इफिसुस नगर मं रेबाळा बस्वास्या की टोळी क नांऊ पौलुस को कागद
पौथी को परिचय
ई कागद को खास संदेस परमेसर की या मंगलकारी मन्सा छ क बगत पूरो होबा जस्यान को इन्तजाम होवे क सरग अर धरती की सबळी चीजा को मसी मं एको होजाव्अ। ई कागद क जरिये माण्ढबाळो पौलुस परमेसर का सबळा भगता सुं निवेदन करअ छ क वे परमेसर की योजना की ज्यान बुवार करअ जिसुं सबळी मनख ज्यात मसी मं एक हो जावे।
ई कागद का पेल-पेलका हस्सा मं लिखबाळो एकता का बारा मं बताव्अ छ क कस्यान पिता परमेसर खुदका मनखा की लार दूसरा मनखा न्अ बी थरप्यो अस्यान वान माफी मली अर मनख का छोरा ईसु जी सुं अस्यान खुदका पापा सुं छूटर आजाद होग्या। ई विषय का आखरी मं बतायो गियो छ क अस्यान पवितर-आत्मा सुं परमेसर की महान आसिस को बचन दियो गियो।
दूसरा हस्सा मं लिखबाळो खुदका पढ़बाळा सुं निवेदन करअ छ क वे अस्यान खुदकी जन्दगी बिताव्अ जिसुं एकलार मल-जुलर मसी मं एकता सांच्याई की सामर्थ बण जावे। मसी मं बस्वासी भाई-बेणा की एकता न्अ स्याप करबा बेई घणासारा अलंकार, रूपक अर उपमा को परयोग कर्या छ जस्यान बस्वास्या की टोळी काया की ज्यान छ अर मसी बस्वास्या की टोळी को माथो छ। या बस्वास्या की टोळी एक भवन की जस्यान छ अर मसी बीकी निम को भाटो छ या बस्वास्या की टोळी एक बीनणी की न्याय छ जिन्अ मसी परेम सुं अपणायो छ। ज्दया लिखबाळो मसी मं परमेसर की करपा, दीया को वर्णन करअ छ तो हरेक चीज मसी का परेम, बलिदान, छमा, दीया अर सुध्दता का उजाळा देखी गी छ।
रूप-रेखा
भूमिका 1:1–2
मसी अर बस्वास्या की टोळी 1:3—3:21
मसी मं नयो जीवन 4:1—6:20
उपसंहार 6:21–24