ईसू कर जनम कर बात
2
1 एहूना बतीसमा देवईया कर जनम कर तनीक दिन में रोम कर महाराएज अगसतूस केसर हर अगींया देहीस,
कि जे जे जघा में ओहर राएज करत रहीस,
ओ सब जघा कर मईनसे मन कर जनगड़ना करल जाए।
2 जे घनी में किविरिनियुस हर,
सीरिया जिला कर राएजपाल रहीस,
ओही घनी में पहिलो जनगड़ना होईस।
3 सब मईनसे मन अपन-अपन पूरखा मन कर गांव में नांव लिखवाए बर गईन।
4 ईसुफ हर,
दाऊद राजा कर घराना अऊ बंस कर रहीस। ओकरेले ओके नांव लिखवाए बर गलील जिला कर नासरत गांव ले एहूदिया जिला कर बेतलहेम गांव में जाए बर परीस,
जेहर दाऊद कर जनम भूमी रहीस।
5 जात घनी ओहर अपन मंगेतर मरियम ला अपन संगे ले गईस,
जेहर ओही घनी आसापती रहीस।
6 ओकर उहां रहते भेर में,
ओकर हलूकाए कर दिन हर पूईर गईस।
7 अऊ ओहर अपन पहिलोठा बेटा ला हलूकाईस,
अऊ ओके चेथरा में लपेट के,
गाय कर चरनी में सुताए देहीस,
काबरकि ओमन बर,
धरमसाला में जघा नई रहीस।
सरग दूत चरवाहो मन ला देखार देथे
8 अऊ बेतलहेम गांव में तनीक चरवाहो मन रहीन,
जेमन राती जुआर डांड़ में,
भेंड़ी कर खईरखा बईठाए के,
ओकर पहरा करत रहीन।
9 अऊ अचाकन परभू कर एगोट दूत हर,
ओमन जग आए ठड़होईस,
अऊ परभू कर महिमा कर इंजोर हर ओमन कर ऊपरे चमकीस,
अऊ ओमन ढेरेच डराए गईन।
10 बकिन सरगदूत हर ओमन ला कहीस,
“झईन डरावा,
काबरकि सुना,
मंए तुमन के बड़े आनंद कर सुघर-खभेर सुनाथों,
जेहर सब मईनसे मन बर होही,
11 कि आएज दाऊद कर सहर में,
तुमन बर एगोट उदधार करोईया जनमीस हे,
अऊ ओहीच हर मसीह जेहर परभू लागे।
12 अऊ एहर तुमन बर चिनहा होही,
कि तुमन एगोट लईका ला चेथरा में लपेटल,
अऊ चरनी में सूतल पईहा।”
13 तब एकेच घरी ओ सरगदूत कर संगे,
ढेरेच बगरा सरगदूत मन आईन,
फेर परमेसवर कर महिमा करत,
अऊ एकस कहत देखार देहीन,
14 “सरग में रहोईया परमेसवर कर जय हो,
अऊ भुईं कर ऊपर में ओ मईनसे मन ला सांती मिले जेमन जग ओहर खुस हवे।”
15 जब सरगदूत मन,
ओमन जग ले सरग में चले गईन,
तेकर चरवाहो मन,
एक दूसर जग कहे लागीन,
“आवा,
हमरे बेतलहेम गांव में जाए के जे गोएठ हर होईसे,
अऊ जे गोएठ ला परभू हर हमके बताईसे,
ओला देखब।”
16 अऊ ओमन तुरतेंच जाए के मरियम,
ईसुफ अऊ चरनी में सूताल लईका ला देखीन।
17 ओला देख के ओमन ओ बात ला बताईन,
जेला लईका कर बारे में सरगदूत हर कहे रहीस।
18 अऊ,
चरवाहो मन कर बात ला सुईन के सब सुनोईया मन अचमहों होए गईन।
19 बकिन मरियम ए सबेच बात ला,
अपन मन में राएख के,
बिचार करत रहीस।
