ब्याहे बारे सलाह
(7:1-40)
ब्याहे कयेदे-कानुन
7
1 त होरी यक बोक बि बोता जे तुसी अपु पेहली चिट्ठि अन्तर लिखो थी “इहांणि ठीक असु, ब्याह ना करण।” 2 पर अउं बोता कि हर यक मड़दे जुएली त हर यक जिल्हाणु अपु धाणि लौता, ताकि तुस नाजायज रिश्ता रखण केआं बच बटियेल। 3 धाणि त जुएली अपु रिश्ता सिर्फ अपफ बुछ रखुंण चहिए। 4 जुएली अपु जिसम पुठ कोई हक नेईं, पर तसे धाणि असा। तिहांणि धाणि बि अपु जिसम पुठ कोई हक नेईं, पर जुएली असा। 5 तुसी दुहि यक होरी केआं बछाण न केहरुण, पर दुहि के रजामंदि जोई प्रार्थना दुआ करण जे किछ वकते लिए बछाण केहर रखुंण। तोउं पता फि बछाण यक कइ छाण। न त ईं न भो कि मन बेशब्री कइ शैतान तुसी बेहकाइ छड़ाल। 6 पर अउं जे बोलुण लगो असा ए यक सलाह भो, निआंग न भो। 7 अउं त चहन्ता कि सोब मेह्‍णु में ईं छड़े बिशे। पर हर यक जेईं परमेश्वरे कनारा अपु अपु खास वरदान मेओ असा। केसे जे छड़े बिशणे त केसे जे ब्याह करणे।
8 अब मोउं तेन्हि छड़े मड़द त विधवाई के बारे ई बोलुण असु कि तेन्हि इहांणि बिशुण ठीक असु, जीं अउं असा, अकेले बिशुण। 9 पर अगर से अपु मन काबु न कइ बटते, त ब्याह करे। किस कि इएर-ओवर मन बेहकाण केआं त ब्याह करण खरा असा। 10 अब जेन्के ब्याह भोई गो असा, तेन्हि जे अउं न, बल्कि प्रभु निआंग देन्ता कि जुएली अपु धाणि कदी छड़ न देण।a 11 पर अगर छड़ बि दियेल त दोका ब्याह न करण। तस केआं खड़ त खरु असु कि अपु धाणि जोई दुबारी खरे भोई कइ बण घेण। धाणि बि अपु जुएली कदी छड़ न देण।
12 अब होरी जे प्रभु न, बल्कि अउं बोता। अगर केसे विश्वासी भाई जुएली प्रभु यीशु मसीह पुठ विश्वास न कती, पर तेस जोई बिशुण जे खुश असी, त तेस से छड़ न देण। 13 इहांणि अगर जेस जिल्हाणु धाणि विश्वास ना कता, पर तेस जोई बिशुण जे खुश असा, त तेस अपु धाणि छड़ न देण। 14 किस कि विश्वास ना करणे बाड़ा धाणि अपु जुएली विश्वासे बेलिए शुचा भुन्ता। होर, इहांणि विश्वास ना करणे बाड़ी जुएली बि, अपु धाणि विश्वासे बेलिए शुची भुन्ति। न त तुं गभुर बि जुठे ना भुन्तेथ ना? पर से त शुचे असे। 15-16 पर ए जिल्हाणुआ! तोउ सच्चे पता नेईं कि तें बेलिए तें धाणि बच घेन्ता। होर ए मड़दा, तोउ बि सच्चे पता नेईं कि तें बेलिए तें जुएली बच घेन्ति। त जे धाणि या जुएली विश्वास ना कते, अगर से छड़ देण चहन्ते त छड़ देण दिए। एस हालत अन्तर केस विश्वासी भाई या भेण पुठ साते बिशण जे कोई जब्बरदस्ती नेईं। किस कि परमेश्वरे अस उई मी कइ बिशुण जे भिहो असे।
जीं परमेश्वरे भिओ असे, तीं जीण
17 जीं प्रभु यीशु मसीहे हर यक जेईं ठीक कर कइ दुतो असा, त जीं परमेश्वरे जे जेस हालत अन्तर भिहो असा, तेस तिहांणि जीण। अउं सोबी सतसंग अन्तर इहांणि निआंग देन्ता। 18 परमेश्वरे भिआणे टेम, अगर केसे खतना भोई गो असा त तेस अपु खतना नियोकाणे कोशिश न करीण। होर जेसे खतना नेईं भो, तेस अपु खतना न कराण। 19 किस कि खतना कराण या ना कराण अन्तर किछ फायदा नेईं। पर परमेश्वरे निआंग मनण अन्तर सोब कनारा फायदा असा। 20 त हर यक मेह्‍णु परमेश्वरे जीं जेस हालत अन्तर भिहो असा, तस तीं तसे हाल अन्तर बिशुण। 21 अगर तु गुलामे हालत अन्तर भिहो असा, त चिन्ता न कर। पर, अगर तु अपु मुल भर कइ अजाद भोई बटता, त तिहांणि कम कर। 22 किस कि जे प्रभु गुलामे हालत अन्तर भिहो असा, से प्रभु अन्तर अजाद किओ असा। तिहांणि जे अजादे हालत अन्तर भिहो असा, से मसीहे गुलाम असा। 23 यीशु मसीहे तुस अपु जाने कीमत दी कइ खरीदो असे, त तस छड़ केस मनखे शिक्षा मान कइ तसे गुलाम ना बणे। 24 त ए ट्यारेओ, जेस हाल अन्तर परमेश्वर तुस भिहो असे, तेस हाल अन्तर ईं तेस जोई रिहे।
