शुरुवाद
परमेश्‍वर धरति बणूणईं
(उत्‍पत्ति १-२:१,२)
1
1-2 यौ संसारक शुरुवादक इतिहास छु, जब परमेश्‍वर धरति और अगाश कैं बणूणौछी। उ बखत धरति मिं गैल पाणिक दगाड़ अन्‍यारक अलावा के नि छी, और वां परमेश्‍वरक आत्‍मा पाणिक मांथि मिं घुमनै रुंछी। a
3-5 तब सबों है शुरु मिं, जब अन्‍यारै छी, परमेश्‍वरल कौ, "उज्‍याव हो" और पैल बार उज्‍याव हौ। परमेश्‍वर उज्‍याव कैं देखिबेर खुशि हईं। उनुल उज्‍याव कैं अन्‍यार बे अलग करिबेर उज्‍यावक नाम "दिन" और अन्‍यारक नाम "रात" धरौ। इसिक पैल दिन हौ।
6-8 वीक बाद दुसर दिन मिं परमेश्‍वरल कौ कि धरतिक पाणिक अलग अलग द्वी हिस्‍स है जाओ। यैक लिजी उनुल पाणिक बीच मिं एक खालि जॉग बणैबेर उकैं "अगाश" कौ। पाणिक एक हिस्‍स वीक मांथि मिं, और दुसर हिस्‍स उ हबेर तेलि धरौ।
9-13 और वीक बाद तिसर दिन मिं परमेश्‍वरल कौ, "धरतिक पाणि जो अगाशक तेलि छु एक जॉग मिं जॉम हो जैल सुकी धरति देखियो," और यस्‍सै हौ। परमेश्‍वरल सुकी धरति कैं "भूमी" और जॉम पाणि कैं "समुद्र" कौ। और परमेश्‍वर यौ सब देखिबेर खुशि हईं।
वीक बाद परमेश्‍वरल कौ, "भूमी मिं हर किसमक बोट-डाव हो", और यस्‍सै हौ। हर किसमॉक बोट-डाव देखिबेर परमेश्‍वर खुशि हईं।
14-19 तब चौथूं दिन मिं परमेश्‍वरल कौ, "अगाश मिं अलग-अलग किसमॉक उज्‍याव हो, जो दिन कैं रात बे अलग करो। और उं सब धरति मिं उज्‍यावक लिजी अगाश मिं चमकनै रओ। और यौ उज्‍याव बखत-त्‍यार, रितु-मांश सबोंक बारि मिं लै बताल।" यैक लिजी परमेश्‍वरल द्वी उज्‍यावों कैं बणा। उनुमिं बे जादे उज्‍याव कैं दिन मिं और कम उज्‍याव कैं रात मिं चमकणक लिजी बणा। और इनर अलावा रात मिं चमकणक लिजी तॉर लै बणाईं। और परमेश्‍वर यौ सब देखिबेर खुशि हईं।
20-23 तब पचूं दिन मिं परमेश्‍वरल कौ, "पाणि मिं अलग-अलग किसमॉक जीव हो और प्‍वथील अगाश मिं उड़ो।" यैक लिजी परमेश्‍वरल समुद्र मिं रुणी नॉन और ठुल जीवों कैं बणा, और हर किसमॉक प्‍वथील लै बणाईं जो अगाश मिं उड़नी। और परमेश्‍वर यौ सब देखिबेर खुशि हईं। परमेश्‍वरल इनुकैं आशीश दिबेर कौ, "जाओ, और धरति मिं खूब फलो-फूलो।"
24-31 तब छटूं दिन मिं परमेश्‍वरल कौ, "धरति मिं हरेक किसमॉक घरेलू और जंग्‍ली जानवर हो।" यैक लिजी परमेश्‍वरल हर किसमॉक जानवरों कैं धरति मिं बणा। यौ सब देखिबेर उं खुशि हईं।
तब उ दिनै परमेश्‍वरल यौ लै कौ, "ऑब हम मैंस बणूंनू। मैंसक मन हमर चारि ह्‌वल। उ समुद्रक जीवों, अगाशक सॉर प्‍वथीलों, और सब घरेलू और जंग्‍ली जानवरों मिं आपण अधिकार करल।" तब परमेश्‍वरल मैंस कैं बणा। वील मैंस और स्‍यैणि द्विवै बणाईं। परमेश्‍वरल उनुकैं आशीश दिबेर कौ, "तुमार भौत नॉनतिन हो, जैल धरति भरी जाओ। और तुम धरति कैं आपण बश मिं करि लियो। तुम समुद्रक मॉछ और अगाशक प्‍वथीलों और दुनियॉक सब जानवरोंक मालिक बणि जाओ।"
परमेश्‍वरल फिर कौ, "देखो, मील तुमर लिजी सब फल दिणी बोट और सारै ब्‍युवॉल अन्‍न और हरी साग-पात लै बणै रॉखौ, जनर फल और खेति सब तुमर खॉणक लिजी ह्‌वल। और जानवरोंक खॉणक लिजी हरेक किसमॉक हरी घा-पात बणै रॉखौ।" परमेश्‍वर आपण बणाई हर जीव-जन्‍तु और हरेक चीजों कैं देखिबेर भौतै खुशि हईं।