ईसू ला धरे कर बिचार
22
1 एहूदी मन कर बिगर खमीर कर रोटी कर तिहार,
जेला फसह तिहार कहत रहीन,
ओहर लिघीयाए गए रहीस।
2 मुख आजक मन,
अऊ कानहूंन कर सीखोईया मन मईनसे मन ले डरात रहीन,
एकरले ओमन ईसू ला माएर मरुवाए कर उपाए करत रहीन।
3 तेकर सएतान हर,
एहूदा इसकरोती कर भीतरी समाए गईस,
ओहर ईसू कर खास बारह चेला में ले एक झन रहीस।
4 एहूदा हर मुख आजक,
अऊ मंदिर कर रखवार मन कर अधिकारी मन जग गईस,
अऊ ए गोएठ बात करीस,
कि ओ ईसू ला कईसे ओमन कर हांथ में धरुवाही।
5 ओमन ढेरेच खुस होईन,
अऊ ओके ला पईसा देहे बर राजू होए गईन।
6 एहूदा हर अंगेर गईस,
अऊ दांव खोजे लागीस,
कि जे घनी भीड़ नई रही,
ते घनी ईसू ला ओमन जग धरुवाए देहूं।
ईसू चेला मन कर संगे फसह कर आखरी भोज खाथे
7 तेकर बिगर खमीर कर,
रोटी कर दिन हर आईस,
जेमे फसह कर भेंड़ी कर छउआ ला,
बलीदान करे बर जरूरी रहीस।
8 ईसू हर पतरस अऊ एहूना ला,
ए कही के भेजीस,
“जावा,
अऊ हमर बर फसह कर भोजन ला तियार करा कि,
ओला हमन खाए सकी।”
9 ओमन ईसू जग पूछीन,
“तंए का चाहथस?
हमरे कहां ओकर तियारी करी?”
10 ईसू हर ओमन ला जबाब देहीस,
“सुना,
जब तुमन सहर में ढूकीहा,
त तुमन ला एगोट मईनसे हर,
गघरी में पानी डोह के जात भेंटाही,
ओहर जे घर में जाही,
तुमन ओकर पाछू-पाछू चएल देईहा;
11 अऊ तुमन ओ घर कर मालीक ला कईहा,
'गुरू हर तोर जग पूछे बर भेजीस हे,
कि पहुना मन कर बईंगरा हर कहां हवे,
जिहां मंए अपन चेला मन कर संगे,
फसह तिहार कर भोज करों?
12 ओहर तुमन ला ऊपर छत में,
एगोट सजल-सजाल बड़खा बईंगरा देखाही,
उहां तुमन तियारी करीहा।”
13 ओमन उहां गईन,
अऊ जेकस ईसू कहे रहीस,
ओही कस पाईन,
अऊ फसह कर भोज कर तियारी करीन।
(मती 26:26-30; मरकुस 14:22-26; 1 कुरन्‌थी 11:23-25)
14 जब खाए कर निचट जुआर आईस,
त ईसू हर खास चेला मन कर संगे,
खाए बर बईठीस।
15 ईसू हर ओमन ला कहीस,
“मोर केतना ईछा रहीस कि दुख भोगे कर आगु,
ए फसह तिहार कर भोज ला,
तुमन कर संगे खाओं।
16 काबरकि मंए तुमन ला फूरोंच कहथों कि,
जब ले एकर मतलब हर,
परमेसवर कर राएज में पूरा नई होए जाही तब ले मंए ए भोजन ला फेर कभों नई खाहूं।”
17 तेकर ईसू हर अंगूर कर रस कर कटोरा ला धईर के,
परमेसवर कर धनबाद करीस,
अऊ कहीस,
“एला लेआ,
अऊ तुमन अपन मझारे बांएट के पी लेआ।
18 काबरकि मंए तुमन ला कहथों,
कि जब ले परमेसवर कर राएज नई आए जाही,
तब ले मंए अंगूर कर रस ला,
फेर कभों नई पीहूं।”
