सुबेदार कर बिसवास
7
1 जे घनी ईसू हर,
मईनसे मन जग ए सब उपदेस ला सिखाए दारीस,
त कफरनहूम गांव में गईस।
2 उहां रोमी सेना कर सुबेदार कर एगोट दुलरुवा दास रहीस,
जेहर बेमारी ले मरोईया रहीस।
3 ओ सुबेदार हर ईसू कर बारे में सूईन के,
एहूदी मन कर तनीक मुखिया मन ला,
ओकर जग बिनती करे बर भेजीस,
कि आए के मोर दास ला चंगा कएर दे।
4 ओ एहूदी मुखिया मन ईसू कर ठांवें आईन,
अऊ ईसू जग ढेरेच बिनती कएर के कहे लागीन,
“ओहर तोर मदेत कर लाईक हवे,
कि तंए ओकर बर एही कस कर,
5 काबरकि ओहर हमर एहूदी मईनसे मन जग मया करथे,
अऊ ओही हर,
हमर धरम सभा कर घर ला बनवाईस हे।”
6 ईसू ओमन कर संगे गईस,
बकिन जे घनी ईसू ओकर घर कर ठांवें पहुंच गए रहीस,
त सुबेदार हर,
अपन संगता मन ला ए कहे बर ओकर जग भेजीस,
“ए परभू,
तंए परेसान झईन हो,
काबरकि मंए एकर लाईक नई हों,
कि तंए मोर घरे आओ।
7 एकरेले कि मंए तोर जग आए कर लाईक नई हों,
बकिन तंए सिरीप कह दे,
त मोर दास हर जरूर चंगा होए जाही।
8 मंहू सासन कर अधीन में हों,
अऊ सिपाहीयो मन मोर अधीन में हवें,
अऊ एक झन ला कहथों,
‘जा’ त ओहर जाथे,
अऊ दूसर झन ला कथों,
‘आ’ त ओहर आथे,
अऊ अपन कोनो दास ला कथों,
कि ‘एला कर’ त ओहर करथे।”
9 एला सुईन के ईसू हर अचमहों होए गईस,
अऊ ईसू हर फिर के अपन पाछू आवत भीड़ ला,
कहीस,
“मंए तुमन ला कहथों,
कि ए गएर एहूदी में जे बिसवास ला मंए देखें अईसन बिसवास ला इसराईल में भी कहों नई पाएं।”
10 त भेजल मईनसे मन,
ओजग ले घरे फिर के,
ओ दास ला चंगा पाईन।
ईसू एगोट अदावेंन कर मरल बेटा ला जीयाथे
11 तेकर पाछू,
ईसू हर अपन चेला मन कर संगे,
नाईन नांव कर एगोट गांव में गईस। अऊ एगोट बड़खा भीड़ हर ओकर संगे जात रहीस।
12 जे घनी ईसू हर गांव कर दुरा में पहुंचीस,
त देखीस कि,
मईनसे मन एगोट मुरदा ला बाहरी माटी देहे बर ले जात रहीन। ओहर अपन दाई कर एकेच ठन बेटा रहीस। ओकर दाई हर अदावेंन रहीस,
अऊ सहर कर एगोट बड़खा भीड़ हर ओकर दाई कर संगे रहीस।
13 ओके देख के परभू हर सोगे होईस,
अऊ ओके ला कहीस,
“झईन रो।”
14 तेकर ईसू हर ठांवें आए के,
अरथी ला छुईस,
अऊ कंधा देवईया मन ठड़होए गईन,
तेकर ईसू हर कहीस,
“ए जवान,
मंए तोके कहथों,
उठ जा।”
15 तेही घनी ओ मरल हर उईठ बईठीस,
अऊ गोठियाए लागीस,
ईसू हर ओके,
ओकर दाई ला सोंएप देहीस।
16 एला देख के ओ सब झन कर ऊपरे डर भीन गईस,
अऊ ओमन परमेसवर कर बड़ाई कएर के कहे लागीन कि,
“हमर मंझारे एगोट बड़खा अगमजानी हर उठीसे,
अऊ परमेसवर हर अपन मईनसे मन कर मदेत करे बर आईसे।”
17 ईसू कर बारे में,
ए खभेर हर सबेच एहूदिया जिला अऊ ओकर आस-पास कर सबेच गांव में फईल गईस।
एहूना बतीसमा देवईया कर सवाल
18 ईसू हर जे जाएत ला करे रहीस,
ओकर बारे में एहूना कर चेला मन ओके ला बताईन।
19 तेकर एहूना हर,
अपन दुई ठे चेला मन ला,
ईसू जग ए पूछे बर भेजीस,
“का अवईया मसीह तंही लागस,
कि हमन कोनो दूसर झन कर डगर देखी?”
