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मय आपना मन ने ई मन बनाय रली की आवरी तमर लगे उदास करके ना आसी | 2 कसन की अगर तमके उदास करबी, तो मके हरिक करबा बिता कोन होयसी, सिरिप हाई जोनके मय उदास करली ? 3 आवरी मय ई गोट तमके ई काचे लिकली की कबई असन ना होओं की मोर आयबा ने, जोन मन ने मके हरिक मिरबार रये मय हाई मन ले उदास होयबी; कसन की मके तमी सबू उपरे ये गोट र भोरषा आचे की जोन मोर हरिक आय, हाई तमी सबूर बले आय | 4 बड़े दुःख आवरी मनर कष्ट ले मय खूबे असन आशू निकराय निकराय तमके लिकी रई, ई काचे नाई की तमी उदास हुआ मातर ई काचे की तमी हांय बड़े मया के जाना, जोन मके तमर संगे आचे | 5 अगर कोनी बले निरास करला आत, तो मके ची नाई मातर (की तार संगे खूबे बदाई ना करू) खिनीक खिनीक तमी सबू के बले उदास करला आचे | 6 असन लोक मन काचे ये दण्ड जोन भाई मन ने खूबे मन देलाय, खूबे आचेत | 7 ई काचे एतार भला ये आय की तार अपराध के माफ करा आवरी शान्ति दिआस, ना होओं की असन मुनूक खूबे उदासी ने बूड़ी जाओं | 8 ई लागी मय तमके बिनती करबी आची की ताके आपना मया र परमान दिआस | 9 कसन की मय ई काचे बले लिकी रई की तमके परकबी की तमी मोर सबू गोट मन के मानबा काचे तिआर आचास की नाई | 10 जाहार तमी खिनीक माफ करू आस हाके मय बले माफ करू आय, कसन की मय बले जोन काई के बले माफ करली आची, अगर करला आस आले, तो तमर लागी मसीह र जगा ने होई करी माफ करला आचे 11 की सयतान र हामर उपरे चाल ना चले, कसन की हामी हातार चाल ले अनजान निआवं | 12 जड़ दाय मय मसीह र सुसमाचार सुनायबा काचे त्रोआस आसली, आवरी परभु मोर काचे गोटक उधार उगाड़ी देला, 13 तो मोर मन ने चयन ना मिरला, ई काचे की मय आपना भाई तीतुस के ना पायली; ई काचे हाय मन ले बिदा होई करी मय मकिदुनिया बाटे जायते गली | 14 मातर माहा परभु र धनेबाद होओं जोन मसीह ने सदा हामके जय र उत्सव ने धरी रऊ आय, आवरी आपना र गिआन र सुगंध हामर दुआरा सबू जगा फयलाऊ आय | 15 कसन की हामी माहा परभु र लगे उधार पायबा मन आवरी नाश होयबा मन दुनो मन काचे मसीह र सुगंध आत | 16 कोनी मन काचे तो मोरबार लागी मोरना र गंध, आवरी कतक मन काचे जीवना र लागी जीवना र सुगंध |भला ये गोट मनर लाईग कोन आय ? 17 कसन की हामी हांय खूबे मनर असन नुआवं जोन माहा परभु र बचन ने मिसरा करू आत ; मातर मनर सत ले आवरी माहा परभु र बाटले माहा परभु के आचे बली जानी करी मसीह ने बलु आत |