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फेर मुय नजर करली, आउर दका, हांय मेंडा सिय्योन डोंगरी उपरे ठिंया आचें, आउर हांतार संगे एक लाख चैवालीस हजार लोग आचेत, तिकर कपारे तिकर आउर हांयमनर बुआर नाव लिकलार आचे । 2 आउर सरग ले मोके गोटोक असन षब्द सुनाई देला जोन पानी र खूबे धारा आउर बड़े गरज र असन ष्षबद रयें, आउर जोन ष्षबद मुय सुनली हांय असन रये कि जसन बीना बजायबा लोक बीना बजायजे रयोत । 3 हांयमन सिंहासन र छोमे आउर चारों प्राणी मन आउर पुराना मन र छोमे गोटोक नुआ गीत गायते रओत । हांय एक लाख चैवालीस हजार लोकमन के छाड़ी जोन पृथ्वी ले मोल धरीर ओत, कोनी हांय गीत के नासीख के सकते रये। 4 ए हांय मन आत जोन बायले मन संगे अषुद्ध ना होयलाय, मातर कुंवारा रयेत; ए हांई आत कि जोनती बले मेंडा जाउआय, हांय हांतार पीटी पीटी होउआत; येंमन तो मापरु र निमित पहला फल होयबा काजे मुनुक मन ले मोल धरलात। 5 तिकरमंुह ले केबी झूठ गोट ला निकरी रये, हांय मन निर्दाेष आत । 6 फेर मुय गोटोक आउर सयादूत के आकाष र मंजी उड़ते दकली , जहार लगे पृथ्वी डपरे रबालोग र हर एक जाति, आउर भाषा, आउर लोगमन के सुनायबा काजे सनातन स्ुसमाचार रये। 7 हांय बड़ें षबद ले बोलला, "मापरु ले डरा, आउर हांतार महिमा करा, कसन बले हतांर न्याय करबा कजे समय पहुंचला आचे; आउर हांतार भजन करा, जोन सरग आउर पृथ्वी आउर समंुद आउर पानी र सोता बनायला ।" 8 फेर एतार पाचे गोटोक आउर दूत, दूसरा, सरग दूत ए बोलते आयला " घसरी पोड़ला, हांय बड़े बेबीलान घसरी पोड़ला, जोन आपना व्यभिचार र कोप बीती मोंद सब ुजाति मन के पियायला ।" 9 फेर एतार पाचे गोटोक आउर , तीसरा, सरगदूत बड़े षबद ले ए बोलते आयला, "जोन कोनी हांय पोषु आउर हांतार मूर्ति र पूजा करसी, आउर आपना हांतार धरो 10 हांय मापरु र परकोप र निरीमोंद के , जोन हांतार रिसर बटका ने सोंगाय देलात,पीसी आउर पवित्र सरगदूत मनर छोमे आउर मेम्ना र छोमे जोय आउर बांसर दुका ने पोड़सी। 11 तिकर दुका र धंुआ युगानुयुग उठते रयसी, आउर जाने हांय पषु के आउर हांतार मुर्तिर पूजा करुआत, आउर जोन हांतार नाव र छाप धरुआत, तिके रात दिन चैनना मिरसी।" 12 पवित्र लोकर धीरज इ थानेआचे की जोन मापरु आज्ञा के मानुआत आउर यीषु उपरे विष्वास सोंगाउआत। 13 फेर मुय सरग ने ए ष्षबद सुनली , "लिख: जोन मोरला लोक परभु ने मोरुआत, हांय मन एबे ले धन्य आत । "आत्मा बोलसी आचे, हा ॅंकसन बले हांय आपना सबुबुता ले विश्राम पायबाय, आउर तिकर काम तिकर संगे होयसी ।" 14 मुय नजर करली , आउर दका, गोटोक उजर बादरी आय, आउर हांय बादरी उपरे मुनुक र बेटा असन कोनी बोसला आचे, जहार मंुड उपरे सोना र मुकुट आउर हांथ ने अच्छा बीती हॅसिया आचे। 15 फेर गोटोक आउर सरगदूत मंदिर ले निकरी करी हांके, जोन बादरी उपरे बोसी रये, बडे शब्द ले हागदेईकरी बोलला, ‘‘आपना हंसिया लगाईकरी लवनी कर, कसन बलले लवनी करबार समय पहुंचला आचे, इ काजे कि पृविी र बेडा पाकला आचे । " 16 इ काजे जोन बादरी उपरे बोसी रयें हांय पृथ्वी उपरे आपना हंसिया लगायला, आउर पृथ्वी र लवनी करलाय । 17 फेर गोटोक सरगदूत हांय मंदिर ले निकरला जोन सरग ने आचे, आउर हांतार लगे बले अच्छा हंसिया रये। 18 फेर गोटोक सरगदूत, जाके जोय उपरे अधिकार रयें, बेदी ले निकरला , आउर जहार लगे अच्छा हंसिया रये ंहांके बडे ंषबद ले बोलला, आपनार अच्छा हंसिया के लगायकरी पृथ्वी र अंगूर गचर झोपा काटी देस, कसन बले हांतार अंगूर पाकला आचे। 19 तेबे हांय सरगदूत पृथ्वी उपरे आपना हंसिया लगायला आउर पृथ्वी र अंगूर गचर फल काटीकरी आपना मापरु र पराकोप र बड़े ंरसकुण्ड ने डाली देला । 20 आउर नगर ले बाहरे हांय रसकुण्ड ने रमदी देला, आउर रसकुण्ड ले अतक लहु निकरला कि घोड़ा र लगाम तक पहुॅचला, आउर सौ कोस जक बोयला।