पौलुस विश्वासी बणुं
(प्रेरितों ९:१-३०)
9
1 यौ बीच मिं पौलुस मिं यीशुक विश्वासियों कैं डरूण और मारणक भूत सवार छी। वील महायाजकक पास जैबेर उनुधैं यस लिखत मांगी, 2 कि दमिश्क नगर मिं जो लै यीशुक विश्वासी हो, उनुकैं पकड़िबेर यरुशलेम मिं ल्याइ जाओ।3 जब पौलुस यरुशलेम बे दमिश्क नगरक नजिक पुजौ, तब एकाएक अगाश बे एक उज्याव वीक चारों तरफ चमकौ। 4 तब पौलुस भिं मिं छुटि पड़ौ, और वील यौ अवाज सुणी, "पौलुस, पौलुस, तु मिकैं किलै सतूणौछै?" 5 तब पौलुसल कौ, "प्रभु, तुम को छा?" वील जबाब दे, "मी यीशु छूं, जकैं तु सतूणौछै। 6 ऑब उठिबेर नगर मिं जा, वां मी तुकैं बतूंल कि तुकैं के करण छु।"
7 जो पौलुसक दगाड़ छी, यौ सब देखिबेर दंग रै ग्याय, किलैकि उनुल सिरफ अवाज सुणी और वां कैं के नि द्यख।
8 जब पौलुस भिं मि बे उठौ, तब उकैं के नि देखीणौछी। यैक लिजी वीक दगड़ु वीक हात पकड़िबेर नगर भितेर ली गेईं। 9 यैक तीन दिन तलक वील के लै नि देखि सक और के खाय-पिय लै नै।
10 उ नगर मिं हनन्याह नामक एक विश्वासी छी, यकैं परमेश्वरल दर्शन दिबेर कौ, "हनन्याह, 11 उठ, सीधी नामक बॉट मिं यहूदाक घर जैबेर पौलुसक दगाड़ भेट करिये, किलैकि उ वां प्रार्थना करणौ, 12 और वील आपण दर्शन मिं तुकैं आपुं मिं हात धरण देखि रॉखौ, जैल उ दुबार फिर देखण लागि जॉल।"
13 पर हनन्याहल परमेश्वर धैं कौ, "प्रभु, मील भौत मैंसों धैं यौ मैंसक बारि मिं सुण रॉखौ, कि यैल यरुशलेम मिं तुमार मैंसों कैं भौत दु:ख दी रॉखी, 14 और यां लै यैकै लिजी ऐ रौ!" 15 लेकिन परमेश्वरल उधैं कौ, "तु जा, किलैकि मील उकैं अन्य जातियों, रॉजों और इस्रायलियोंक सामण मिं लै म्यर नाम प्रकट करणी छांटि रॉखौ। 16 और मी उकैं बतूंल कि म्यर लिजी उकैं कतुक दु:ख उठूण छु।"
17 तब हनन्याहल वां जैबेर पौलुस मिं हात धरिबेर कौ, "भै पौलुस, प्रभु यीशु मसीह जनुल तुकैं बॉट मिं दर्शन दे, उनुलै मिकैं लै यां भेजि रॉखौ, कि तु दुबार देखण लागो और पवित्र आत्माल लै भरी जाओ।" 18 तब एकाएक पौलुसक ऑख बे खुश्यल जस निकलौ और वीक बाद उ दुबार देखण लागौ। और उभतै पौलुसल उठिबेर पाणिक-बपतिस्मा ले।
19 यैक बाद पौलुसल खॉण खा, जैल उकैं ताकत मिली। और थ्वाड़ दिनों तलक विश्वासियोंक दगाड़ दमिश्क मिं रौ। 20 और जल्दी यहूदियोंक सभाघर मिं जैबेर यीशुक बारि मिं यौ परचार करण लागौ, कि उं परमेश्वरक च्यल छन। 21 तब सब मैंस यौ देखिबेर दंग हबेर कूण लागी, "के यौ वी न्हैंती, जो यरुशलेम मिं यीशुक विश्वासियों कैं चित्त मारछी? और यां लै यैकै लिजी ऐ रौ!" 22 और पौलुसल दमिश्कॉक यहूदियों कैं भौत जादे सबूत दिबेर समझा, कि यीशु परमेश्वरक वैद करी मुक्तिदाता छन, और उं पौलुसक बात कैं गलत साबित नि करि सक।
