16
पाचे हांय चेला मन के बले बलला,” कोनी सोह्कार र गोटक भंडारी रये, आवरी लोक हातार छमे हातार उपरे ये दोष लगायलाय की हातार सबू धन के बड़ाय देबा आत 2 मातर हांय तिके हाग देई करी बलला, ये काय आय जोन मुय तोर बारे ने सूनबी आची ? आपना भंडारी पनर लेखा देस, कसन की तुय आवरी भंडारी ना रयके सकलिस |' 3 तेबे भंडारी बिचार करला,' एबे मुय काय करू आय ? कसन की मोर मालिक एबे भंडारी र काम ले मोके चाडायसी आचे |माटी तो मुय कोडके ना सकी: आवरी भिक मागबा काचे मोके लाग लागसी आचे | 4 मुय समझी गली की काय करबी, ताके जड़ दे मुय भंडारी र काम ले चादाय देबी तेबे लोक मोके आपना घरे हाग देबाय |' 5 तेबे हांय आपना मालिक र लेन देन करबा गोटक गोटक करी हाग देला आवरी पईले पचारला,' तोर उपरे मोर मालिक र कतक लागा आचे' 6 हांय बलला,' सव मान तेल,' तेबे हांय हाके बलला' आपना खाता बोई धर आवरी बसी करी तुरते पचास लिकी देस,' 7 पाचे हांय दुसर के पचारला,' तोर उपरे कतक लागा आचे ?' हांय बलला' सव मान गोऊ,' तेबे हांय ताके बलला,'आपना खाता बोई के धरी करी अस्सी लिकी देस | 8 “मालिक हांय धरमी भंडारी के सहरायला की हांय चतुर ले काम करला आचे, कसन की ये सोसार र लोक आपना समेया के लोक र संगे रिती बेबार ने उजर र लोक ने खूबे चतूर आत | 9 मुय तोमके बलबी आची की अधरम र धरम ले आपना काचे संगवारी बनाहा, जसन की जड़ दाय हांय जायते रयसी तो हांय तोमके हरमेसा र डेरा ने धरा | 10 जोन खिनिक ले खिनिक ने सत*ने आचे हांय खूबे ने बले सत ने रयसी; आवरी जोन खिनिक ले खिनिक ने अधरमी आय, हांय खूबे ने बले अधरमी आय | 11 ई काचे तोमि अधरम र धन ने सत ने ना राहास तो सत र धन तोमके कोन सोपू आय ? 12 आवरी तोमि दुसरा र धन ने सत ना राहास जोन तोमर आय, हाके तोमके कोन देऊ आय ? 13 “ कोनी कमेया दुयटा सोह्कार र सेवा ना करके सके: कसन की हांय तो गोटक के बईर आवरी दुसर मया करसी; गोटक ले मिसी रयसी आवरी दुसर के छुत जानसी | तोमि माहा परभु आवरी धन दुनोर सेवा ना करके सकास | 14 फरिसी जोन लालची रयेत हांय सबू गोट के सूनी करी हासी उड़ाय के धरलाय | 15 हांय तिके बलला,”तोमि तो मुनूक र छमे आपना नीज के धरमी ठेबाऊ आस, मातर माहा परभु तोमर मन के जानसी आचे, कसन की जोन तिज मुनूक र नजर ने माहान आय, हांय माहा परभु लगे घिन घिना आय | 16 “ बेबस्तार आवरी अगम गिआनी यु यूहन्ना दाय ले रये; हांय समेया ले माहा परभु र राजर सुसमाचार सुनाय जायते रये, आवरी सबू काई हांय थाने बलले ओलु आय |* 17 बादरी आवरी धरतनी गुची जीबाय बेबेस्ता र गोटक बिंदु के मिटी जीबा ले सोजे आय |* 18 जोन कोनी आपना र बायले के छाडी करी दुसरा संगे बिया करू आय हांय बेबिचार करू आय, आवरी जोन कोनी असन चाडला बायले के बिया करू आय, हांय बले बेबिचार करू आय |* 19 “ गोटक सोह्कार मुनूक रये जोन बयजनी फटी आवरी मल मल पिन्दते रये आवरी रोजे दीन सुख बिलास आवरी धूम धाम संगे रबार आय | 20 लाजर नाव र गोटक गरीब घाव ले भरी होई रये हांतार बाट डेवना ने छाडी दिया जायते रये, 21 आवरी हांय चाहयते रये की सोवकार र टेबुल उपरे र झुटा ले आपना पेट भरबी; हांय थानले की कुकुर बले आई करी हांतार घाव के चाटबार | 22 असन होयला की गरीब मरी गला, आवरी सरग दूत हाके धरी करी अब्राहम र कोरा ने पोवचायला |हांय सोह्कार बले मोरला आवरी गाड़ा गला, 23 आवरी अधोलोक ने हांय दंड ने पड़ला आपना उठाय करी, आवरी दूर ले अब्राहम र कोरा ने लाजर के दकला | 24 तेबे हांय जोर ले बोलला ए बाबा इबराहिम, मोर ऊपरे दयाकरी, लाजर के आपना आंडकीर टीपे पानी बिजायकरी मोर जीब के काकर करबा काजे पोटाय देस; कसनबलले, मुंय ए जोयर डाहा ताने कुबे बायबिलकाल होयबी आची। 25 मातर इबराहिम बोलला, ए बेटा तुय जीव रलादाय कुबे सुक बोगलिस। असनी लाजर बले दुक के बोगला। एके सुरता कर; मातर एबे हांय एताने असतिर ने आचे, आवरील तुय डंड एताने असतिर ने आचे, आवरी तुय डंड पायबी आस। 26 आवरी अतकीच न आय, गोटोक बड़े काई, तोमर आवरी हांमर मंजीगता ने आचे। तेबे कोनी, ए लगले तोमर लगे लंगके ना होये; आवरी कोनी तोमर लगले ए लगे आसके ना सकेत। 27 हांय बललाए श्तो हे बुआए मुय तोके बिनती करबी आची की तुय हाके मोर बुआ घरे पटावए 28 अड़किदाय हांय बोलला, तेबे बाबा, मोके पांचटा भाईमन आचेत, हांयमन बले डंड पायबा एताने ना आसोत बोली लाजर जायीकरी तीके चेतायबा काजे, तुय ताके मोर बाबार गरे पोटाव बोलीकरी मुंय तोक गुहारबी आची। 29 मातर इबराहीम बोलला, हांयमन लगे मोसा आवरी अंतरजानीमन लिकला किताबमन आचे; हांयमन तिकर सुनोत। 30 तेबे हांय बोलला, नाई बाबा इबराहीम, मोरला तानले कोनी तिकर लगे गले, हांयमन मन-बाहड़ायबाय। 31 तेबे इबराहीम ताके बोलला, हांयमन मोसा आवरी अंतरजानीमन लिकला किताबमन के ना मानले, मोरला तानले उटीकरी गले पने ना मानेत।