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जसन: हे मोर मया र लोक, जेबे की ये किरिया मन हामके मिरला आचे, तो आसा, हामि खुद के गागर आवरी आतमा र सबु मलिनता ले शुद करू, आवरी माहा परबु र डर ने रई पवित्र होयबार सबूत देऊ | 2 हामके हामर हिरदय ने जगा दिआ | हामि ना काहरी संगे अनिआय करलू, ना काकई नासायलू, आवरी ना काकई ठगलू | 3 मुय तोमके दोषी मानबा काचे ये ना बली |कसन की मुय पईली ची बली सरायली आची की तोमि हामर हिरदय ने बसला आस की हामि तोमर मन संगे मरबा जियबा काचे तियार आचू | 4 मुय तोमके खूब इ हिवाव संगे बलबी आची, मोके तोमर उपरे खुबे घमण्ड आचे; मुय शान्ति ले भरी गली आची | मोर सबु दुःख ने मुय हरिक ने खुबे भरपूर रऊ आंय | 5 कसन की जेबे हामि मकी दुनिया ने आयलु, तेबे बले हामर गागर के सुकना मिरला, मातर हामि चारो बाटले दुःख पायते रऊ; बाहरे लड़ाई मन रये, भीतरे बिकट गोट रये | 6 तेबे पने दिन दाय शान्ति देबा माहा परबु तितुसर आयबा के हामके शान्ति देला; 7 आवरी ना सिरिफ तार आयले ची मातर हांतार हांय शान्ति ले बले, जोन ताके तोमर बाटले मिरी रला, हांय तोमर लालशा, तोमर दुःख, आवरी मोर काचे तोमर धुन र समाचार हामके सुनायला, जो नाति मोके आवरी बले हरिक लागला | 8 कसन की अगर मुय मोर पत्री ले तोमके शोक करायली, मातर हांतार काचे पशताये नाई जसन की पईले पशतायते रये, कसन की मुय दकु आंय की हांय पत्री ले तोमके शोक तो होयला मातर मातर हांय दण्डक काचे रये | 9 एबर मुय हरिक आची मातर ई काचे नाई की तोमके शोक पहुंचला, मातर ई काचे की तोमि हांय शोक र लागी मन के बाहाड़य लास, कसन की तोमर शोक माहा परबु र मनर हिसाब ने रला की हामर बाटले तोमके कोनी गोट ने हामि ना पंहुचो | 10 कसन की माहा परबु भक्ति र शोक के असन पशतावा छमे आनु आय जांहार फल उदार आय आवरी पाचे हांके पसतायके ना पड़े मातर सांसारिक शोक मोरना के आनु आय | 11 जसन:दका, ई गोट ले की तोमके माहा परबु र भक्ति र शोक होयला तोमि मन ने कतक उत्साह आवरी प्रत्युन्तर आवरी रिस, आवरी भय, आवरी लालसा, आवरी धन आवरी दण्ड देबार बिचार जनमला ? तोमि सबु बाटले करी दकाय लास की तोमि ए गोट ने निरदोष आस | 12 पाचे मुय जोन तोमर लगरे लिकी रई, हांय ना तो हांतार लागी लिकली हांय अनिआय करला आवरी ना हांतार लागी जाके अनिआय करा गला, मातर ई काचे की तोमर उत्साह जोन हामर काचे आय, हांय माहा परबु र छमे तोमर उपरे आसो | 13 हांई काचे हामके शान्ति मिरला | हामर ये शान्ति संगे तितुस र हरिक लागी आवरी बले हरिक होयला कसन की हांतार जीव तोमि सबुर लागी हरा - भरा होयला आचे | 14 कसन की मुय हांतार छमे तोमर बारे ने काई घमण्ड दकायला, तो लाज ना होयला, मातर जसन हामि तोमके सबु गोट सत्ते- सत्ते बली रऊ, असनी ची हामर घमन्ड दकायबार तितुसर छमे बले सत्ते निकरला | 15 जेबे ताके तोमि सबु र गोट मानु होयबार सुरता आऊ आय की कसन तोमि डरी आवरी थर थरी तार संगे भेंट होयलास; तो हांतार मया तोमर बाटे बले खुबे होयते जाऊ आय | 16 मुय हरिक आची कसन की मोके सबु गोट ने तोमर उपरे भरोसा आचे |