रोम नगर का बस्वास्या क नांऊ थरपेड़ा पौलुस को कागद
1
1-7 यो कागद म ईसु मसी की सेवा करबाळो, खन्दायेड़ो अर परमेसर का उं चोखा समचार का परचार बेई चुणेड़ो पौलुस रोम मं रेबाळा थां सबळा न्अ ज्यो परमेसर का प्यारा छ, माण्ढ्यो छु। ज्यो पवितर होबा बेई बलाया गिया छ।आपणा बाप परमेसर अर परबु ईसु मसी ओड़ी सुं थान्अ दीया अर सान्ति मल्अ।
जि चोखा समचार बेई पेलीसुंई पवितर सास्तर मं परमेसर, परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा क जरिये वादो कर्यो छो। यो समचार उंका छोरा का बारा मं छ ज्यो काया सुं दाऊद का बंस को छ अर पवितर-आत्मा की पवितरता सुं जिन्अ मरया मंसुं जीवतो करर सक्ती सुं परमेसर को छोरो दखाया छ, योई आपणो परबु ईसु मसी छ।
जिसुंई मन्अ दीया अर थरपेड़ो होबा को हक मल्यो छ, क जगत का सबळा मनख उंका नांऊ मं बस्वास करअ अर उंकी मान्अ जिसुं उंकी महमा होव्अ। वाम्अ थे बी छो। ज्यांन्अ परमेसर ईसु मसी का होबा बेई बलायो छ।
धन्यवाद की परातना
8 सबळा सुं पेली म ईसु मसी मं थां सबळा बेई आपणा परमेसर को धन्यवाद देऊ छु। क्युं क थांका बस्वास की संसार मं हर कढी बतळ्यावण होरी छ। 9 परमेसर जिकी सेवा म म्हारा हीया सुं उंका छोरा का चोखा समचार का उपदेस देता होया करू छु, परबु म्हारो गुवा छ, क म थान्अ लगतमार म्हारी परातना मं याद करतो रेऊ छु। 10 म खुदकी परातना मं सदाई अरदास करतो रेऊ छु क परमेसर की मन्सा सुं थां कन्अ आबाकी म्हारी आस पूरी होजाव्अ। 11 मं घणी मन्सा रखाणु छु क्युं क म थासुं मलर थान्अ आत्मिक वरदान देबो चाऊ छु, जिसुं थे तागतहाळा बण सको। 12 म्हारो मतलब यो छ क जद्या म थांक्अ गाब्अ होऊं तो म्हारा बस्वास सुं थान्अ हिम्मत मल्अ अर थांका बस्वास सुं मन्अ हिम्मत मल्अ।
13 aह भाईवो, म चाऊ छु क थान्अ तोल हेव्अ क म थां कन्अ आबाकी बार-बार जोरी कर्यो छु क जस्यान को फळ म दूसरा बना यहूद्या मं पायो छु वस्यान को थासुं बी पा सकु। पण हालताणी रुकावटा आती रेई छ। 14 यूनान्या अर जंगळी, ज्ञानी अर अज्ञानी सबळा न्अ चोखो समचार सुणाबा को जुम्मेवार छु। 15 जिसुं म थां रोम मं रेबाळा न्अ बी चोखा समचार को परचार करबा बेई उत्यावळो छु।
चोखा समचार की तागत
16 bमन्अ चोखा समचार सुं लाज कोन आव्अ क्युं क वो हरेक बस्वास करबाळा बेई पेली तो यहूदी, फेर यूनान्या का उद्धार बेई परमेसर की तागत छ। 17 क्युं क चोखा समचार मं या दखायो गियो छ क परमेसर मनखा न्अ खुद बेई चोखा कस्यान बणाव्अ छ। यो सरू सुं आखरी ताणी बस्वास प टक मेल्यो छ। जस्यानकी सास्तर मं मण्ढरी छ, “धरमी मनख बस्वास सुं जीवतो रेव्अलो।”