23 यैक भौत दिन बाद यहूदियोंल मिलिबेर पौलुस कैं मारणक मशौद करौ। यैक लिजी उ नगरक द्वारक सामणी दिन रात द्वाब लागिबेर बैठि रुंछी। 24 लेकिन पौलुस कैं उनर मसौदक बारि मिं पत्त चल गोय, 25 और दुसॉर विश्वासियोंल उकैं रात मिं टुपर मिं बैठैबेर नगरक दिवालक बॉट भ्यार पुजै दे।
26 यैक बाद पौलुसल यरुशलेम पुजिबेर विश्वासियोंक दगाड़ मिलणक कोशिश करी। लेकिन उं सब उकैं देखिबेर डरणाछी, और उनुकैं विश्वास नि हुणौछी कि उ लै उनरै चारि एक विश्वासी छु। 27 लेकिन बरनबास नामक एक मैंस उकैं आपण दगाड़ खाश शिष्योंक पास ली गो, और उनुकैं बता कि परमेश्वरल यकैं दर्शन दिबेर बात करी, और यैल भौत हिम्मतल दमिश्क मिं यीशुक परचार करौ। 28 यैक बाद पौलुस इनर दगाड़ रुंछी, और निडर हबेर पुर यरुशलेम मिं यीशुक बातोंक परचार करण लागौ। 29 और पौलुस यूनानी बुलाणी यहूदियोंक दगाड़ लै बात-चीत और बहस करनै रुंछी, लेकिन उं यकैं चित्त मारण चांछी। 30 जब विश्वासियों कैं यौ बातक पत्त चलौ, तब उनुल पौलुस कैं कैसरिया नामक बन्दरगाह बे तरसुस नगर ली गेईं।
पतरस मरी स्यैणि कैं ज्यून करणौ
(प्रेरितों ९:३१-४३)
31 यैक बाद अत्याचार कम हई, और यहूदिया, गलील और सामरियाक प्रदेश मिं विश्वासियों कैं शांति मिली, और प्रभुक डर मिं चलनै और पवित्र आत्माक सहारल बढ़नै गेईं।
32 पतरस सब जॉगों मिं घुमन-घुमनै लुद्दा नगरॉक विश्वासियोंक पास पुजौ। 33 वां उकैं एक बाइ पड़ी मैंस मिलौ, जैक नाम एनियास छी। और उ आठ साल बे बिमार छी। 34 जब परतसल उधैं कौ, "एनियास, यीशु मसीह तुकैं भल करणईं। उठ, आपण सजि उठा!" तब उ झट्ट ठॉड़ उठौ। 35 यौ देखिबेर वांक भौत मैंस यीशु मिं भरौस करण लागीं।
36 वांक नजिक याफा नगर मिं तबिता नामकि एक विश्वासी रुंछी, जो दीन-धर्मक कामों मिं लागि रुंछी। 37 पर यौं दिनों उ बिमार हबेर मरि पड़ी। और स्यैणियोंल उकैं नवै-धवैबेर घरक मेलिवॉल कोठरि मिं पड़ै दे।
38 जब विश्वासियोंल यौ सुणौ कि पतरस लुद्दा मिं छु, तब उनुल एकदम द्वी मैंसों कैं उकैं यां बुलूणक लिजी भेजौ। 39 यौ सुणिबेर जब पतरस याफा पुजौ, तब मैंस उकैं उ कोठरि मिं ली गेईं, जां मरी तबिता कैं धरि रॉखछी। वां सब विधाव स्यैणी पतरसक चारों तरफ ठॉड़ हबेर डाड़ मारनै, और उकैं उ लुकुड़ों कैं दिखूण लागीं, जनुकैं तबिताल उनर लिजी बणाछी।
40 तब पतरसल सबों कैं भ्यार करणक बाद घुन टेकिबेर प्रार्थना करी, और लाशक तरफ चैबेर कौ, "तबिता, उठ!" और उ ऑख खोलिबेर बैठि गेई।