14
बुद बीती बायले आपलो घर जोड़ुआय,
मानतर भकवा बायले आपलेई घर के बुड़ाउआय।
2 नंगत चलनी-बुलनी करु, जहोवा के डरुन चलुआय,
मानतर अडरा चलनी-बुलनी करु, जहोवा के हेला समजुआय।
3 मूरक, आपलो गुमानी गोट किरता मार खाउआय,
मानतर बुद बीता, आपलो नंगत गोट किरता आपने के बचायसे।
4 गाय-बयला नी रले, कोटासार छुक-छुका रयसे*,
मानतर बयला चो सकत ले ची खुबे उबज होयसे।
5 सत गवा, फंद नी गोटेयाये,
मानतर फंद गवा, फंद ची गोटेयाउआय।
6 हांसी-खेली करु, बुद के डगराले नी मिराये,
मानतर समज बीता के गियान सरसरा मिरुआय।
7 भकवा संगे नी रा,
हुनचो ले तुके काई गियान चो गोट नी मिरे।
8 चलाक, बुद किरता आपलो उआट के समजुआय,
मानतर भकवा आपलेई भकवा बुता ने फसुन रउआय।
9 मूरक, हांसी-खेली समजुन आपलो पाप के नी मानुआय,
मानतर सोज लोग, महापरभु ले दया पाउआत,
10 मन आपलेई दुखा के जानुआय,
आउर कोनी परगांया हुनचो हरिक के बाटुक नी सकोत।
11 दुसट चो बंस सत्‍यानास होयसे,
मानतर सोज लोगमन चो थर बाड़ेसे।
12 कोनी-कोनी बाट मनुक के नंगत लागुआय,
मानतर हुनचो सरासरी ने मोरना आसे
13 हांसते रले बले मन मुरुसनाय रउआय,
आउर हरिक चो सरासरी ने गागा-बोगा होउआय।
14 कपटी मनुक, आपलो कपट बुता चो पलटा पायसे,
भला मनुक, आपलो नंगत बुता चो पलटा पायसे।
15 सादा मनुक सपाय गोट के पतेयाउआय,
मानतर चलाक, नंगत ले बिचारुन डांहका पकाउआय।
16 बुद बीता, चेत करुन अडरा बाट ले गुचुआय,
मानतर मूरक, एड़जा होउन फिकिर नोहलो हुनीची बाट ने जाउआय।
17 झटके रीस होउ, एड़जा बुता करुआय,
अडरा उआट करु बीता के लोग बईर करुआत।
18 भकवा, एड़जा बुता ची करुआय,
मानतर चलाक, गियान चो मुकुट पाउआय।
19 अडरा लोगमन, नंगत लोगमन चो पुरे,
आउर दुसटमन, धरमकारीमन चो बाट-डेवना ने डंडासरन करुआत।
20 गरीब के आपलेई घर-लग चो लोग बले घिनियाउआत,
मानतर सवकार के खुबे लोग मीत बांदुआत।
21 आपलो घर-लग चो लोग के घिनियाउ, पाप करेसे,
मानतर गरीब लोग के दया करु, धन-धन आय।
22 सते, अडरा उआट करु, आपलो बाट भूलकुन जायदे,
नंगत उआट करु, सत-मया आउर सत बेबार पायदे।
23 मसागत ले बाड़ती होउआय,
मानतर टाबुन-टाबुन रले, लोग गरीब होउआत।
24 बुद बीतामन चो धन हुनमन चो मुकुट आय,
मानतर मूरक बुता ची मूरकमन काजे माला आय।
25 सत गवा, लोग चो जीव बचायसे,
मानतर फंद गवा, लोग के धोका देयसे।
26 जहोवा के डरुन चलतो लोग के खुबे भोरसा रयसे,
आउर हुनचो बेटामन काजे हुन सरन चो ठान आय।
27 जहोवा के डरुन चलतोर जीव चो पजरा आय,
जेचोले लोग मोरना चो फांदा ले बाचुआत
28 खुबे रयत रले राजा चो मान बाड़ेसे,
रयत नी रले राज-करु नास होयसे।
29 धीरे ले रीस होउ, खुबे समज बीता आय,
मानतर झटके रीस होउ, भकवा आय।
30 अस्‍तिर मन ले देहें तीरतिरा रउआय,
मानतर ईरका-कुचर ले हाड़ामन निमल होउआय।
31 गरीब के डाटा-टेवा करु, हुनचो बनाउ के निंदरेसे,
मानतर नानागती लोग के जीव-दुखु, हुनचो बनाउ के मान करेसे।
32 दुसट मनुक, आपलेई अडरा बुतामन किरता नास होयदे,
मानतर धरमकारी, आपलो धारनिक बुता किरता सरन पायदे।
33 समज बीता चो मने बुद रउआय,
मानतर भकवा चो मन चो गोट सपाय के दखा देयसे।
34 धारनिक बुता ले जात-जात चो लोगमन चो बाड़ती होयसे,
मानतर पाप ले लोगमन चो इजित जायसे।
35 बुद बीता कमेया ले, राजा हरिक होउआय,
मानतर लाज पड़ातो कमेया के राजा रीस होउआय।