19 तेकर ईसू हर रोटी ला लेहीस अऊ धनबाद कएर के रोटी ला टोरीस अऊ अपन चेला मन ला देहीस अऊ कहीस,
“एहर मोर देंह लागे,
जेला मंए तुमन ला देहथों,
मोर सुरता बर एही कस करीहा।”
20 ओमन खाए दारीन,
तेकर ईसू हर कटोरा ला लेहीस अऊ कहीस,
“ए कटोरा हर परमेसवर अऊ ओकर मईनसे मन कर मझारे,
नांवा करार हवे,
ए नांवा करार कर सुरू मोर लहू ले होवथे,
जेला मंए तुमन बर बहाए देहें।”
21 “बकिन सुना,
जेहर मोके धरुवाही,
ओहर मोर संगे खाए बर बईठीस हे।
22 जेकस परमेसवर हर फईसला करीस हे,
ओही कस मंए मईनसे कर बेटा हर जरूर मएर जाहूं,
बकिन हाय,
ओकर ऊपर,
जेकर चलते ओहर धरुवाल जाही।”
23 तेकर चेला मन आपस में पूछे लागीन,
“हमर में ले ओहर कोन होए सकथे,
जेहर एकस करही।”
ईसू काके ला बड़खा समझथे?
24 ईसू कर चेला मन कर मंझारे ए बंहस होए लागीस,
“हमन में ले सबले बड़खा कोन हवे?”
25 ईसू हर ओमन ला कहीस,
“गएर एहूदी कर राजा मन,
अपन मईनसे मन कर ऊपरे राएज करथें अऊ हुकुम चलाथें,
तबो ले ओ राजा मन,
एमन कर ‘भलाई करोईया’ कहूआए बर चाहथें।
26 बकिन तुमन एकस कभों झईन करीहा,
बलकी जेहर तुमन में ले सबले बड़खा हवे,
ओके सबले छोटे कस बनेक चाही,
अऊ जेमन अगुवा हवें ओमन ला सेवक कस बनेक चाही।
27 काबरकि बड़खा कोन हवे,
ओहर जेहर खाए बर बईठीस हवें,
अखीर ओहर जेहर सूआरी करथे?
हओ,
फूरोंच में,
जेहर खाए बर बईठीस हे। बकिन मंए तुमन कर मझारे,
सूआरी कस हों।
28 जब मोर जिनगी में संकट आईस त तुंही मन हमेसा मोर संगे रहा;
29 अऊ जेकस मोर दाऊ हर मोके एगोट राएज देहीसे,
ओहीच कस मंए तुमन ला राएज देहथों।
30 तेमेकि तुमन मोर राएज में मोर संगे खईहा अऊ पीहा अऊ राएज गदी में बईठ के,
इसराईल कर बारह गोती कर नियाओ करीहा।”
पतरस कर इनकार करे कर अगमबानी
31 तेकर ईसू हर कहीस,
“समोन,
ए समोन!
सुन,
सएतान हर तुमन ला गंहू पछूरे कस डोलाए बर मोर जग ले मांएग लेहीस हे।
32 बकिन समोन मंए तोर बर पराथना करे हों,
तेमेकी तोर बिसवास हर झईन डोले,
अऊ जे घनी तंए पछताप कएर के मोर जग वापिस आबे,
त अपन भाई मन ला बिसवास में बजर करबे।”
33 फेर ओहर ईसू जग कहीस,
“ए परभू,
मंए तोर संगे जेहल में जाए बर,
अऊ मरोच बर तियार हों।”
34 ईसू हर कहीस,
“पतरस मंए तोके कहथों कि आएज मूरगा बासे कर आगु,
तंए तीन दाएर इनकार कएर के कहबे कि,
मंए ओके ला नई जानों।”
35 तेकर ईसू हर ओमन ला पूछीस,
“मंए तुमन ला बिगर पईसा,
बिगर झोला अऊ बिगर पनही कर भेजे रहें,
त का तुमन ला कांही जाएत कर कमी होईस?”
