यीशु मसीहे मरुण त दुबारी जीन्ता भुण
(मत्ती 21:1—28:20)
खरी इज्जत जुए यीशु यरुशलेम शेहर अन्तर घेण
21
1 जपल यीशु त तसे चेले यरुशलेम शेहरे नीड़े एई गे त “जैतुन” नओएं फाटa पुठ बैतफगे ग्रां भेएड़ पुजे, त यीशु अपु दुई चेले ईं बोल कइ लंघाए, 2 “तुस सामणि ग्रां घिए। तठि पूज कइ यक खोतुड़ बन्हो, त तेस जोई यक बच्चा बि तुसी मेता। तेन्हि खोल कइ मोउं केईं घिन एईए। 3 अगर तुसी जे कोउं कुछ बोलियाल, त बोलुण, ‘प्रभु असे जरूरत असी’। तोउं से झठ लंघाई छता।” 4 ए तोउं भु कि भविष्य वक्ते बोलो ई बोक पूरी भोल कि 5 “यरुशलेम शेहरे बाड़ी जे बोले,‘हेरे, तें राजा तोउ केईं जे अओ असा;
से शान्त असा, त खोतुड़ पुठ बिशो असा;
बल्कि खोतुड़ु बच्चे पुठ सवार असा।’”b
6 चेली घेई कइ जिहांणि यीशु बोलो थिउ, तिहांणि किउ। 7 चेले खोतुड़ त तसे बच्चा अण्ह कइ, तसे पुठे अपु झिणे छड़े, तोउं यीशु तेस पुठ बिश गा। 8 त मेह्णु के सुआ हुसुड़े तस इज्जत देण जे अपु अपु फुलो टलिड़ बथ टडे। होरे मेह्णु खजूरे डाई कट कट बथ टडी। 9 जे हुसुड़ा तसे अगर त पतूं थिआ हुशेरि देण लगे,
“राजा दाऊदे कोईये, जइ हो! होशान्नाc!
जे प्रभु नओं जोई एन्ता, से धन्य असा।
अम्बर अन्तर बि होशान्ना।”d
10 जपल यीशु यरुशलेम शेहर अन्तर पुजा, त पूरे शेहर अन्तर हल्ला भोई गा, त मेह्णु बोलुण लगे, “ए कोउं भो?” 11 हुसुड़े बोलु, “ए गलील राज्ये, नासरत ग्रांए भविष्य वक्ता ‘यीशु’ भो।”
यीशु यरुशलेमे देहेर अन्तरा व्यापारी बाहर किढ़ण
12 तोउं यीशु परमेश्वरे देहेर अन्तर घेई कइ से सोब बाहर किढ़े जे तठि लेण देण करण लगो थिए। होर रुपेई अटा-बाटा करणे बाड़ी के मेज त अलिण बेचणे बाड़ी के कुण्सी उटेऊ फटाई छइ। 13 तोउं तेन्हि जे बोलु, “धरमे कताब अन्तर लिखो असु,
‘में गी प्रार्थना करणे गी बोलिन्तु;e
पर तुसी ए डाकु के कुड बणाई छओ असी।’”f
14 तोउं देहेर अन्तर अन्हे त टूंटे यीशु भेएड़ आए, त तेन से सुसुरेरि छड़े। 15 पर जपल मुख्य पुजारी त धर्मशास्त्री ई चमत्कार हेरे, होर हुसुड़े ई बोलुणे हुशेरि शुणी कि
“राजा दाऊदे कोईये, जइ हो! होशान्ना!”
त से लेहरी गे। 16 त से यीशु जे बोलुण लगे, “तोउ शुणतु ना, ए की बोलुण लगो असे?” यीशु तेन्हि जे बोलु, “आं! मोउं शुणतु। पर तुसी कि धरमे कताब अन्तर ई नेईं ना पढ़ो:
‘ए परमेश्वरा! तुसी दुध पीन्ते गभुर त होरे गभुर केआं
अपु गुणगान करवाण ठीक किओ असु’”?g
17 तोउं यीशु तेन्हि छड़ दी कइ शेहर केआं बाहर बैतनिया ग्रां घेई गा त तठि रात कटी।
बजन फले अंजीरे बुटा
18 भ्यागे जपल यीशु त तसे चेले यरुशलेम शेहर जे अओ थिए त तेस ढुक लगी। 19 बते औत यक अंजीरे बुटा काई कइ से तसे भेएड़ गा। तेस बुटे पुठ पन्नी के अलावा होर कुछ न मेउ त तेन तेस जे बोलु, “इढ़िया पता तोउ पुठ कदी फल न लौते लगो।” तोउं अंजीरे बुटा तिखेईंए शुख गा। 20 ई हेर कइ चेले हैरान भोई गे त तेन्हि बोलु, “ई अंजीरे बुटा एतु झठ कीं शुख गा?” 21 यीशु तेन्हि जे बोलु, “अउं तुसी जे बोता, अगर तुस विश्वास रखियेल, होर धिखुभई बि शक न करियेल त जीं मेईं इस अंजीरे बुटे जोई किउ, तीं तुस बि कइ सकते। पक्का विश्वास रख कइ अगर तुस इस फाट जे बि बोलियेल कि उखिड़ कइ समन्दर अन्तर गा, त तीं भोई घेन्तु।h 22 होर जे कुछ तुस प्रार्थना करण पेंत विश्वास जोई मगते से सोब मेई घेन्तु।”
यीशु हके बारे सवाल