20 अऊ जेकस सरगदूत हर चरवाह मन ला कहे रहीस,
ओहीच कस सबेच ला सुईन के अऊ देख के,
ओमन परमेसवर कर महिमा अऊ इसतुती करत फिर गईन।
21 जब आठ दिन पूईर गईस,
त ओ लईका कर खतना करिन तेकर ओकर नांव ईसू धरीन,
जे नांव ला सरगदूत हर मरियम ला,
ओकर आसापती होए कर आगु कहे रहीस।
मंदिर में लईका ईसू कर समरपन
22 जब मूसा अगमजानी कर कानहूंन कर अनुसार,
ओमन कर सुध होए कर दिन हर पूईर गईस,
त मरियम अऊ ईसुफ हर लईका ईसू ला परभू कर मंदिर में अरपन करे बर एरुसलेम सहर में ले गईन।
23 जेकस कि परभू कर कानहूंन में लिखल हवे,
“सब पहिलोठा बेटा ला परभू बरीक जरूर समरपीत करे बर हे।”
24 अऊ परभू कर कानहूंन कर बचन कर अनुसार “एक जोड़ा पंड़की,
नई तो परेंवा कर दुई गोट छउआ” ला लाएन के,
बली चघाए।
समोन कर अगमबानी
25 एरुसलेम सहर में एगोट समोन नांव कर आदमी रहत रहीस,
अऊ ओ आदमी हर एहूदी मन कर कानहूंन ला बढ़िहां से मनोईया अऊ भगत रहीस,
अऊ ओहर पबितर आतमा ले भरल पूरल रहीस अऊ ओहर मसीह कर आए कर चलते इसराईल कर मईनसे मन कर छुटकारा पाए कर डगर ला देखत रहीस।
26 अऊ पबितर आतमा हर ओके परगट करे रहीस,
कि जबले परभू कती ले भेजल मसीह ला देख नई लेबे,
तब ले तंए नई मरबे।
27 जे घनी ओकर दाई-दाऊ,
ओ लईका ईसू ला,
कानहूंन कर रीती कर अनुसार,
अरपन करे बर लानीन,
ओहीच घनी समोन हर,
पबितर आतमा कर अगुवाई ले मंदिर में आईस,
28 तेकर ओहर,
ओ लईका ईसू ला अपन कोरा में ले लेहीस अऊ परमेसवर कर धनबाद कएर के कहीस,
29 “ए परभू,
अब तंए अपन दास ला सांती से मरे देआ काबरकि जेकस तंए मोके जबान देहे रहे,
30 ओही कस अब मंए ओ उदधार करोईया ला देख लेहे।
31 जेके ला तंए,
सब मईनसे मन कर आगु में तियार करे हस,
32 कि ए लईका हर गएर एहूदी मन ला सचा डगर ला देखाए बर इंजोर,
अऊ तोर अपन मईनसे जेमन इसराईल लागें ओमन कर महिमा हवे। ”
33 ईसू कर बारे में समोन कर कहल गोएठ ला सुईन के,
ईसुफ अऊ मरियम अचमहों होए गईन।
34 तेकर समोन हर ओमन ला आसीस देके,
ईसू कर दाई मरियम ला कहीस,
“सुन,
ए लईका हर परमेसवर कर चुनल चिनहा लागे। ओहर ढेरे झेमन ला खुसी देही। बकिन इसराईल कर ढेरे मईनसे मन ओके नई पतियाहीं,
अऊ एही बात ले ओमन कर नास होही।
35 ए लईका कर दुवारा ढेरे झन कर मन में,
लूकावल बिचार हर दिख जाही,
अऊ तोर परान में तलवाएर ले आर-पार बेधल कस दुख लागही।”
बहिन हनाह कर गवाही
36 ओही घनी मंदिर में हनाह नांव कर एगोट अगमजानीन रहीस। ओहर असेर कर गोती में ले,
