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सरगर राज कोनी घर मालिक असन आय, जोन सकरिया निकर ला की अपनार दाकर बाड़ी ने बुतियार मन के लगाय ला | 2 हांय बुतियार मन के गोटक दीनार रोजे तेबाय ला आवरी तिके अपनार दाकर बाड़ी ने पटाय ला | 3 आवरी गोटक पाहार दिन कटला हांय निकरी करी दूसरा लोक के बजार पकाहा टिया आचेत, 4 आवरी हांय मन के बलला, तमी पने दाकर जाहा, आवरी जोन कांई अच्छा आचे, तमके देबी | जसन की हांय मन पने गलाय | 5 आवरी हांय मन दुसर आवरी तीसर पाहारर लगे निकरी करी असनि ची करलाय | 6 गोटाक घंटार दिन रहे हाय आवरी निकरी करी दूसरा टिया होयलार पायला, आरी हाय बलला. तुई काय आंय दिन बर पकाहा टिया राहास ? हांय मन हांके बलला, ये काजे की कोनी हामके बुती ना तियार लाय | 7 हांय तिके बोलला, तमी पने दाकर बाड़ी ने जाहा | 8 """ संज बेरा दाकर बाड़ी ने मालिक अपनार बन्डारी के बलला पहिले तक तिकर बुती देई देस |" 9 जड़ दाय हांय मन आई करी जोन घनटा बर दिन रहे लगाय रहेत, तेबे तिके गोटक गोटक दीनर मिरला | 10 जोन आय लाय तिके हांय समझला की हामके खुबे मिरसी, मातर तिके पने गोटक गोटक दीनार ची मिरला | 11 जड़ दाय मिरला तेबे हांय मन घर मालिक उपरे कुसूर पुसुर होई करी बल लाय, 12 ये पाचर गोटक ची घनटा काम करलाय, आवरी तुई तिके हामर समान बुती देलिस जोन मन दिन बरर बोझ उठाय लाय आवरी गाम के सयलाय ? 13 हांय हांय मन ले गोटक के उतर देला, ये मित तोके कांई अनियाय ना करी | काय तुई ची मोके गोटक दिनर ना तेबाय रईस? 14 जोन उठाव आवरी जा, मोर मन ये आय की जतक तोके देहूंआय अतकी ची ये पाचर लोक के पने देहूं आय | 15 काय ये उचित नुआय की मैं अपनार धन ले जोन बाऊ आय आंय करू आंय ? काय मोर सीदा होयबार काजे तुई अडरा नजर ले दखु आंय ? 16 ये रीती ले जोन पाचे आचे, हांय मन पहिले होयबाय, जोन पहेले आत, हांय मन पिटी होयबाय | 17 यीशु यरूशलेम बाटे जायते जायरे बारा चेला मन के एकांत ने नेला,आवरी बाट ने तिके बलके मुरायला, 18 """दखाहामी यरूशलेम बाटे जिबू आचे; आवरी मानेर बेटा बड़े याजक मन आवरी शास्त्री मनर हाथे दरायसी, आवरी हांय मन ताके मारबा लाइक सोंगाय बाय |" 19 अबर ताके दूसरा जाती मनर हाथे सोपबायकी हांय मन ताके मजाक ने उड़य बाय, आवरी कोड़ा मारबाय, आवरी कुरूस ने टांग बाय, अआव्री हांय तीन दिनर आचे जियेसी| 20 तेबे जेबदिर बेटा मनर आया, अपनार बेटा मन संगे यीशु लगे आई करी सरन करला, आवरी ताके कांई मांगके मुरायला | 21 हांय तिके बललाय तुई काय चायबी आस, हांय ताके बलला,ये बचन की मोर ये दुई टा बेटा तोर राज ने गोटक तोर भजनी ने आवरी गोटक तोर डेबरी बाटे बसोत | 22 यीशु बलला, तमी ना जानस की काय मांगबा आस | जोन बटका ने मैं पियाबी, काय तमी पीएके सकास ? हांय मन ताके बललाय, पीएके सकू | 23 हांय ताके बलला,तमी मोर बटका संगे तो पियेबास,मातर मोर भजनी आवरी डेबरी बाटे काकी बसाय बार मोर काम नुआय, मातर जाहार काजे मोरबाबाबाटले तिआर करला आचे तिकर काय आय | 24 ये सुनी करी दसटा चेला मन हांय दुनो भाई मन उपरे रिस होयलाय | 25 यीशु तिके लगे आग देई करी बलला, तमी जानास की दूसरा जाती मनर मुख्या हांय मन के उकसाऊ आत;आवरी जोन बड़े आत, हांय तिके हक जगाऊ आत | 26 मातर तमर लगे असन ना होए; मातर जोन कोनी बड़े होयबार चायसी,हांय तोमर सेवक बनो; 27 आवरी जोन तोमर मुख्या होयबार चायसी,हांय तोमर दास बनो; 28 जसन की मानेर बेटा; हांय आंय काचे ना आसला की हांतार सेवा हटल करा कांई काजे आय ला की तमी सेवा हटल करा;आवरी खुबे लोकर छाड़ायबा काजे अपनार जीव दियास | 29 जेबे हांय मन यरीहो ले निकरते रहेत,तेबे बड़े भीड़ हांतार पिटी बाटे होयला| 30 आवरी दुई टा काना जोन बाटर रेटे बसी रलाय, ये सुनी करी की यीशु जायसी आचे आग देई बललाय, ये परभू, दाऊदर बेटा, हामर उपरे दया कर | 31 लोक मन तिके झगड़ा लाग लाय की चुप चाप;मातर हांय मन आवरी पने कोलार होई करी बल लाय, ये परभू,दाऊदर बेटा, हामर उपरे दया कर | 32 तेबे यीशु टिया होई करी, तिके आग देला आवरी बलला,तमी काय चायबा आस की मैं तमोर काजे करबी ? 33 हांय मन ताके बललाय,ये परभू, ये की हामर आंकी उगाड़ी हओं | 34 यीशु तरस काई करी तिकर आंकी के चिंयला, आवरी हांय मन सड़की ची दाय दखके मुरायलाय; आवरी तार पिटी बाटे गलाय |