पाणिक गाड़-खाड़
नूह एक जहाज बणूं
(उत्‍पत्ति ६:९-२२)
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9-10 आदमक आठ पुश्‍तक बादक एक मैंस छी वीक नाम "नूह" छी। नूह एक धर्मी मैंस छी, जो परमेश्‍वर कैं आपण पुर मनल प्रेम करछी, लेकिन उ बखतॉक और सब मैंस भौत खराब छी। 11-12 परमेश्‍वरल देखौ कि मैंस कतुक खराब छन जो हर जॉग मार-काट करणईं।
13 यैक लिजी परमेश्‍वरल नूह धैं कौ, "सब मैंसोंल धरति कैं मार-काट और अत्‍याचारोंल बिगाड़ि है। यैक लिजी मी सब ज्‍यून प्राणियों कैं धरति मिं बे खतम करणिवॉल छु, लेकिन तुमुकैं मी बचूंल। 14 यैक लिजी तु भल मजबूत लाकड़क एक पाणिक जहाज बणा। वीमिं भौत कम्र बणाये और वीक भ्‍यार-भितेर डामर लगाये। 15 जो जहाज तुकैं बड़ूण छु, वीक नांप छु-लम्‍बाई तीन सौ हात, चौड़ाई पचास हात और उचाई तीस हात। 16 और जब तु जहाजक छत बणालै तब वीक एक हात मेलि हुलारि छत बणाये, और जहाजक एक फेर मिं एक द्वार बणाये। यौ पुर जहाज कैं तिपुर बणाये। 17 किलैकि मी धरति मिं भौत जादे पाणिक गाड़-खाड़ करिबेर अगाशक तेलि सबनकि जिन्‍दगी कैं खतम करि द्‍यूंल। होई, धरतिक सब किसमक प्राणि मरि जॉल! 18 लेकिन मी तुमुकैं बचैबेर तुमर दगाड़ एक खाश वैद करुंल। यैक लिजी तु, तेरि स्‍यैणि, त्‍यार च्‍याल-ब्‍वारि सबै जहाज भितेर जाया। 19 और धरतिक हरेक किसमॉक जानवरोंक ज्‍वाड़ लै तुकैं जहाज मिं धरण ह्‌वाल। आपण दगाड़ इनुकैं लै ज्‍यून धरिया। 20 होई, मी तुमर दगाड़ हरेक घरेलू जानवर, जंग्‍ली जानवरोंक ज्‍वाड़ और हाव मिं उड़णी प्‍वथीलोंक ज्‍वाड़ भेजुंल जो जहाज भितेर ज्‍यून रै सको। 21 यैक लिजी तुम आपण लिजी और यौं सब जानवरोंक लिजी खॉणक समान जॉम करिबेर जहाज मिं धरिया।"
22 जस परमेश्‍वरल नूह धैं कैं रॉखछी, वील उस्‍सै करौ।