यूसुफ आपण हकीकत बतूणौ
(उत्‍पत्ति ४५:१-१५)
45
1 तब यूसुफ आपुं कैं और नि रोक सक, और वील आपण सब कामदारों धैं जोरल कौ, "भ्‍यार जाओ!" फिर वील आपण भैनों धैं कौ, "मी तुमर भै यूसुफ छूं!" 2 और उ इतुक जोरल डाड़ मारण लागौ कि जो भ्‍यार छी उनुल लै वीकि अवाज सुणी। 3 यूसुफल आपण भैनों धैं फिर कौ, "मी यूसुफ छूं, के म्‍यार बौज्‍यू ज्‍यून छिना?" वीक भैनोंल उकैं के जबाब नि देय किलैकि उं डरणाछी। 4 यूसुफल आपण भैनों धैं कौ, "म्‍यर पास आओ! मी सांचि मिं तुमर भै यूसुफ छूं, मिकैं तुमुल मिस्र देश उणी ब्‍यापारियोंक हात बेचछी।
5 ऑब तुम दु:खी नि हो और न आपुं देखि रीश करो कि तुमुल मिकैं बेचौ। पर परमेश्‍वरल जिन्‍दगियों कैं बचूणक लिजी मिकैं यां भेजौ। 6 ऐल सब जॉग द्वी साल बे अकाल पड़ि रौ, आजि पांच साल तलक रौल। यस मिं न यां कैं बल्‍द जोतियाल, और न फसल काटियेलि। 7 परमेश्‍वरल तुमुहै पैली मिकैं यां भेजि रॉखौ कि तुम और तुमार नॉनतिनोंक वंशक धरति मिं हिफाजत करी जाओ और तुमेरि औलादों कैं बचाई जाओ। 8 यैक लिजी मिकैं तुमुल यां नि भेज पर परमेश्‍वरल भेजौ। और उनुलै मिकैं रॉज कैं राय दिणी, वीक महलक मालिक और पुर मिस्र देशक उप-रॉज बणा।
9 ऐल ऑब झट्‍ट करो, और बौज्‍यूक पास जैबेर उनुधैं कया कि तुमर च्‍यल यूसुफ यस कूणौछी कि परमेश्‍वरल मिकैं पुर मिस्र देशक मालिक बणै रॉखौ, यैक लिजी वांबे जल्‍दी म्‍यर पास यां ऐ जाओ। 10 तुम म्‍यर नजिक गोशेन प्रदेश मिं रौला-तुम, तुमार नॉनतिन, तुमार गोरु-बॉछ, और यैक अलावा जो तुमर पास छु उनुकैं लिबेर यां आओ। 11 यां मी तुमर लिजी अन्‍न-पाणिक इंतजाम करुंल, किलैकि अकालक पांच साल आइ बची छन। यां तुम, तुमर परिवार और तुमार दगड़ॉक मैंसोंक लिजी के कमी-पेशी नि ह्‌वेलि।
12 देखो, तुमुल और बिन्‍यामीनल देखि रॉखौ कि तुमार दगाड़ बात करणी मी यूसुफ छु। 13 तुम बौज्‍यू कैं मिस्र देश मिं म्‍यर ठुल पदक बारि मिं बताया। और जे के लै तुमुल देखौ, वीक बारि मिं लै उनुकैं जरूड़ बताया। ऑब जल्‍दी करिबेर बौज्‍यू कैं यां लिबेर आओ!" 14 तब यूसुफ और बिन्‍यामीन एक दुसर कैं और उ दयाल भरी ग्‍याय हालिबेर डाड़ मारण लागीं।
15 यूसुफल आपण सब भैनों कैं चुमौ और उनुकैं अङाव हालिबेर डाड़ मारी। फिर उं सब आपस मिं बातचीत करण लागीं।
रॉजक न्‍यूंत
(उत्‍पत्ति ४५:१६-२८)
16 जब रॉजक महल मिं यौ खबर पुजी कि यूसुफॉक भै ऐ रईं, तब उं और वीक सब दरबारी खुशि हईं। 17 रॉजल यूसुफ धैं कौ, "तुम आपण भैनों धैं कया कि उं आपण गधों मिं अन्‍न लादिबेर कनान देश जाओ। 18 और जैबेर बौज्‍यू और आपण परिवार कैं लिबेर म्‍यर पास आओ। मी उनुकैं मिस्र देशक सबों है भल जॉग रुणक लिजी द्‍यूंल, और उं मिस्र देशक सब भल-भल खॉण खाल। 19 उनुधैं कवो कि उं आपण बौज्‍यू, नॉनतिनों और स्‍यैणियोंक लिजी मिस्र देशकि गाड़ि लिबेर जाओ और उनुकैं उमिं बैठैबेर ल्‍याओ। 20 उं आपण समानकि फिकर नि करो, किलैकि मिस्र देशक सब भलि-भलि चीज उनेरि छु।"
21 तब याकूबॉक च्‍यालोंल यस्‍सै करौ। यूसुफल रॉजक हुकुमक अनुसार उनुकैं गाड़ि दे और बॉटक लिजी खॉण लै दे। 22 यूसुफल आपण भैनों कैं एक-एक ज्‍वड़ लुकुड़ देईं पर बिन्‍यामीन कैं चांदिक तीन सौ सिक्‍कोंक दगाड़ पांच ज्‍वाड़ लुकुड़ देईं। 23 वील आपण बौज्‍यूक लिजी दस गधों मिं मिस्र देशक सब भलि-भलि चीज, और दस गधियों मिं अन्‍न और र्‌वाट लादिबेर भेजीं, और उनर अलावा बॉटक लिजी खॉण-पिण लै दे। 24 और जब उं जाण लागीं यूसुफल उनुधैं कौ, "बॉट मिं झगड़ नि करिया।"
25 उं मिस्र देश बे जानै रईं, और आपण बौज्‍यू याकूबक पास कनान देश मिं आईं। 26 उनुल आपण बौज्‍यू कैं बता, "यूसुफ ज्‍यून छु! उ पुर मिस्र देशक उप-रॉज छु!" यौ सुणिबेर याकूब कैं के कूण नि आय, और वील उनरि बातों मिं भरौस नि कर।
27 लेकिन जब यूसुफॉक भैनोंल आपण बौज्‍यू कैं सब बात बतै जो यूसुफल उनुधैं कै रॉखछी, और जब याकूबल उ गाड़ियों कैं देखौ जो यूसुफल भेजि रॉखछी, तब याकूब खुशि हौ। 28 वील कौ, "ऑब मिकैं भरौस है गो कि म्‍यर च्‍यल यूसुफ ज्‍यून छु! मी मरण है पैली वां जैबेर यूसुफक दगाड़ जरूड़ भेट करुंल!"