आखिरी दिन के कठिन समय के बारे में
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1 हे तिमुथियुस, हम चाहत हियई कि तू इ जान लिहें कि आखिरी दिना, मतलब मसीह के दुबारा आवे से पहिले, ढेरे कठिन समय अतई । 2 काहेकि अदमिनियन अपने आप से आऊ पइसा से परेम करेवोलन, आपन बारे में ढेर फुटांगी करेवोलन, घमंड़ी, परमेस्वर के सिकायत करेवोलन, माइ-बाप के हुकुम के नई मानेवोलन, धन्यबाद नई करेवोलन, अपबितर, 3 आपन परिवारो के नई परेम करेवोलन, छेमा नई देवेवोलन, दोस लगावेवोलन, आपन मरजी के आपन बस में नई करेवोलन, बेदर्दी, सब भलाई के बइरी करेवोलन, 4 धोखा देवेवोलन, दूसरो के परेसान करेवोलन, अपने आप के बड़का समझेवोलन, परमेस्वर के नई, बाकि दुनिया के भोगविलास में मन लगावेवोलन होतथीन । 5 ओकिन भक्ती के ढोंग करतथीन, बाकि ओकर सक्ती के नई माना हथीन; अइसन अदमिनियन से हट के रहिहें ।6 काहेकि एकिन में से कइएक लोगन जेकिन घर में चुपके से घुस जा हथीन आऊ उहां के छेछरी अउरतियन के आपन मन से पटा लेवा हथीन, इहे चलते इ अउरतियन पाप में दब गइले हथीन आऊ हर किसिम के भोगविलास में फंसल हथीन । 7 इ अउरतियन बरबरे दूसर-दूसर सिक्छा सिखेला चाहा हथीन, बाकि सच्चाई के कहियो नई समझा हथीन 8 जइसन यन्नेस आऊ यम्बरेस मुसा अगमजानी के बिरोध करले हलथीन, ओइसही इ झुठा सिखावेवोलनो सच्चा सिक्छा के बिरोध करा हथीन; एकिन खाली बुराई के बारे में सोचत हथीन, आऊ एकिन सच्चाई के बिरोध करलथीन, इहेसे परमेस्वर एकिन के छोड़ देलथीन । 9 बाकि एकिन अइसन धोखा देवे में आगे नई बढ़ सकतथीन, काहेकि जइसन अदमिनियन पहिले यन्नेस आऊ यम्बरेस के बुड़बकाही के जानलथीन, ओइसही एकिनो के बुड़बकाही के सब लोगन बढ़िया तरी से जान जतथीन ।
तिमुथियुस खातिर पउलुस के सलाह
10 बाकि हे तिमुथियुस, हमर सिक्छा आऊ आचरन आऊ जिन्गी के योजना* आऊ बिसवास आऊ सहे के सक्ती आऊ परेम आऊ धीरज आऊ सतावल जायेला आऊ दुख उठावेला, इ सब के बारे में तू बढ़िया तरी से जानत हें । 11 तू इहो जानत हें कि जवन जवन दुख आऊ सताव अदमिनिनय हमरा परे अंताकिया आऊ इकुनियुम आऊ लुस्रा सहर में कइले हथीन, इ हम ढेरे खंवा सहलियई, बाकि परभू हमरा इ सब से छोड़उलथीन । 12 सचो में जेकिन यीसु मसीह में बिसवास कर के परमेस्वर के नजर में बढ़िया जिन्गी जीयेला चाहा हथीन, ओकिन सब सतावल जतथीन । 13 बाकि बुरे अदमिनियन आऊ धोखा देवेवोलन आपन काम में बुरे से बुरा होवत चलले जतथीन, आऊ दुसर लोगन के धोखा देतथीन, आऊ दूसर के चलते एकिनो दोखा खतथीन ।
14 बाकि हे तिमुथियुस, जवन जवन बतिया तू सिखले हें आऊ ओकर पर बिसवास करले हें, ओकर पर मजबुत बनल रहिहें, काहेकि तू जानत हें कि इ सब बतियन केकिन से सिखले हें ? 15 आऊ तू पबितर किताब के वचन* के छोट्हन से जानत हें, उहे पबितर किताब के वचन तोहरा समझा सका हई कि यीसु मसीह पर बिसवास करे से परमेस्वर तोहरा मुक्ती देतथीन । 16 परमेस्वर पबितर किताब के हर एक वचन लिखेवोलन के मन में डाललथीन, आऊ इ वचन सिखावे खातिर आऊ समझावे खातिर आऊ गलती से ठीक करवावे खातिर, आऊ परमेस्वर के नजर में सही जिन्गी जीये के सिक्छा देवे खातिर फइदा लायक हई । 17 ताकी परमेस्वर के लोगन हर किसिम के बढ़िया काम करे में पूरे तइयार हो जतथीन ।