15
सबु पटी उसील करबा लोक आवरी पापी लोक ईसु लगे हांतार सिकया के सुनबा काजे आयते रलाय 2 अड़किदाय, परीसीमन आवरी सासतर-पंडीतमन गुरमुरीकरी बोललाय, ए माने पापी लोक संगे मिसीकरी तिकर संगे कायसी आचे। 3 तेबे हांय तीके ए सिकानी कावनी के सांगलाः 4 तोमर बितरले कोनी मुनुस लगे पांच कोड़ी मेंडामन आचेत; आवरी हांय तानले गोटोक हाजी गले, चार कोड़ी उनीस मेंडा के, चरबा बाटा ने चाड़ीकरी हाजला मेंडा के, पावोतले काय ना डगराये ? 5 आवरी जड़किदाय ताके पायसी अड़किदाय ताके हरिक ने अपना कंदगुड़ा चेगायसी; 6 आवरी गरे आसीकरी, हांतार संगवारीमन आवरी गर लगर लोक के हाग-देयीकरी सांगसी, मोर संगे हरिक हुआ; कसनबलले मुंय मोर हाजला मेंडा के पायली आची। 7 मुंय तोमके बोलबी आची, असनीच, मनवाहड़ायबार जरूर ना रबा चार कोड़ी उनीस दरमीमन तानले, मन-बाहड़ायबा गोटोक पापी काजे सरग ने कुबे हरिक होयसी। 8 नोयले कोनी बायले लगे दसटा चंादिर पयसा आचे; आवरी हांय तानले गोटोक हाजी गले, हांय दिया बारीकरी गर के बाड़ायकरी पावोतले जतनकरी काय ना डगराये? 9 आवरी जड़कदाय हांय प्यसा के पायसी, अड़किदाय हांय आपना संगवारीपन आवरी गर लगर लोक के हाग-देयीकरी संागसी, मोर संगे हरिक हुवा; कसनबलले मुंय मोर हाजी रला चादिर पयसा के पायली आची। 10 मुंय तोमके बोलबी आची, असनीच, मन-बाहड़ायबा गोटकी पापी काजे, महाप्रू आवरी हांतार सरगदूतमन कुबे हरिक होयबाय। 11 हांय आवरी बोलला, गोटोक माने दुयटरा पिलामन रलाय; 12 हांयमन तानले सुरू पिला आपना बाबा के बोलला, ए बाबा दनमालर तानले मोर बाटा के मोक देस। तेबे हांय बाबा आपना दनमाल के बाटाकरी तीके देयी देला। 13 किंडिक दिन पाचे, हांय सुरू पिला आपना लगे रला सबु के रूंडायकरी गोटोक लापी राज ने गला; आवरी हांयताने, आपना दनमाल के लंदपंद ने बुड़ाय देला। 14 आवरी जड़किदाय हांय सबु के सरायला, तेेबे हांय राज ने कुबे बूक पड़ला; आवरी हांय बूके-सोसे मोरते रला। 15 तेबे, हांय राजर गोटोक माने लगे जायीकरी हांय डेरा पड़ला; आवरी हांय माने आपना बेड़ाये बरहामन के चरायबा काजे ताके पोटायला। 16 अड़किदाय हांयस, बरहामन कायबा कोंडा के कायीकरी आपना पेट के बरबा काजे मन-करला; मातर हांयटाके बले कोनी ताके ना देलाय। 17 तोके चेत चेगलादाय, आपना कुद के बोलला, मोर बाबार सबु कमेयामन के पेट बरते कायबा तानले अंनगर मिरसी आचे। मांतर मुंय एताने बूके मोरबी आची। 18 मुंय मोर बाबा लगे जीबी आवरी तोर विरूद ने पाप कर ली आची; 19 एबले मुंय, तोर पिला बोलाय होयबार लइक बले नु आय; एबर मोके तोर कमेया असन सोंगाव। 20 असनी बोलीकरी, हांय आना बाबा लगे गला। हांय लापी ने रलादायची, तार बाबा ताके दकीकरी जीव दुकला आवरी पोरायते जायीकरी ताके पोटारला आवरी चुमला। 21 तेबे पिला हांके बोलला बाबा मुंय महाप्रूर आवरी तोर बिरूद ने पाप करली आची एबे ले मुंय तोर पिला बोलाय होयबार लइक नु आय। 22 मांतर बाबा आपना कमेयामन के बोलला, जटके जाहा नुकु ले नुकु पटई आनीकरी एके पींदाहा; आवरी एतार आंडकी ने मंूदी पीदाहा; आवरी एतार गोडे़ पनई पिंदाहा; 23 आवरी गुसगुसा बाचा के आनीकरी काटा; हांमी कायीकरी हरिक उदिम करबु। 24 कसनबलले मोर पिला मोरी रला आवरी एबे जीवन पड़ला आचे; हांय हाजी रला आवरी एबे मिरलाा आचे। पाचे हांयमन हरिक उदिम करके मुरायलाय। 25 मातर अड़किदाय, तार बड़े पिला बेड़ा ने रला; आवरी हांय बाहड़ीकरी गर लगे अमरलादाय, गीत गोबिंद के आवरी नाचबार, बाजायबार के सुनला। 26 आवरी हां गोटोक कमेया के हाग देयीकरी पोचारला, ए लगे काय होयसी आचे? 27 तेबे हांय बोलला, तोर भाई आयला आचे; हांय अचा निमान ने आवरी अमरला गुनुक तोर बाबा गुसगुसा कसी के काटायला आचे। 28 एके सुनीकरी हांय रिसे होयला; आवरी बितरे जीबा काजे मन ना करला। तेबे तार बाबा दुवारे आसीकरी ताके मानायला। 29 मातर हांय आपना बाबा के बोलला, दक, अरक बरस ले मुंय तोर कमेया असन तोर सेवा करबी आची, आवरी केबे मुंय तोर हुकुम के नाई बोली ना बोलली आची; तेबे बले मुंय मोर संगवरीमन संगे कायबा काजे, तुय केबे बले माके गोटोक बोकड़ा पिला बले ना देलीस। 30 मातर तोर दनमाल के लंदपंद आवरी बेसवानी ने बुड़ायकरी आयला ए तोर पिला काजे गुसगुसा कसी के मारली आस। 31 हांय ताके बलला बेटा तुय हरमेसा मोर संगे आचीस आवरी जोन बले मोर लगे आचे हांय सबू तोर आय| 32 तुय अबर मातर हरिक होयबार आचे कसन बलले ये तोर भाई मरी रये आवरी जीयला आचे, आजी रये अबर मिरला आचे |”