23 जपल यीशु देहेर अन्तर घेई कइ शिचालुण लगो थिआ, टजे स्याणे त मुख्य पुजारे तसे भेएड़ एई कइ पुछु, “तुस अन्हि कमी केस हक जोई कते? होर तुन्धे ए हक केन दुतो असा?” 24 यीशु तेन्हि जे बोलु, “अउं बि तुसी केआं यक सवाल पुछता; अगर तुस मोउं बताल त अउं बि तुसी बतान्ता कि ए कम अउं केस हक जोई कता? 25 यूहन्ने मेह्णु पुओणि अन्तर चुसुणे हक कोठिआ थिआ? स्वर्गे कनाराi थिआ या मेह्णु के कनारा थिआ?” त से अपफ बुच बेहसेईण लगे, “अगर अस बोलियेल ‘स्वर्गे कनारा’, त से असी जे बोता, ‘त फिर तुसी तेसे बोकी पुठ विश्वास किस ना किआ?’ 26 होर अगर बोलियेल कि ‘मेह्णु के कनारा’, त हुसुड़े डर असा, किस कि ए सोब यूहन्ने भविष्य वक्ता समझते।” 27 त तेन्हि यीशु जे जवाब दिता, “असी नेईं पता।” तेन बि तेन्हि जे बोलु, “त अउं बि तुसी जे न बतान्ता कि ए सोब कम अउं केस हक जोई कता।”
दुई कोयी के कथा
28 यीशु बोलु, “इस कथा शुणे। तोउं बोले कि तुस की सोचते? केसे मेह्णु दुई कुआ थिए। से जेठा कुआ केईं गा त बोलु, ‘बे कोईया, आज दछि बग कम करण जे गा।’ 29 तेन बोलु, ‘अउं न घेन्ता’, पर पता पछतेई कइ बग घेई गा। 30 तोउं बोउए केंठे कुआ केईं घेई कइ तेस जे बि तिहांणि बोलु, त तेन जवाब दुतु, ‘जी! अउं घेन्ता’, पर ना गा। 31 अन्हि दुहि अन्तरा केन जेईं बोउए इच्छा पूरी की?” तेन्हि बोलु, “जेठा तेन।” यीशु तेन्हि जे बोलु, “अउं तुसी जे बोता कि मामला नेणे बाड़े त वेश्या तुसी केआं पेहलाई परमेश्वरे राज्य अन्तर घेन्ते। 32 किस कि चुसुणे बाड़ा यूहन्ना धरमे बथ हरालता तुसी केईं आ, पर तुसी तसे विश्वास न किआ। पर मामला नेणे बाड़ी त वेश्या तेस पुठ विश्वास किआ। पर तुसी ई हेर कइ बि पछतावा न भुआ, होर तुसी तेस पुठ विश्वास ना किआ।”j
दुष्ट आधिबाड़ी कथा
33 तोउं यीशु बोलु, “यक होरी कथा बि शुणे: यक मालिक थिआ। तेन यक दछि बगिंचा ला, त तसे चोहरो कना घोड़ी के बाड़ि दी छइ। दछि रस किढ़ुण जे पलण अन्तर खोपर बणा, त पेहरा देण जे छपिर बड़ाई। तोउं तस मेह्णु कें धे आधी दी कइ परदेश जे घेई गा। 34 जपल दछि उह्णणे टेम आ, त फल नेण जे तेन अपु नौखर आधिबाड़ी केईं लंघाए। 35 पर आधिबाड़े तसे नौखर टाइ कइ यक मडा, कोउं घोड़िआ त कोउं मार छड़ा। 36 तोउं तेन मालिके दुबारी होरे सुआ नौखर लंघाए, पर तेन्हि जोई बि तिहांणि किउ। 37 अखिरकार, तेन ईं सोच कइ अपु कुआ तेन्हि केईं लंघा कि से तसे इज्जत करियेल। 38 पर आधिबाड़े कुआ हेर कइ से अपफ बुच बोलुण लगे, ‘एईएं त हकदार भो; चले, अस एस मार छते त असे सोब धन दौलत नी छते।’ 39 तोउं तेन्हि से टाता त दछि बगिंचे बाहर किढ़ कइ मार छड़ा। 40 त अब जपल दछि बगे मालिक एईयाल त से तेन्हि आधिबाड़ी जोई की कता?” 41 तेन्हि तेस जे बोलु, “से तेन्हि बुरे मेह्णु के खेया खाट कइ छता; त दछि बगिंचा तेन्हि आधिबाड़ी कें धे देन्ता, जे टेम टेम पुठ तसे धे फल देन्ते रेहेल।”
42 यीशु तेन्हि जे बोलु, “तुसी कि कदी धरमे कताब अन्तर ईं नेईं न पढ़ो:
‘जे घोड़ मिस्त्री रेज समझ कइ फटओ थिआ,
सेईंए कुणे खास घोड़ बण गाk?’
‘ए प्रभु कनारा भुओ असु
त हें नजर अन्तर ए चमत्कारी कम भो!’l
43 तोउं त अउं तुसी जे बोता कि परमेश्वरे राज्य अन्तर भुणे अशुश तुसी केआं नीइ घेन्ति, त ईं जाति धे दिईन्ती, जे तसे निआंग मान कइ सही फल देन्ता। 44 जे इस घोड़ पुठ झड़ता, से चूर चूर भोई घेन्ता; होर जेस पुठ ए घोड़ झड़ता, से ढची घेन्ता।”