20 ओमन ईसू जग आए के कहीन,
“एहूना बतीसमा देवईया हर,
हमन ला तोर जग ए पूछे बर भेजीस हे,
कि का अवईया मसीह तंही लागस,
कि हमन कोनो दूसर झन कर डगर देखी?”
21 ओही घनी ईसू हर ढेरेच बेमरीहा,
अऊ दुखलीहा मन ला चंगा करीस,
अऊ दुसटआतमा धरल मईनसे मन ला छोंड़ाईस,
अऊ ढेरेच अकन अंधा मन ला आंएख देहीस,
22 अऊ ईसू हर ओमन ला कहीस,
“जे जाएत ला तुमन देखेहा अऊ सुनेहा,
ओला जाए के एहूना ला बताए देआ,
कि अंधा मन देखथें,
लंगड़ा मन रेंगथें-बूलथें,
कोढ़ी मन सुध करल जाथें,
भईरा मन सुनथें,
मरल मन ला जियाल जाथे,
अऊ गरीब मन ला सुघर-खभेर सूनाल जाथे।”
23 धनय हे ओमन,
जेमन बिसवास करथें कि अवईया मसीह मंए लागों।
24 जे घनी एहूना कर भेजल चेला मन,
ओजग ले चईल देहीन,
त ईसू हर एहूना कर बारे में,
मईनसे मन जग कहे लागीस,
“तुमन सुनसान जघा में का देखे बर गए रहा?
का बईहर ले हीलत सन कर डंडा कस एगोट कमजोर मईनसे ला?
25 त फेर तुमन का देखे बर गए रहा?
का महंगा कपड़ा पहिरल मईनसे ला?
सुना,
जेमन महंगा कपड़ा पहिनथें,
अऊ सूख-बीलास में रथें,
ओमन सुनसान जघा में नहीं,
बकिन राएज गढ़ी में रथें।
26 त फेर का देखे बर गए रहा?
का कोनो अगमजानी ला?
हओ,
मंए तुमन ला कहथों,
कि ओहर अगमजानीयो मन ले बड़खा हवे।
27 एहर ओही लागे,
जेकर बारे में परमेसवर कर किताब में लिखल हवे,
कि ‘देख,
मंए अपन खभरीहा ला तोर आगु-आगु भेजथों,
जेहर तोर आगु में डगर ला तियार करही।’
28 मंए तुमन ला कहथों,
कि अझेर ले जेतना झेमन सवांगीन मन ले जनमीन हवें,
ओमन में एहूना ले बड़खा कोनो नईए,
बकिन जेहर परमेसवर कर राएज में सबले छोटे हवे,
ओहर एहूना ले बड़खा हे।”
29 ए गोएठ ला सुईन के,
सब मईनसे मन अऊ लगान लेवईयो मन,
एहूना कर बतीसमा ले के,
परमेसवर कर डगर ला सही माएन लेहीन।
30 बकिन फरीसी मन अऊ एहूदी कानहूंन कर सीखोईया मन,
एहूना जग बतीसमा नई लेहीन,
अऊ अपन बारे में परमेसवर कर ओजना ला नकाएर देहीन।
31 “मंए,
ए पीढ़ी कर मईनसे मन कर तुलना काकर संगे करों?
