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फेर मुय गोटोक आउर बल बीता सरगदूत के बादरी ओडला थानले सरगले उतरते दकला । हांतार मुंडे मेघधनुष रहे । हांतार मुह सूरजर असन आउर गोड जोय र खंबा असन रहे । 2 हांतार हाथे गोटोक छोटे असन खोलाला बीती पुस्तक रहे । हाय आपना बुजनी गोड समुंद उपरे आउरी डेबटी जगत उपरे सोंगायला, 3 आउर असन बडे शब्द ले चिचायला जसन सिंह गरजूआय, आउर जडदाय हाय चियायला तेबे गरज र सात शब्द सुना देला । 4 जडदाय सात गरज र शब्द सुनाई दी रहेत तेबे मुय लिकबा ने रही, मातर मुय सरग ले ए शब्द सुनली ‘‘जोन गोट गरज ले हाय सात षब्द ले सुनलास हाके गुप्त सोगाहा, आउर ना लिका " 5 जोन सरगदूत के मुय संमुद आउर जगत उपरे ठिया दकली, हांय आपना बुजनी हाथ सरग बाटे उठायला, 6 आउर जोन युगागुयुग जीउआय, आउर जोन सरग के आउर जोन काई बले हांती आचे, आउर जगत के आउर जोन काई बले हांय थाने आचे, आउर समुंद के आउर जोन काई बले हांयथाने बनायला, हांतार किरिया खाई बोलला, ‘‘एबे तो आउरी बेर ना होयसी । 7 मातर सातंवा सरगदूत र तुरही फूंकबा ने होयबा बीती शब्द र दिन ने मापरू र गुप्त मनोरथ । हांय सुरग्माचार अनुसार जोन आपना दास भविष्यवक्ता मन के देला, पूरा हो ।" 8 जोन शब्द के मुय सूरग ले बालते सुनली आची, हाय फेर मोर सगे गोटायला, ‘‘जा जोन सरगदूत समुंद आउर जगत ने ठिया आचे हातार हाथ ले हाय उगाडला बीती पुस्तक धर । " 9 मुय सरगदूत लगे जाई बोलली, ‘‘ ए छोटे बीती पुस्तक मोके देस । " हाय मोके बोलला, ‘‘धर, ऐके खाई देस, ये तोर पेट के कड करसी ची, मातर तोर मुह ने ओजर असन मीठा लागसी । " 10 इ काजे मुय हांय छोटे पुस्तक हांय सरगदूत र हाथ ले धरी करी खाइ देली । हांय मोर मुह ने तो ओंडार असन मीटा लागला, मातर जडदाय मुय हांके खाई देली, तेबे मोर पेट कडु होई गला । 11 तेबे मोके ऐ बोललाय, ‘‘ तोके खूबे लोग मन के आउर जाति मन के आउर भाषा आउर राजा मनर विषय ने फेस्ले भविष्यवाणी करबार पोडसी । "