फनूएल कर बेटी रहीस। ओहर ढेरेच सियानीन होए गए रहीस,
ओकर बिहाओ होए कर पाछू,
अपन घर गोंसिया कर संगे सात बछर ले रहे पाईस तेकर ओहर अदावेंन होए गईस।
37 ओहर चऊरासी बछर ले अदावेंन रहीस,
अऊ रोज दिन मंदिर में जात रहीस,
फेर उपास अऊ पराथना कईर-कईर के,
राएत अऊ दिन परभू कर अराधना करत रहीस।
38 जब समोन ईसू कर दाई-दाऊ मन जग गोठियात रहीस,
ओही जुआर हनाह हर ओजग आए के,
परभू कर धनबाद करे लागीस,
अऊ जेमन एरुसलेम ला छोंड़ाए बरa अगुरत रहीन,
ओ सब झन ठे,
ओ लईका कर बारे में गोठियात रहीस।
39 जे घनी ईसुफ अऊ मरियम,
परभू कर कानहूंन कर अनुसार,
सब जाएत ला पूरा कएर दारीन,
तेकर गलील जिला कर अपन गांव नासरत में फिर गईन।
40 अऊ लईका ईसू हर बाड़हत,
अऊ बजरात होसियार होए लागीस,
अऊ परमेसवर कर किरपा हर,
ओकर संगे रहीस।
लईका ईसू हर मंदिर में गोठियाथे
41 ईसू कर दाई-दाऊ मन,
हर साल फसह कर तिहारb में,
एरुसलेम जात रहीन।
42 जे घनी ईसू बारह बछर कर होए गईस,
ओही घनी ओमन तिहार ला मनाए बर जेकस एरुसलेम में हमेसा जात रहीन ओही कस गईन।
43 जे घनी तिहार हर सीराए गईस त ओमन अपन घरे फिरत रहीन,
ओही घनी ओ लईका ईसू हर,
एरुसलेम में पाछूए कती रईह गए रहीस अऊ एला ओकर दाई-दाऊ मन नई जानत रहीन।
44 ओमन ए सोंचीन,
कि ईसू हर आने डगर रेंगोईया मन कर संगे होही,
बकिन एक दिन बीत गईस अऊ लईका हर नई भेंटाईस,
अऊ ओके ओमन अपन जाएत-सागा,
अऊ चिनहार मन में खोजे लागीन।
45 बकिन जे घनी ईसू हर नई भेंटाईस,
त ओमन खोजत-खोजत एरुसलेम में फेरेच फिर गईन।
46 अऊ तीन दिन कर पाछू,
ओमन ओके मंदिर में,
एहूदी धरम कर गुरुजी मन कर संगे बईठल,
अऊ ओमन कर गोएठ सुनत,
अऊ ओमन जग सवाल-जबाब करत पाईन।
47 सब सुनोईया मन ईसू कर समझ,
अऊ जबाब ले अचमहों होए जात रहीन।
48 तब ओके देख के,
ओकर दाई-दाऊ अचमहों होए गईन,
अऊ ओकर दाई हर ओके कहीस,
“ए बेटा,
तंए हमर संगे एकस काबर करे?
सुन,
तोर दाऊ अऊ मंए तोके खोजत-खोजत ढेरेच परेसान होए गए रहेन?”
49 ईसू हर ओमन ला कहीस,
“तुमन मोके काबर खोजत रहा?
का तुमन नई जानत रहा,
कि मोके मोर दाऊ कर घर में,
रहे बर जरूरी हे?”
50 बकिन जे बात ला ईसू हर ओमन जग कहीस,
ओ बात ला ओकर दाई-दाऊ मन नई समझ पाईन।
51 तेकर ईसू ओमन कर संगे गईस,
अऊ नासरत गांव में आईस,
अऊ अपन दाई-दाऊ कर अगींया ला मानत रहीस,
अऊ ओकर दाई हर ए सब बात मन कर सुरता करत रहीस।
52 अऊ ईसू हर बुधी अऊ सकती में,
अऊ परमेसवर कर किरपा में अऊ मईनसे मन कर मया में,
बाड़हत गईस।