ओमन कहीन,
“नही,
कांहीच जाएत कर कमी नई होईस।”
36 ईसू हर ओमन ला कहीस,
“बकिन अब जेकर जग पईसा हवे,
ओहर ओला धएर ले,
अऊ जेकर जग झोला हवे,
ओहू ला धएर ले,
अऊ जेकर जग तलवाएर नईए,
ओहर अपन ओढ़ना ला बेंच के तलवाएर बेसाए ले।
37 काबरकि मंए तुमन ला फूरोंच कहथों,
कि जेकस मोर बारे में परमेसवर कर किताब में लिखल हवे,
ओहर अपराधी मन कर संग गनल गईस,
ए बात हर मोर ऊपरे पूरा होए बर जरूरी हवे,
काबरकि जे बात हर मोर बारे में लिखल गईसे,
ओहर पूरा होवथे।”
38 चेला मन कहीन,
“ए परभू,
देख,
एजग दुई ठे तलवाएर हवे।” बकिन ईसू हर ओमन ला कहीस,
“बस,
होए गईस। ”
जेतून पहार में ईसू कर पराथना
39 तेकर ईसू बाहरी निकेल के,
जेकस सगर दिन करत रहीस,
ओही कस जेतून पहार में गईस अऊ ओकर चेला मन ओकर पाछू-पाछू गईन।
40 ओजग पहुंच के ईसू हर चेला मन ला कहीस,
“पराथना करा कि तुमन परीछा में झईन पड़ा। ”
41 तेकर ईसू ओमन जग ले अलगे तनीक दुरीहां में गईस,
अऊ ठेहुनाए के पराथना करे लागीस,
42 “ए दाऊ,
तंए चाहबे,
त ए बड़खा दुख कर कटोरा ला मोर जग ले हटाए दे,
तबो ले मोर नहीं,
तोर ईछा पूरा होए।”
43 तेकर एगोट सरग दूत हर ओजग परगट होईस,
जेहर ओके सकती देहत रहीस।
44 ईसू हर ढेरेच दुख में बेयाकूल होए के मन लगाए के पराथना करे लागीस अऊ ओकर पसीना हर लहू कर बूंद सहींक भुईंया में गिरत रहीस। a
45 जे घनी ओहर पराथना कएर के उठीस अऊ चेला मन जग गईस,
त ओमन ला दुख कर मारे सूतत अऊ थकल पाईस
46 ईसू हर ओमन ला कहीस,
“तुमन काबर सूतत हा?
उठा अऊ पराथना करा तेमे कि तुमन परीछा में झईन पड़ा।”
ईसू ला धोखा देके धरथें
47 जे घनी ईसू गोठियात रहीस,
तबेच मईनसे मन कर एगोट भीड़ आए गईस। ओ बारह खास चेला में ले एक झन,
जेकर नांव एहूदा रहीस,
ओहर भीड़ कर आगु-आगु जात रहीस। ओहर ईसू ला चुमहे बर ओकर ठांवें आईस।
48 बकिन ईसू हर ओके ला कहीस,
“ए एहूदा,
का तंए चुईमके मईनसे कर बेटा ला धरवाथस?”
49 ईसू कर चेला मन,
जे घनी देखीन कि अझेर का होही,
त ओमन कहीन,
“ए परभू,
का हमन तलवाएर चलाई?”
50 अऊ चेला में ले एक झन हर महाआजक कर सेवक कर,
जवनी कान ला तलवाएर में काएट देहीस।
51 ते घनी ईसू हर कहीस,
“रहे देआ,
बस होए गईस;”
अऊ ईसू हर ओकर कान ला छुईस अऊ ओके ला बढ़िहां कएर देहीस।
52 तेकर ईसू हर मुख आजक अऊ मंदिर कर सिपाही मन कर अधिकारी अऊ अगुवा मन जग कहीस,
जेमन ओके ला धरे बर आए रहीन,
“का मंए डांकू लागों,
कि तुमन तलवाएर अऊ बड़खा-बड़खा लाठी लेके आए हा?