कि एमन काकर कस हवें?a
32 ओमन,
ओ बजार में बईठल लईका मन कस हवें,
जेमन एक दूसर ला चिकेर के कथें,
‘हमरे तोर बर बसरी बजाएन,
अऊ तंए नई नाचे,
हमरे दुख कर गीत गाएन,
बकिन तंए नई रोए।b
33 काबरकि एहूना बतीसमा देवईया हर,
अंगूर कर रस ला कभों नई पीईस,
अऊ ओहर उपास करत रहीस। बकिन तुमन कहथा कि,
ओकर ऊपरे दुसटआतमा हवे।
34 मंए,
मईनसे कर बेटा खात-पीयत आए हों,
अऊ तुमन कथा,
‘देखा,
एहर तो पेटहा अऊ पीयकड़ मईनसे,
लगान लेवईया अऊ आने पापी मन कर संगता लागे।’
35 बकिन जेमन परमेसवर कर गियान कर पाछू चलथें,
ओकर जिनगी कर चलते ओही गियान हर,
सही ठहराल गईसे।”c
एक पपहीन सवांगीन हर परभू ईसू कर ऊपरे आंतर तेल ला लगाथे
36 फेर कोनो फरीसी मईनसे हर,
ईसू ला अपन घरे खाए बर ठेकीस अऊ ईसू ओ फरीसी कर घरे जाए के,
खाए बर बईठीस।
37 ओ सहर में एगोट पपहीन सवांगीन रहीस,
ओके ला ए पता चलीस कि,
ईसू हर ओ फरीसी कर घरे खाए बर बईठीसे,
तेकर ओहर संगमरमरd कर सीसी में आंतर तेल ला लानीस,
38 त ओहर ईसू कर पाछू,
ओकर गोड़ जग रोवत ठड़होए गईस। अऊ अपन आंसू ले ईसू कर गोड़ ला भीजाए लागीस,
अऊ अपन चुंदी ले पोंछीस अऊ ओकर गोड़ ला चुम-चुम के आंतर तेल ला लगाईस।
39 एला देख के,
ओ फरीसी जेहर ईसू ला बलाए रहीस,
अपन मन में सोंचे लागीस,
“अगर एहर अगमजानी होतीस,
त जाएन जातीस कि एहर,
जेहर ओके छुअथे,
ओहर कोन अऊ कईसना सवांगीन हवे,
काबरकि ओहर तो पपहीन हवे।”
40 ईसू हर ओके जबाब देहीस,
“ए समोन,
मोके तोर जग कांही कहे बर हे।” ओहर कहीस,
“ए गुरूजी,
कह।”
41 ईसू हर ओके ला कहीस,
“कोनो सेठ हर,
दुई झन मईनसे ला करजा देहे रहीस,
एक झन ला पांच सव दिनार,
अऊ दूसर झेला पचास दिनारe
42 जे घनी ओमन दुनो झन जग करजा पटाए बर कांही नई रहीस,
त ओहर दुनो झन ला छमा कएर देहीस। एकरले ओमन में ले,
कोन ओकर जग ढेरेच मया करही?”
43 ओ समोन फरीसी हर जबाब देहीस,
“मोर समझ में ओहर,
जेकर ढेरेच करजा हर माफ होईस।” ईसू हर ओके ला कहीस,
“तंए ठीकेच कहे। ”
44 अऊ ईसू हर ओ सवांगीन कती ला देख के समोन ला कहीस,
“का तंए ए सवांगीन ला देखत हस?
मंए तोर घरे आएं,
बकिन तंए मोके गोड़ धोए बर पानी नई देहे,
अऊ एहर मोर गोड़ ला अपन आंसू में भीजाए के,
अपन चुंदी ले पोंछीस। f
45 तंए मोके नई चुमहे,
बकिन जब ले मंए आए हों,
तब ले एहर मोर गोड़ ला चुमहत हे। g
46 तंए मोर मूड़े तेल नई चुपराए,
बकिन एहर मोर गोड़ में आंतर तेल चुपराईस हे।
47 एकरले मंए तोर जग कहथों,
कि एकर पाप जेहर ढेरेच रहीस,
ओहर छमा होईस,
एकरले एहर ढेरेच मया करीस,
बकिन जेकर थोरहें छमा होईसे,
ओहर थोरहें मया करथे।”
48 अऊ ईसू हर सवांगीन ला कहीस,
“तोर पाप हर छमा होईस।”
49 तेकर जेमन ओकर संगे खाए बर बईठे रहीन,
ओमन अपन-अपन मन में सोंचे लागीन,
“एहर कोन लागे,
जेहर पाप ला भी छमा करथे?”
50 बकिन ईसू हर सवांगीन ला कहीस,
“तोर बिसवास हर,
तोके पाप कर डंड ले बचाए लेहीस हे,
सूघरे-सूघर चईल जा।”