मरकुसे
लिखो खुश खबरी
शुरुवात
(1:1-13)
मेह्‍णु चुसुणे बाड़े यूहन्ने प्रचार
1
1 परमेश्वरे कुआa यीशु मसीहे खुश खबरी शुरुवात ई भो। 2 जीं यशायाह भविष्य वक्ते अपु कताब अन्तर लिखो असु, जे परमेश्वरे यीशु मसीह बारे तस जे बोलो थी कि
“हेर, अउं अपु दूत तोउ केआं अगर लंघान्ता,
जे तोउ जे बथ सुसुर जुढ़ारताbc
3 अरुणि धार अन्तर कोई यक हुशेरि दी दी कइ बोलुण लगो असा, जीं तसे बोकरुआ शुणु लगो असा कि
प्रभु जे बथ बणाण दिए, त तसे बथ सुसुर कइ बणाए।”d
4 तीं यूहन्ना नओएं यक मेह्‍णु अरुणि धार अन्तर एई कइ प्रचार करण लगा कि “ओ मेह्‍णुओ! अपु अपु मन बदिल कइ पुओणि अन्तर चुसीण दिए। तोउं तुं पाप माफ भोई घेन्ते।” 5 सम्हाई यहूदिया राज्ये त यरुशलेमे शेहरे सोब बसणे बाड़े तेस केईं गे, त अपु अपु पाप मान कइ यरदन दरेउ अन्तर तेस केआं चुसिए।
6 यूहन्ना ऊंटी के ऊनि के बणो झिणे लान्‍ताथ त छोड़ी मझीन पिड़ताथ। से टठ त जंगले मखीर खांताथ। e 7 त से ईं प्रचार कताथ कि, “मोउं केआं पता जे एणे बाड़ा असा, से मोउं केआं बि ताकतवर असा; में त अति बि औकात नेईं कि उनकुशी कइ तसे बूटि के तसमे खोलुं। 8 अउं त तुसी पुओणि अन्तर चुसता, पर से तुसी शुची आत्मा अन्तर चुसता।”fg
यूहन्ने यीशु चुसुण
9 तेन्हि रोजी यीशु गलील राज्ये नासरत ग्रां केआं आ त यरदन दरेउ अन्तर यूहन्ना केईआं चुसिआ।h 10 त जिखेईं से पाणि अन्तरा निस कइ बेहीं आ, त तेन झट अम्बर खुलते त अलणी ईं शुची आत्मा अपु पुठे एन्ती काई। 11 त अम्बर केआं ईं बोते अवाज शुणी, “तु में ट्यारा कुआ भो, तोउ जोई अउं खुश असा।”i
शैतान यीशु लचेरण
12 तोउं शुची आत्माई से अरुणि धार जे नी छड़ा। 13 अरुणि धार अन्तर शैताने चढ़ी रोज तकर से लचेरा; त से बण जीवी जोई बिशा, त स्वर्गेदूत तसे सेवा कते रिहे।
गलील राज्य अन्तर यीशु सेवाई कम
(1:14—6:13)
यीशु अपु कम शुरु करण
14 हेरोदेस राजा यूहन्ना टोवाण केआं पता यीशु गलील राज्य एई कइ परमेश्वरे खुश खबरी प्रचार किआ। 15 त बोलु, “टेम पूरा भोई गा त परमेश्वरे राज्य नीड़ा एई गो असा। अपु अपु पाप केआं मन बदलीण दिए त खुश खबरी पुठ विश्वास कर कइ बच घिए।”j
यीशु अपु पेहले चेले भिआण
16 पता यक रोज, गलीले तथे औत पुठ घेन्त पेंत यीशु शमौन त तसे भाई अन्द्रियास तठि जाल छते काए। से मछवारे थिए। 17 यीशु तेन्हि जे बोलु, “में पता एईए; अउं तुसी शिचालता की मेह्‍णु में चेला कीं बणाण।”k 18 त से तिखेईंए जाल छड़ दी कइ तसे पता पता घेई गे।
19 तठिआ धिक अगर घेई कइ यीशु याकूब त तसे भाई यूहन्ना अपु बोउ जबदी जुओई नाव पुठ जाल जुढ़ेरते काए। 20 तेन तिखेईंए से बि भिए। त से अपु बोउ जबदी मजूरी जोई नाव पुठ छड़ दी कइ, तसे पता पता घेई गे।
यीशु दुष्ट आत्माई के भुंजो मेह्‍णु ठीक करण
21 तोउं यीशु त तसे चेले कफरनहुम शेहर आए, त जपल भक्ति करणे रोज आ त से अराधनालय अन्तर घेई कइ शिचालुण लगा। 22 त मेह्‍णु तसे शिक्षाई बेलि हैरान भोई गे; किस कि से तेन्हि धर्मशास्त्री के ईं ना, बल्कि अधिकारी के ईं पूरे हक जुए शिचालताथ।l