53 मंए सगर दिन परमेसवर कर मंदिर में तुमन कर संगे रहत रहें अऊ तुमन मोके नई धरा,
बकिन अझेर एहर तुमन कर समय हवे,
अऊ अंधार कर सकतीयो ला राएज करे कर समय हवे।”
पतरस ईसू ला इनकार करथे
54 तेकर ओमन ईसू ला धरीन अऊ ओके महाआजक कर घरे ले गईन;
बकिन पतरस हर दुरीहां में होए के ओमन कर पाछू-पाछू जात रहीस।
55 जे घनी ओमन अंगन कर मझारे,
आगी बाएर के एक संगे बईठ गईन,
त पतरस हर ओमन कर मझारे जाए के बईठ गईस।
56 एक झन दासी हर,
पतरस ला आगी कर इंजोर में बईठल देखीस,
अऊ ओके एकढीट देख के कहीस,
“एहू मईनसे हर तो ईसू कर संगे रहीस।”
57 बकिन पतरस हर इनकार कएर के कहीस,
“ए बहिन,
मंए ओके ला नई जानों।”
58 तनीक जुआर कर पाछू,
कोनो दूसर झन हर पतरस ला देख के कहीस,
“तंए तो ओमन में ले एक झन लागस।” बकिन पतरस हर कहीस,
“ए भाई,
मंए ओ मईनसे ना लागों।”
59 अंदाजी एक घंटा कर पाछू एगोट दूसर मईनसे हर जोर देके कहीस,
“फूरोंच में एहर ओकर संगे रहीस,
काबरकि एहू गलील जिला कर रहोईया लागे।”
60 बकिन पतरस हर कहीस,
“ए भाई,
मंए नई जानों कि तंए का कथस।” जे घनी पतरस हर एकस कहत रहीस तुरतेंच मूरगा हर बासीस।
61 अऊ परभू हर पिछूवाए के सोज पतरस ला देखीस। तेहीच घनी पतरस ला परभू कर कहल गोएठ कर सुरता आईस कि आएज मूरगा बासे कर आगु तंए तीन दाएर मोर इनकार करबे।
62 तेकर पतरस हर अंगन ले बाहरी कती गईस,
अऊ कलेप-कलेप के रोईस।
ईसू कर निंदा करथे
63 जे मईनसे मन ईसू ला धरे रहीन,
ओमन ईसू कर मजाक उड़ाईन अऊ मारे पीटे लागीन।
64 ओमन ईसू कर आंएख ला बांएध के ओकर जग कहे लागीन,
“अगमबानी कएर के बताओ कि तोके ला कोन मारीस;”
65 अऊ ओमन ढेरेच अऊर निंदा कर गोएठोच ला ओकर बिरोध में कहीन।
ईसू दरबार कर आगु में
66 जे घनी बिहान होईस,
त मुख आजक अऊ कानहूंन कर सीखोईया मन जेमन मईनसे मन कर नेता हवें,
ओमन कर एगोट दरबार जूटीस अऊ ईसू ला ओमन कर आगु में लानीन अऊ पूछीन,
67 “हमन ला बताओ,
का तंए मसीह लागस?”
ईसू हर ओमन ला कहीस,
“अगर मंए बताहूं तबो ले तुमन मोर ऊपर बिसवास नई करीहा;
68 अऊ अगर मंए तुमन ला पूछहूं त तुमन जबाब नई देईहा।
69 बकिन अब ले मईनसे कर बेटा,
सबले सकतीमान परमेसवर कर जवनी कती बईठही।”
70 ते घनी सब झेमन पूछीन,
“का तंए परमेसवर कर बेटा लागस?”
ईसू हर ओमन ला कहीस,
“तुमन फूरोंच कहथा,
काबरकि मंए लागों।”
71 तेकर ओमन कहीन,
“अब हमन ला अऊ कोनो गवाह कर जरूरत नईए,
काबरकि हमन खुद एकर मूंह ले सुईन लेहे हन,
कि ओहर का कहीस।”