सबळा पाप कर्या छ
18 सरग सुं परमेसर को रोष हरेक पाप अर बराई करबाळा मनखा प पड़लो, ज्यो सांच न्अ अधर्म सुं दबाव्अ छ। 19 अर अस्यान होर्यो छ क्युं क वे परमेसर का बारा मं खुब चोखा जाण्अ छ क्युं क परमेसर उन्अ वाक्अ उपरअ परगट कर्यो छ। 20 जद्या सुं परमेसर संसार की रचना कर्यो छ, बीका बना दिखबाळा गुण मतलब जिको कोई पार कोन्अ वा सक्ती अर परमेसर को सुभाव साफ-साफ दिख्अ छ क्युं क वा चीजा सुं वां खुब चोखा जाणी जा सक्अ छ। जिसुं मनखा कन्अ कोई भायनो कोन्अ। 21 cवे परमेसर न्अ जाण्अ तो छ पण उन्अ सम्मान अर धन्यवाद कोन देव्अ। पण वांका बच्यार बेकार का होग्या अर वांका बेबुद्धि का मन अन्धेरा सुं भरग्या। 22 वे खेव्अ छा वे बुद्धिहाळा छ पण वे मुरख'ई रेग्या। 23 अर नास कोन होबाळा परमेसर की महमा न्अ नास होबाळा मनख, चड़या-चुड़्कला, ज्यानबर अर सांप-डिंडवा की मुरता मं बणा दिया।
24 जिसुं परमेसर वान्अ वांका मन की बरी मन्सा का हाथा मं सुंप दियो। क वे असुद्ध होर एक-दूसरा की काया की लार बेगड़ा काम करबा लागजाव्अ। 25 वे परमेसर का सांच न्अ झूंट मं बदल दिया अर वे जगत न्अ बणाबाळा न्अ छोड़र बीकी बणायेड़ी चीजान्अ पूजबा अर सेवा करबा लागग्या। संसार न्अ बणाबाळा परमेसर की महमा जुगजुग होती रेव्अ! आमीन।
26 जिसुं परमेसर वान्अ वांकी बरी हवस का हाथा मं सुंप दियो। लुगाया बी खुदका आदमी की लार सुभाऊहाळा बेवार न्अ छोड़र वस्यान को बेवार करबा लागगी ज्यो सुभाव का बिरोध मं छ। 27 अस्यान'ई मोट्यार बी बेरबान्या की लारा सुभाऊहाळा बेवार न्अ छोड़र मोट्यार मोट्यार आमा-सामा वासना मं बळबा लागग्या, अर मोट्यार मोट्यारां की लारा बनालाज का काम करबा लागग्या। वान्अ खुदका बरा कामा का फळ बी मलबा लागग्या ज्यांका वे हकदार छ। 28 अर वे परमेसर का ज्ञान न्अ रांखबो कीमती कोन जाण्या, जिसुं परमेसर वान्अ फालतु बच्यारा का हाथा सुंप दियो। अर ये अस्यान का काम करबा लागग्या ज्यो वान्अ कोन करणी चायजे छा। 29 वे सब तरा का अधर्म, बुराई, लालच, बरी आदत, बेर सुं भरग्या। वे बळ्यामरबो, हत्या, लड़ाई-झगड़ा, छळ-पाखण्ड अर बरी भाऊना सुं भरया छ। वे बाता बणाता रेव्अ छ। 30 आमा-सामा गाळबको करबाळा, परमेसर सुं नफरत करबाळा, दूसरा को नरादर करबाळा, घमण्डी, बड़ाईलो, बराई करबा बेई नया-नया तरीका हेरबाळो, माई-बाप की आज्ञा कोन मानबाळा। 31 बेबुद्धिहाळा, करार तोड़बाळा, बना दीया का, अर बना परित का होग्या। 32 वे तो परमेसर की या बिधी जाण्अ छ क अस्यान का काम करबाळा मोत की सज्या पाबा जस्यानका छ। फेरबी वे खुद'ई नही पण अस्यान करबाळा सुं बी वे राजी होव्अ छ।