थरपेड़ा का काम
कताब को परिचय
लूका की मानत्या मं चोखा समचार पोथी को आग्अ को हस्सो छ, “थरपेड़ा का कामकाज” ई कताब मं लूका अस्यान बतायो छ, क परबु ईसु जी को चोखा संदेस सरूवात का चेला सुं पवितर-आत्मा का उजाळा मं कस्यान “यरूसलेम सुं सबळा यहूदा परदेस म, सामरी परदेस म, अर धरती का आखरी कुणा ताणी फेलग्यो।” या कताब मसी आंदोलन को नम्बरवाई बखान करअ छ। ज्यो यहूदी मनखा म सरू हियो अर फेर भूमध्यसागर की तीर का तीनु महाद्वीपा म नया धरम बस्वास, नया पंथ का रुप मं फेलग्यो। ई कताब की सामग्री न्अ तीन भागा म बाट्यो जा सक्अ छ। हरेक म या बतायो गियो छ क परबु ईसु जी को चोखो संदेस कोई खास ठोर प कस्यान सुणायो गियो अर उण्डअ कस्यान बस्वास्या की टोळी बणी, अर यो आंदोलन कस्यान एक नगर सुं दूसरा नगर म फेलतो गियो।
पहलो भाग - परबु ईसु क सरग म जाबा क पाछ्अ यरूसलेम नगर म मसी धरम-आंदोलन की सरूवात अध्याई 1 सुं 5।
दूसरो भाग - इजरायल देस अर पाड़ोसी देसा का दूसरा नगराड़ी मसी धरम-आंदोलन को परचार अध्याई 6 सुं 12।
तीसरो भाग भूमध्यसागर क सांकड्अ का नगरा म अर रोम राज की राजधानी रोम ताणी मसी धरम-आंदोलन को फेलाव अध्याई 13-18।
सरूवात का दो भागा म पतरस का कामा अर उपदेसा को सावटो जोर छ। तीसरा भाग म धरम परचार की यात्रा का बखान म पौलुस न्अ खास बणायो गियो छ। पण थरपेड़ा का कामकाज पोथी की सबसु जोरा बात छ। पवितर-आत्मा का कामकाज। पवितर-आत्मा पिन्तेकुस्त क दन क पेली यरूसलेम नगर म परबु ईसु का चेला प सामर्थ की लार आबो। अर कताब क सरु सुं लेर आखरी ताणी बस्वास्या की टोळी अर उंका चेला न्अ गेलो बतातो रियो अर जोरका अत्याचारा की बगत बी वान्अ तागत देतो रियो। ई पोथी म घणा परबचन ज्यो सरूवात का मसी चोखा संदेस को नचोड़ छ। ई पोथी म ज्यां बाता का बारा मं ब्योरो छ। वामे मसी का चोखा संदेस की सामर्थ प्रगट हेव छ। अर लेरअ सुं या बी बस्वास्या का जीवन न्अ अर बस्वास्या की टोळी की सहभागीता प चोखा संदेस को कतरो प्रभाऊ पड़यो छो। जिसुं पढ़बाळा न्अ एक बढ़ीया जीवन को गेलो मल्अ छ। “सबळा बस्वासी एक मन छा अर वा कन्अ ज्योबी छो वो सबको सिरोळो छो।”
कताब की रुप रेखा
गुवाई देबा की तियारी 1:1–26
(क) परबु ईसु जी को आखरी आदेस 1:1–14
(ख) यहूदा इस्करियोती की ठोर हाळो 1:15–26
यरूसलेम म गुवाई देबो 2:1—5:42
धरम-सेवा करबाळा स्तिफनुस न्अ मारबा सुं धरम-प्रचार की सरूवात 6:1—8:3
यहूदा अर सामरी परदेस मं गुवाई देबो 8:4—12:25
प्रेरित पौलुस की धरम-सेवा 13:1—28:31
(ग) पेली धरम परचार यात्रा 13:1—14:28
(घ) यरूसलेम म धरम सम्मेलण 15:1–35
(च) दूसरी धरम परचार यात्रा 15:36—18:22
(छ) तीसरी धरम परचार यात्रा 18:23—21:16
(ज) यरूसलेम, कैसरिया अर रोम नगर म बंदी पौलुस 21:17—28:31