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1 तोउं त, चले! मसीहे शुरुवाती शिक्षा केआं अगर बध कइ अस विश्वास अन्तर पक्के भोई घेन्ते। बुरे कमी केआं मन बदलणे, त परमेश्वर पुठ विश्वास करणे बारे शुरुवाती शिक्षा दुबारी शिच कइ अपु विश्वासे दोकी खाई ना देन्ते। 2 होर पाणि अन्तर चुसुणे अलग अलग शिक्षाई बारे, हथ रखणे बारेa, मरो मेह्णु दुबारी जीणे त अखिर न्याय भुणे बारे शुरुवाती शिक्षा केआं अगर बधते। 3 होर अगर परमेश्वर चहाल त अस इहांणि कते। 4 किस कि जे जेईं परमेश्वरे सच्चाई जाण कइ, स्वर्ग केआं वरदान मेई कइ त शुची आत्मा अन्तर हेस्सेदार बण कइ बि विश्वास केआं मुकीर घेन्ते, तेन्हि दुबारी विश्वास अन्तर कदी अण्ह ना बटते। 5 जेन्हि परमेश्वरे वचने बेलि फायदा भुओ असा, होर जेन्हि एणे बाड़ी जुगे ताकते पता लग गो असा, 6 अगर से विश्वास छड़ देन्ते त तेन्हि मन बदलाई कइ दुबारी विश्वास अन्तर कदी अण्ह ना बटते। किस कि से ईं कर कइ अपु नुकसान करण जे परमेश्वरे कुआ दुबारी क्रूस पुठ ढनाई कइ मारते त सोबी के सामणि तस लजेरते। 7 कुछ मेह्णु तेस जिमि ईं असे, जे जिम मेघे पुओणि चुश कइ अपु बाणे बाड़े जे सुसुर फसल लुंगाणती। तस परमेश्वर अशुश देन्ता। 8 पर कुछ होरे मेह्णु असे, से तेस जिमि ईं असे, जे फसले जगाई शिउ छरबेउ लुंगाणन्ते। एसे कोई फायदा नेईं। एस परमेश्वर श्राप देन्ता त अखिर अन्तर आगी अन्तर टड़ते।9 ए ट्यारेओ! हांलाकि अस ई बोलुण लगो असे, तोउं बि तुं लिए अस परमेश्वर केईं तुसी बचाणे खरी बोकी के पक्की उम्मीद कते। 10 किस कि परमेश्वर अन्याय करणे बाड़ा न भो कि से तस जोई, जे तुं परेम असा, तस बिसिर छता। से जरूर याद कता कि तुसी कीं परमेश्वरे शुचे मेह्णु के सेवा की त अभेईं तकर कते अओ असे। 11 त अस चहन्ते कि तुस सोब अखिर तकर बोडे जोश जुए तिहांणि कते रिहे, ताकि तुस जे उम्मीद करण लगो असे, से तुसी मेई घियेल। 12 होर तुस नकम्मे ना, बल्कि तेन्हि मेह्णु के ईं भुन्ते जे सुआ लाह रख कइ विश्वासे बेलि परमेश्वरे सोब जुबान पूरी भुन्ति हेरियेल।
परमेश्वरे पक्की जुबान
13 जपल परमेश्वरे अब्राहम धे जुबान दुतो थी त तेन अपु नओएं सोह किओ थिए, किस कि तेस केआं बोडा होरा कोई नेओथ, जेस नओं पुठ से सोह कताथ। 14 तेन तस धे ई जुबान दिती कि
“जरूर अउं तोउ सुआ अशुश देन्ता त तें वंश बधान्ता।”b
15 पर केहि टेम तकर लाह रख कइ अखिर अन्तर अब्राहमे परमेश्वरे जुबान पूरी भुण काई। 16 मेह्णु ज्यादातर अपफ केआं बोडी के सोह कते त सोबी मडीण त मुहाबले सोह कर कइ खतम कते। 17 त जपल परमेश्वरे चहा कि अब्राहमे धे हकदार देणे अपु जुबान हउ बि पक्की करीण, होर ई हरालुण कि से अपु योजना ना बदलता त तेन सोह किए। 18 परमेश्वर कदी झूठ ना बोता। परमेश्वरे जुबान त तसे सोह कदी बदली न बटते। त असी इस बोक पुठ ती हिम्मत मेओ लौती। किस कि अस परमेश्वरे दुतो तेस उम्मीद सम्हाड़ी कइ रखण जे तेस केईं जे दौड़ो असे। 19 हें उम्मीद प्रभु यीशु भो। से हें जीवन सुसुर रखण जे मजबूत त यकीन लेएक असा। से चादुरc पार कर कइ स्वर्गे देहरे शुचा भखेरी अन्तर एन्ता घेन्ता रेहन्ता। 20 यीशु असी केआं अगरी तठि गो असा त मलकिसिदके ईं जुग जुग तकर हें बोडा पुजारा बणो असा।