छड़ी कुई (कुवांरी) त छड़े मड़दे बारे
25 तोउं, छड़ी कुई के बारे प्रभु केआं बेशक मोउं कोई निआंग नेईं मेओ, तोउं बि प्रभु केआं मेओ दाह बेलि यकीन लेएक भुणे बझई जोई अउं ई सलाह देन्ता। 26 इस जमाने हाल हेर कइ मोउं लगतु कि तुस जीं असे, तिरुह बिशुण खरु असु। 27 अगर तुस जुएली जुए बन्हिए असे, त तस केआं छुड़कणे कोशिश ना करे। होर, अगर तुस अपल तकर बन्हिए नेईं, त जुएली ना तोपे। 28 पर अगर तुस ब्याह बि कते त कोई पाप ना कते; होर अगर कोई छड़ी कुई ब्याह कती त कोई पाप ना कती। पर किस कि एसे बेलि तुसी मतोके दुख तकलीफ लगते, त अउं तुसी तेस केआं बचाण चहन्ता।
29 में बोलुणे मतलब ई असा, में ट्यारेओ कि से अखिरि रोजb नीड़ी अओ असा। त अभेईं केआं खड़ जेन्हि जुएली रखो असी, से जुएलेरी कना मस्त मलंग भोई ना बिशे, किस कि ई मतोक खतम भुण लगो असा। 30 जे रोलुण लगो असे, सोचे कि से रोले नओं, त जे खुशी मनाण लगो असे, सोचे कि तेन्हि खुशी मनेईए नओं, त जे खरीदण लगो असे, सोचे कि तेन्हि कुछ खरीदु नओं, 31 त जे मतोक जुए लेण देण कते, सोचे कि तेन्हि कोई लेण देण किउए नओं, किस कि ई मतोक खतम भुण लगो असा।
32 अउं चहन्ता कि तुस निश्चिन्त बिशे, किस कि यक छड़ा मेह्‍णु हमेशा प्रभु बोकी के बारे सोच विचार अन्तर रेहन्ता, कि “अउं प्रभु कीं कर कइ खुश कइ सकता”। 33 पर यक ब्याहो मड़द हमेशा इस मतोके बोकी के सोच विचार अन्तर रेहन्ता। से सोचता कि मोउं अपु जुएली कीं कर कइ रिझाण। 34 इहांणि छड़ी कुई त ब्याहो जिल्हाणु अन्तर बि फरक असा। यक छड़ी कुई हर यक वकत प्रभु बारे सोच विचार कती रेहन्ती कि से जिसम त आत्मा दुहि अन्तर शुची लौती भो। पर ब्याहो जिल्हाणु मतोके सोच विचार त फिकरे अन्तर रेहन्ती कि मोउं अपु धाणि कीं कर कइ रिझाण। 35 अउं ईं सोब बोके तुन्धेरी भलाई लिए बोता, न कि तुसी टोकुण जे। तोउं बि जीं तुसी जचतु तीं करे। अउं त चहन्ता कि तुस यक चत भोई कइ प्रभु सेवा करे।
36 अगर कोउं ईं सोचता कि अउं अपु तेस छड़ी कुई हक नेण लगो असा, किस कि तसे ब्याहे उमर ढड़ती गो असी त तसे मन बि बेहकण लगो असा। तोउं से जीं चहन्ते, तीं करे। से तसे ब्याह भुण दिए। एस अन्तर कोई पाप नेईं। 37 पर जे अपु मने पक्का असा, जेस पुठ कोई जोर जब्बरदस्ती नेईं, बल्कि जे अपु इच्छा पुठ काबु कइ रख बटता। होर अगर से अपु मन अन्तर पक्कु कइ छओ असु कि से अपु छड़ी कुई ब्याह कदी न करान्ता, त से ठीक कता। 38 तोउं त जे अपु छड़ी कुई ब्याह कराई छता, से खरु कता। होर जे ब्याह न करान्ता, से हउ बि खरु कता।
39 जपल तकर केसे जिल्हाणु धाणि जीन्ता भुन्ता, तपल तकर से तेस जोई बन्हिए असी। पर अगर तसे धाणि मर घियाल त से जेस जोई चहेल ब्याह कइ बटती। पर सद प्रभु पुठ विश्वास करणे बाड़े जुए। 40 पर से जीं असी अगर तिहांणि छड़ी बिशियेल, त मोउं लगतु कि से सुआ खुश रेहन्ती। अउं समझता कि परमेश्वरे आत्मा मोउं अन्तर बि असी।