23 तेस टेम, तेन्के अराधनालय अन्तर यक मेह्‍णु थिआ, जेस अन्तर दुष्ट आत्मा थी। 24 तेन जोरी जोई बोलु, “ए नासरत ग्रांए यीशु, असी तोउ जोई की कम? कि तु असी खतम करुण जे अओ असा ना? अउं तोउ जाणती, तु कोउं भो। तु परमेश्वरे शुचा मनख भो!” 25 यीशु तेस जे डराई कइ बोलु, “चुप बिश; त एस अन्तरा नश गा।” 26 तिखेईंए दुष्ट आत्मा तेस बुमोरि कइ, त जोरी जोई लियारी दी कइ तसे अन्तरा नश गई। 27 ईं हेर कइ सोब मेह्‍णु हैरान भोई कइ अपफ बुच बोक विचार करुण लगे, “ए कि बारा? ए केस किस्मी नोई शिक्षा भुई! ए त हक जोई दुष्ट आत्मा जे बि निआंग देन्ता, त से तसे निआंग मानती।” 28 त तसे कमी के खबर झट गलील राज्ये औत-कोते सोबी इलाके अन्तर फैल गई।
यीशु सुआ बीमार मेह्‍णु सुसुर करुण
29 तोउं यीशु अराधनालय अन्तरा निस कइ, याकूब त यूहन्ना जोई साते शमौन त अन्द्रियास गी गा। 30 शमौने शशु सेक भुओ थिआ। त तेन्हि तसे बारे यीशु जे बोलु। 31 तोउं से तसे भेएड़ गा त तसे हतेउ टाइ कइ से खड़ की; त तसे सेक मुक गा। तोउं से तसे सेवा करण लगी।
32 झवादी टेम जिखेईं दिस ओली गोउ त मेह्‍णु सोबी बीमार मेह्‍णु त जेन्हि अन्तर दुष्ट आत्मा थी, तेन्हि तेस केईं घिन आए। 33 त पूरे शेहरे मेह्‍णु तसे दुआर पुठ किठे भोई गे। 34 त तेन सुआ बीमार मेह्‍णु सुसुरेरि छड़े जे हर किस्मी बीमारी बेलिए कष्ट अन्तर थिए। तेन सुआ मेह्‍णु केआं दुष्ट आत्मा बाहर किढ़ि, त तेन्हि बोलुण न दुतु, किस कि से तेस पिछाणतीथ।
यीशु पथवारी दुआ करीण
35 होउस पथवारी, दिस निसण केआं पेहले ईं, यीशु खड़ी कइ नठा, त रुण घेई कइ तठि दुआ करण लगा। 36 पता शमौन त तसे साथी तेस तोपुण लगे। 37 जपल से मेईंया, त तेस जे बोलु, “ए गुरु, सोब मेह्‍णु तुसी तोपुण लगो असे।” 38 पर तेन तेन्हि जे बोलु, “एईए! अस कोठि होर जगाई औत-कोत बइ ग्राईं घेन्ते, ताकि अउं तठि बि प्रचार करुं, किस कि अउं असेरी लिए अओ असा”। 39 त से पूरे गलील राज्ये अराधनालय अन्तर घेई घेई कइ शिचालता रिहा त मेह्‍णु केआं दुष्ट आत्मा नशाणता रिहा।m
यीशु यक कोढ़ी सुसुर करण
40 यक लिंग यक कोढ़ी यीशु भेएड़ आ। तेन तसे सामणि उटेऊ बिश कइ छनेअरे कते कते बोलु, “ए गुरुजी! अगर तु चहाल त मोउं शुचा कइ सकता”।n 41 इ बोक शुण कइ यीशु तेस पुठ दाह एई गई त तेन अपु हतेउ बइ तस छुई कइ बोलु, “अउं चहन्ता कि तु शुचा भोई गा।” 42 त झट तसे कोढ़े बीमारी मुक गई, त से शुचा भोई गा। 43-44 तोउं तेन से समझा त ई बोल कइ लंघाई छड़ा, कि “हेर केसे जे किछ न बोलुण, पर घेई कइ अपफ पुजारी हराल, त अपु सुसुर भुणे बारे जे भकत चढ़ाण जे मूसेo बोलो असु तेस भकत चढ़ा, ताकि तस हेर कइ मेह्‍णु पता लगियाल कि तु शुचा भोई गो असा।” 45 पर तेन बाहरी घेई कइ एतु मेह्‍णु जुए अपु बोके लाई कि यीशु शरेआम शेहर घेई न बटा, पर बाहरी रुण अन्तर बिशा; तोउं बि चोहरोई कनारा मेह्‍णु तेस केईं एन्ते रिहे।