे में कहत हवे। 23 ओकर चेला में ले एक झन जेके ला ईसू हर ढेर मया करत रहीस, ओहर ईसू कर छाती कती झुक के बईठे रहीस। 24 तब समोन पतरस ओ चेला कती इसारा कएर के कहीस, “ईसू जग पूछ कि ओ काकर बारे में कहथे?” 25 तेकर ओ चेला हर ईसू कर छाती कती ओहीच कस झुईक के ओके ला पूछीस, “ए परभू, बता, ओहर कोन लागे?”
26 त ईसू हर कहीस, “जेके मंए ए रोटी कर टुटका ला कटोरा में बोएथ के देहूं, ओहीच हर ओ मईनसे लागे।” अऊ ईसू रोटी कर टुटका ला बोएथ के समोनकर बेटा एहूदा इसकरोती ला देहीस। 27 एहूदा ओ रोटी कर टुटका ला लेहीस, त ईसू हर ओकर जग कहीस “तंए जे जाएत करे बर जाथस, ओला हालू कर।” अऊ सएतान हर ओकर ऊपरे समाए गईस। 28 (बकिन ओजग बईठल में ले कोनो नई जानीन कि, ईसू एहूदा जग ओकस काबर कहीस। 29 एहूदा जग पईसा कर थईला रहत रहीस। ओकरे ले कोनो मन समझीन कि, ईसू ओके कहथे, “हमके तिहार में जे जाएत चाही ओला बेसाए लान, आखिर गरीब मन ला कांही दे दे।) 30 एहूदा हर ओ रोटी कर टुटका ला लेहे कर पाछू, तुरतेंच बाहरी निकेल गईस अऊ (ओ घरी राएत रहीस।)
नांवा अगियां
31 जब एहुदा हर चएल देहीस, त ईसू हर कहीस, “अब मंए मईनसे कर बेटा मोर महिमा होईस, अऊ ओकर जरिये परमेसवर कर महिमा होईसे। 32 अगर मंए मईनसे कर बेटा मोर जरिये परमेसवर कर महिमा होईस हवे, त परमेसवरोच हर अपन जरिये मोर महिमा करही अऊ हालुच करही। 33 ए मोर दुलरुवा मन, मंए अऊ तनीक जुआर बर तुमन जग रहूं। तुमन मोके खोजिहा अऊ जेकस मंए एहूदी नेता मन ला कहे रहें, ओहीच कस तुहूंच मन ला कहथों कि, जिहां मंए जाथों, उहां तुमन जाए नई सकिहा। 34 मंए तुमन ला एगोट नांवा अगींया देहथों, कि एक दूसर ठन मया करा। जेकस मंए तुमन जग मया करे हों, ओही कस तुंहूच मन एक दूसर ले मया करा। 35 अगर तुमन एक दूसर ले मया करिहा, त सब मईनसे मन जानहीं कि तुमन मोर चेला लागा।
पतरस कर इनकार कर बारे में ईसू हर बताथे
36 समोन पतरस हर ईसू जग कहीस, “ए परभू, तंए कहां जाथस?” त ईसू हर कहीस, “जिहां मंए जाथों, तंए उहां अझेर मोर पाछू आए नई सकस, बकिन एकर पाछू तंए आबे।” 37 तेकर पतरस हर ओके कहीस, “ए परभू, अझेर मंए तोर पाछू काबर नई आए सकथों? मंए तो तोर बर अपन परानोच ला दे देहूं।”
38 ईसू हर पतरस जग कहीस, “का सहीच में तंए मोर बर अपन परान देबे? मंए तोर जग फूरोंच में कहत हों, कि मूरगा बासे ले आगु तंए तीन दाएर मोर इनकार करबे।