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हांय आवरी आराधनालाय ने गला; आंती गोटक माने रला जाहार हाथ सुकी रला, 2 आवरी हाँय मन आंतार उपरे दोष लगाएबा कजे आंतार नुकसान करबा कजे दकते रलाय की दकबू की हाँय सुस्ताय बा दिने अच्छा करसी की नाई| 3 हाँय सुकला हाथ बीता मने के बल्ला, “ मंजी गता टीया उठ|” 4 आवरी तीके बल्ला, “काय सुस्ताय बा दिने अच्छा काम करबार ठीक आये की गलत, काम करबार ठीक आय, जीव के बाचाये बार की मार बार? “मतर हाँय मन होगाय रयेत| 5 हाँय तिकर खड़ा मनके दकी करी मुरमुरा होएला, तीके रिस होई करी सबु बटे दकला, आवरी हाँय माने के बल्ला, “अपनार हाथ के लमाव |” हाँय हाथ लमायला, आवरी तार हाथ अच्छा होएला| 6 तेबे फरीसी बाहेरे जाई करी तुरते हेरिदीयों मन संगे हांतार विरुध ने गोट बात करलाय की ताके कसन करी नाश करबू| 7 यीशु अपना चेला मन संगे तरीई बाटे गला; आवरी गललिल ले गोटक बड़े रासी लोक हाँतार पिटी बाटे गललाये; 8 आवरी हुदिया, आवरी एरुसलेम, आवरी इदुमिया आवरी यरदनर हाँय पाक, आवरी सुर आवरी सयदार आली पाली ले गोटक बड़े रासी ऐ सुनी करी की हाँय अक्च्कायला मा काम करसी आचे बली, आंतार लगे आयलाय| 9 यीशु अपनार चेला मन के बल्ला, “ लोक रासीर लागी गोटक सुरु डोंगा तियार करी रहा तेबे हाँय मन मेक चेपाये के ना सकोत|” 10 कसन बल्ले हाँय खुबे लोक के अच्छा करी रला, एतारी कजे जतक लोक बेमार-रलाय, हाँके चियबा कजे हाँतार उपरे गसर पड़ होएते रलाय| 11 असुद आत्मा मन बल्ले, जड़दाय हांके दकते रलाए, तेबे हांतार चमें गसरते रयेत, आवरी चिचाये करी बोलते रहेत की तूई महापरुर बेटा आस; 12 आवरी हाँय तीके खुबे चेताये ला कि मोर बारे काकीई ना सांगा| 13 आवरी हाँय डोगरी ने चेगला आवरी जोंन के चाहेते रला हांके अपना लगे आग देला; आवरी हाँय मन आंतार लगे आयलाय| 14 तेबे हाँय बारा लोक के बाचला की हाँय मन आंतार संगे संगे रवत, आवरी तेबे हाँय मन के पटाय बा कजे की तार परचार करोत, 15 आवरी असुद आत्मा मन के निकराये बा कजे अधिकार दरोत| 16 हाँय मन एआत; सिमोन जहांर नाव हाँय पतरस सोंगायला, 17 आवरी जब्दिर बेटा याकूब आवरी याकूबर भाई यहुन्ना, जहांर नाव हाँय बूनर्गिस एतार मतलब` गर्जनर बेटा` सोंगायेला, 18 आवरी अन्द्रेयास, आवरी फिलिपुस, आवरी बर्तुल्मय, आवरी मती, आवरी थोमा, आउर अल्फईर बेटा, आउर तद्देय, आउर सिमोन कनानी, 19 आवरी यहूदा इस्केरोती जोन दराये देला| 20 तेबे हाँय घरे आसला; आवरी असन लोक रासी कूड़ा होएलाये की तीके का्य बा कजे बले समया ना मिलला| 21 जड़दाय आंतार कुतुमर लोक ये सुन्लाये तेबे ताके दरबा कजे निकरलाए; कसन बल्ले हाँय मन बलते रलाए की आंतार चेत निहाए| 22 "शास्त्री मन बल्ले जोन यारुसलेम मन ले आई रहेत असन बलते रहे, “ इतिसैतान आचे,” आवरी ""हाँय असुद आत्मा मनर मुकियार बल्ले असुद आत्मा मन के निकराउ आय|”" 23 एई कजे हाँय तीके लगे आग देई करी हाँय मन के कह्का तान ले तीके बलला, “सैतान कसन सैतान के निकराए के सकू आये? 24 जसन की कोनी राज ने सोर ना रले कसन करी तो हाँय राज कसन मंडी रहेके सकसी? 25 आवरी जसन की कोनी घरे सोर निहाए तेबे हाँय घर कसन मंडी रहेके सके? 26 एई कजे सैतान अपनार ची विरुधि होई करी अपना ने सोर निहाए तो तो हाँय कसन करी मंडी रहेके सके? आवरी तार राज सरी जायसी| 27 “मतर कोनीं माने काहरी बल बीतार घरे होली करी आंतार जमक के जीकी नेयके ना सके, जड़दाय की हाँय पहिले हाँय बल बीता के ना बांधे; आउर तेबे तार घर के जीकी नेयसी| 28 “मोए तमके सत्य बलबी आचे की मुनुक कर बेटा के सबु पाप आउर निंदा जोन हाँय मन करू आत, क्षमा मिरसी, 29 मतर जोन बले पवित्र आत्मार विरुद्ध ने निंदा करू आत, हाँय केबीई बले क्षमा ना मीरे “मतर हाँय जुग जुग कजे पापर अपराधी होई रयसी” 30 """ कसन बल्ले हाँय मन असन बलते रहेत की हाँके असुद आत्मा आचे|" 31 तेबे आंतार आया आवरी आंतार भाई आयलाय, आवरी दुहारे टिया उठी करी आग देयके के पटाय लाय| 32 "लोक रासी आंतार आली पाली बसी रहेत, आवरी हाँय मन हांके बल लाये "" दक, तोर आय आवरी तोर भाई बाहरे तोके डग राहेबा आत|”" 33 यीशु तीके बलला, “ मोर आया आवरी मोर भाई कोन आय?” 34 आवरी हाँय मन के जोन आंतार आली पाली ने बसी रहेत, दकी करी बल्ला, “ दका, मोर आया आवरी मोर भाई यमन आत| 35 कसन बल्ले जोन कोनी महापरुर मन ने चलू आत, हाँई मन मोर भाई, आवरी बहिन, आउर आया आए|