नया करार का सेवक
3
1 इसुं अस्यान लाग्अ छ कांई क मै खुदकी बढाई करां छा? या फेर दूसरा मनखा की जस्यान चापलुसी की चिट्ठी मांडर थान्अ देवा या फेर थां सुं लेवां? 2 म्हारो कागद तो थे खुद छो, ज्यो म्हारा मन मं मण्ढर्यो छ उन्अ सबळा मनख जाण्अ अर बाच्अ छ। 3 या बात साफ छ क मसी खुद ई कागद न्अ माण्ढ्यो छ अर म्हाक्अ हाथा खन्दायो छ। यो कागद छ्‍याई सुं माण्ढेड़ो कोन्अ पण परमेसर की आत्मा सुं माण्ढ्यो गियो छ। अर भाटा की पाटी प कोन मण्ढ्यो पण मनखा का हीया प माण्ढेड़ो छ।
4 अर म्हे या बात ई बजेसुं खेवां छा क्युं क मसी की बजेसुं म्हान्अ परमेसर म पूरो भरोसो छ। 5 अस्यान कोन्अ क मै खुद ई काम न्अ करबा की छमता रांखा छा। पण म्हान्अ या छमता परमेसर सुं मल्अ छ। 6 अर वोई म्हान्अ नया करार को दास होबा जस्यान को बणायो छ। अर यो कोई मांडेड़ो निम कोन्अ पण आत्मा को करार छ क्युं क मांडेड़ो बेवस्था तो मारअ छ पण आत्मा जन्दगी देव्अ छ।
7 भाटा की फाट्‍या मं मण्ढ्या परमेसर का निम ज्यो मूसा न्अ मल्या छा वांका खिया मं होबाळी सेवा मोत लेर आई। पण जद्‍या यो निम दियो गियो तो परमेसर की मेमा मूसा का मुण्ढा सुं घणाजोर की परगट होई, अर ज्यो महमा धीरअ-धीरअ कम होती जारी छी। पण फेरबी वा अतरा जोरकी छी क इजरायल का मनख उंका मूंडा न्अ कोन देख पारया छा। 8 तो आत्मा का खिया मं होबाळी सेवा उसुं साउटो उजाळो करबाळी कस्यान कोन होव्अली? 9 जद्‍या दोष बताबाळा नीमा की सेवा मेमा सुं भरी छ तो उद्धार करबाळा नीमा की सेवा उसुं साउटी मेमा सुं भरी क्युं कोन होव्अली? 10 या म्हे जिसुं खेर्या छा क्युं क ई नुई सेवा की महमा क आग्अ मूसा का निम की महमा कांई कोन्अ। 11 ज्यो मूसा का निम की सेवा थोड़ी बगत मं मटबाळी मेमा की लार छो, तो कद्‍या बी कोन मटबाळा नया करार की मेमा उसुं साऊटा जोरकी क्युं कोन होव्अली?
12 ई नया करार की महमा की आस की बजे सुंई मै बेधड़क बोला छा। 13 अर मै उं मूसा की जस्यान कोन्अ ज्यो खुदका मूंडा न्अ लत्ता सुं ढक लियो छो क्युं क कढी अस्यान कोन हो जाव्अ क इजरायल का मनख खुदकी आंख्या सुं उं मटबाळा तेज न्अ देखले। 14 पण वांकी बुद्धि काम कोन करअ क्युं क वे उं पराणा करार न्अ बाच्अ छ ई बजेसुं वांक्अ आज बी आंख्या प वोई पर्दो पड़यो छ। यो पर्दो बअस मसी हटा सक्अ छ। 15 अर आज बी जद्‍या बी मूसा की पोथी न्अ बांच्यो छ तो वो पर्दो वांकी बुद्धि प पड़जाव्अ छ। 16 पण ज्यो कोईको मन परबु म लाग्अ छ तो उंकी बुद्धि सुं वो पर्दो हटा दियो जाव्अ छ। 17 परबु अर आत्मा एक'ई छ अर जण्ढ्अ परबु की आत्मा छ उण्डअ छूटवाड़ो छ। 18 तो आपा सबळा जद्‍या खुदका उघाड़ा मूंडा सुं कांच क साम्अ परबु का तेज को ध्यान करां छा तो आपा बी वस्यान कांई होब्अ लाग जावां छा अर परबु की आत्मा आपान्अ टगअ-टगअ औरू बी साउटो आपणा परबु की महमा मं बडाव्अ छ।