रोमीमन
काजे पठालो-बीता पउलुस चो चिटी
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रोमीमन नाव चो चिटी के पठालो-बीता पउलुस रोम सहर ने रलो मंडली के लिखलोसे। पउलुस केबई रोम राज नी जाउन रलो, मानतर हुता चो कोनी-कोनी लोग के जानते रलो। हुन, रोम राज चो मंडली संगे मन भरोतले रउन हुनमन के महापरभु चो बचन सिखाउक मन करते रलो। ए चिटी ने हुन आपलो आगे चो सांगलो गोटमन के सूरता करायसे आउर रोम राज ने नंगत खबर सुनाते इसपानिया राज जातो उआट करेसे।
रोम राज चो मंडली ने आगे जहूदीमन आगर रला, मानतर एबे बिजातीमन आगर आसोत। हुन बिजातीमन, मोसा चो नियम-कानुन के नी मानतो किरता जहूदीमन संगे बला-बली होते रओत।
ए चिटी ने पउलुस समजायसे कि आमी, जहूदी हो नोहले बिजाती, सपाय पापी आंव। जीसु किरिस्त के पतेयालोने ची महापरभु आमके पाप चो सकत ले छंडायदे, नवा जीवन देयदे आउर पवितर आत्मा बाटले तकलीस बेरा कटलातो सकत बले देयदे। महापरभु चो बाछलो जहूदीमन जीसु किरिस्त के नी पतेयाओत, आउर खुबे बिजातीमन जीसु किरिस्त के पतेयाउन महापरभु बाटे होला। मानतर पाछे, जहूदीमन बले जीसु किरिस्त के पतेयादे।
ए चिटी चो सरासरी ने, पउलुस पतेयातो लोगमन चो चलनी-बुलनी चो बारे ने सांगेसे कि आमी कोकई बदी नी देउन गोटोक-दुसर ले मया-दया ने रतोर आय। आमी असन काई बुता नी करुं जेचोले, आमचो संगी-भाई जीसु किरिस्त के पतेयाउक छांडो। असन बरन ले, आमी सपाय हरिक ने रउक सकवां। ए चिटी के पउलुस, महापरभु के जय-जय करुन सारेसे।