परमेसर सुं मेलमिलाप
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1 अब आपा आपणा बस्वास की बजेसुं धरमी होग्या, जिसुं परबु ईसु मसी क जरिये आपणो परमेसर सुं मेलमिलाप छ। 2 उसुं'ई बस्वास की बजेसुं उं दीया ताणी, जिम्अ आपा बण्या छा, आपणी पुंच बी होई छ। अर परमेसर की महमा की आस प्अ घमण्ड करां छा। 3 अतरोई नही, आपा आपणा दुखा मं बी घमण्ड करां छा। क्युं क आपा जाण्अ छा क दुख सुं धीरज पदा होव्अ छ। 4 अर धीरज सुं खराई नखळ्अ छ, अर खराई सुं आस पदा होव्अ छ। 5 अर आस आपान्अ नरास कोन होबा देव्अ क्युं क पवितर-आत्मा ज्यो आपान्अ दियो गियो छ उंक्अ जरिये परमेसर को परेम आपणा हीया मं उण्डेल्यो जाव्अ छ।6 क्युं क आपा जद्या कमजोर छा तो मसी एकधम उई बगत मं भगती कोन करबाळा बेई मर्यो। 7 एक धरमी मनख बेई बी कोई मरबा बेई त्यार होबो कळ्डो छ। पण हो सक्अ छ एक धरमी मनख बेई कोई मरबा की हिम्मत करअ। 8 पण परमेसर आपा प खुदको हेत अस्यान दखायो क जद्या आपा पापी छा मसी आपण्अ बेई मर्यो।
9 उंका लोई की बजेसुं अब आपा धरमी होग्या, तो अब बीकी बजेसुं परमेसर का रोस सुं जरूर बचाया जाव्अला! 10 क्युं क जद्या आपा परमेसर का बेरी छा वो खुदका छोरा की मोत सुं आपणो खुदसुं मिलाण करलियो। अर अब जद्या आपणो मलाण होग्यो तो बीकी जन्दगी सुं आपणो उद्धार पक्कोई होव्अलो? 11 अतरोई नही आपा आपणा परबु ईसु मसी सुं परमेसर की भगती पार अब परमेसर प्अ घमण्ड करां छा।
आदम अर ईसु
12 जस्यान एक मनख आदम सुं धरती प पाप आयो अर पाप सुं मोत आई। अर अस्यान मोत सबळा मनखा बेई आयी क्युं क सबळा पाप कर्या छा। 13 अब देखो बेवस्था क आबासुं पेली संसार मं पाप छो पण जद्या ताणी कोई बेवस्था कोन होव्अ कोई का बी पाप कोन गण्या जाव्अ। 14 पण आदम सुं लगार मूसा की बगत ताणी मोत सबळा प राज करती रेई। मोत वाप्अ बी छी ज्यो आदम की जस्यान पाप कोन कर्या छा।
आदम बी आबाळा की बानगी छो। 15 पण परमेसर को बरदान आदम का पाप जस्यान को कोन्अ पण उं सुं बी घणु महान छ, उं एक मनख की बजेसुं घणा मनखा की मोत होई। पण उं एक मनख ईसु मसी की दीया की बजेसुं परमेसर की दीया अर बरदान तो घणा मनखा बेई साऊटा सुं बी साऊटो छ। 16 अर परमेसर को बरदान आदम का पाप का फळ की जस्यान कोन्अ क्युं क आदम का एक पाप की बजेसुं न्याय होयो अर डण्ड आग्यो। पण परमेसर को बरदान, ज्यो पाप छमा की ओड़ी लेर जाव्अ छ, घणा अपराधा क पाछ्अ आयो छ। 17 अर ज्यो आदम का अपराध की बजेसुं मोत को राज होग्यो। तो ज्यो परमेसर की उळ्ळाई की दीया अर उंका धार्मिकता का बरदान न्अ पाबाळा जन्दगी मं उं एक मनख ईसु मसी की बजेसुं ओर बी साऊटा राज करअला।
18 तो जस्यान एक अपराध की बजेसुं सबळा मनखा मं डण्ड आयो, वस्यानई एक धरम का काम सुं सबळा न्अ सदामेस की जन्दगी देबाळी धार्मिकता मली। 19 जस्यान उं एक मनख क आज्ञा कोन मानबा सुं सबळा मनख पापी बणग्या वस्यानई एक मनख क आज्ञा मानबा की बजे परमेसर घणा मनखा न्अ धरमी ठेराव्अलो। 20 अर बेवस्था आगी क अपराध खुब होव्अ, पण जण्ढ्अ पाप खुब होयो, उण्डअ दीया उसुं बी साऊटी होई। 21 ई बजेसुं जस्यान पाप मोत न्अ फेलार राज कर्यो वस्यानई आपणा परबु ईसु मसी क जरिये दीया बी सदामेस की जन्दगी ताणी धार्मिकता क जरिये राज करअ।