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‘‘ सरदीस ए कलिसिया र दूत के ए लिख:‘‘ जहार लगे मापरू र सात ठन आत्मा आउर सात तारा आचे हांय ये बोलसी आचे कि मुय तोर काम के जानीःतुय जीवित तो कहलायबियास, मातर आष मोरला असन 2 जागृत हो, आउर हांय वस्तु मन के जोन बाचला आचे आउर जोन मिटवार आचे, हांके दृढ कर, कसन बलले मुय तोर काई काम के मापरू लगे पूरा ना पायली । 3 इ काजे सुस्ता कर कि तुय कसन शिक्षा पायी रयिस आउर सुनी रइस, आउर हाय थाने बनी राहा आउर मन फिराव । यदि तुय जागृत ना रबीस तेबे मुय चोर असन आयबी, आउर तुय केबी ना जानके रग्कबीज कि मुय कौन धडी तोर उपरे आई पोडबी । 4 मातर हां, सरदीस ने तोर थाने कुछ असन लोग आचेत जोन आपना-आपना कपडा अशुद्व ना करलाय, हाय सफेद कपडा फिंदी मोर संगे बुलबाय, कसन बलले हाय मन इ योग्य आत । 5 जोन जय पाओ हांके इ परकार सफेद कपडा फिदायबाय, आउर मुय हांतार नाम जीवन र पुस्तक ले कोनी रीति ले ना काटबी, मातर हांतार नाम आपना बुआ आउर हांतार सरगदूत मत र छोमे मानवी । 6 जहार कान आचे हाय सुनो कि आत्मा कलिसिया ले काय बोलसी आचे । 7 ‘‘ फिलदिफिया र कलिसियार दूत के ए लिख: ‘‘ जोन पवित्र आउर सत आय, आउर जोन दाउद र चाबी सोंगाउआय, जहार उगाडलाटा के कोनी बंद करके ना सकेत, हाय ए बोलसी आचे कि 8 मुय तोर काम के जानी, दक, मुय तोर छोमे गोटोक कपाट उगाडली बाची, जाके कोनी बंद ना करके सकेत, तोर सामर्थ खिडिक मा तो आचे, फेर बले तुय मोर वचन र पालन करली आस आउर मोर नाम के मना ना करलीस । 9 दक मुय शैतान र हाय सभा लोक के तोर बश ने करी देबी जोन यहूदी बनी बोसलात, मातर नुआत ठगबात-दक, मुुय असन करबी कि हाय मन आई करी तोर गोड उपरे घसरसी, आउर ए जानबाय कि मुय तोर संगे मया सोंगायली आचे । 10 तुय मोर धीरज र वचन के थामली आस, इ काजे कि मुय बले तोके परीक्षा र हाय समय बचाय सोंगायबी जोन पृथ्वी उपरे रबालोक के परखबाकाजे सबु संसार उपरे आयसी आचे । 11 मुय सकटे आयबी आची, जोन काई तोर लगे आचे हांके थामी रा कि कोनी तोर मुकुल के ना छीनो । 12 जोब जय पाओ हांके मुय आपना मापरू र मंदिर ने गोटोक खंबा बनायबी, आउर हाय फेर केबी बाहरे ना निकरसी, आउर मुय आपना मापरू र नाम आउर आपना मापरू र नगर असन कि नया यरूशलेम र नाम, जोन मोर मापरू र लगे ले सरग उपर ले उतरसी आचे, आउर आपना तुआ नाव हांतार उपरे लिखबी । 13 जहार कान आथे हाय सुनो कि आत्मा कलिसिया के काय बोलसीआचे । 14 ष् लोअदीकिया र कलीसिया र दूत के एली रू ष्जोन हामि आवरी विशवास लाईगर आवरी सत गवा आयए आवरी माहा परभू र सोसार र मूल कारन आयए ’ये हांय बलसी आचे की 15 मुय तोर कामके जानबी आची की तुय ना तो सीतर आस आवरी ना तपला रू अच्छा होयता की तुय सितर नोयले तपलार होयतीस द्य 16 ई काचे की तुय उशुम उशुम आस ए आवरी नोयले काकर आस आवरी नोयले तपलाए मुय तोके आपना मुह ने ले उगालबा काचे आची द्य 17 तुय बलबी आस की मुय सोकार आय आवरी सोकार होयली आची आवरी मके कोनी तिजर उना निआय य आवरी हांय ना जाने की तुय अभागा आवरी तूच आवरी गरीब आवरी काना आवरी नांगा आस द्य 18 ई काचे मुय तोके सलाह देबी आची की जोय ने तपायलार सोन मोर थानले घेन की तुय सोह्कार होई जाए आवरी मोंडरा फटीई धर की पिंदी करी तोके आपनार नांगा पनर लाज ना होओं आवरी आपनार आंकी ले लगायबा काचे काजर धर की तुय दकके सकबीस द्य 19 मुय जोन जोन के मया करू आंय हांय सबू के उलहाना आवरी दण्ड देऊ आंय य’ई काचे सरगर्म हो आवरी मन बाहाड़ाव 20 दक मुय दुआरे ठिया उठी करी ठटायबी आची य अगर कोनी मोर सबद सूनी करी दुआर उगाडू आयए तो मुय हातार लगे भीतरे आई करी हातार संगे भोजन करू आंय आवरी हांय मोर संगे द्य 21 जोन जय पाओ मुय ताके आपना संगे आपना सिहासन उपरे बसायबी जसन मुय बले जय पाई करी आपना बाबार संगे हातार सिहासन उपरे बसली द्य 22 जहार कान आचे हांय सुना की आतमा कलीसिया मन के काय बलसी आचे द्य