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काय मय आजाद निआय ? काय मय पेरित नुआय ? काय मय यीशु के जोन हामर परभू आय, ना दकी ? काय तमि परभू मोर बनाय लार नुआस 2 अगर मय दुसर मन काचे पेरित नुआय, तेबले पने तोमर काचे तो आंय; कसन की तमि परभू ने मोर पेरिताई ने छापा आस | 3 जोन मके जाचु आत, तिकर आचे एची मोर उत्तर आय | 4 काय हामके खायबा पियबार अधिकार निआय ? 5 काय ये अधिकार निआय, की कोनी मसीह बहिन संगे बिआ करी हांके धरी जाऊ, जसन दूसरा पेरित आवरी परभू र भाई कैफा करू आत ? 6 काय सिरिप मके आवरी बरन बास के ची अधिकार नुआय की कमाई कारबार छाड़ू | 7 कोन केबई आपनार गिरह ले खाई करी सिपाई र काम करू आय ?कोन दाखर बाड़ी लगाय करी फल ना खाये ?कोन छेली मेंडीर राका करी तिकर दूध ना पिये ? 8 काय मय ये गोट मनके माने मनर ची निती ने बलु आंय ? 9 काय बेबसता बले ये ना बले ?कसन की मुसार बेबसता ने लिकला आचे, “ दावते दाय हिंडबादाय बईलर मुह ना बांधा |” काय माहा परभू बईल मनर ची चीनता करू आय ? 10 नोयले सबु ले हामर काचे बलु आय | हव, हामर ची काचे लिका गला, कसन की अच्छा आय की जोतबा बिता आशा करी जोतो आवरी दावबा बिता भागी होयबार आशा ने दाव नी करो | 11 तेबे: जेबे की हामी तोमर काचे आतमिक तिज मन के बुनलू, तो काय ये कोनी बड़े गोट आय की तोमर गागर र बाटर तिज मनर फसल काटो | 12 जेबे दूसरा र तोमर उपरे ये अधिकार आचे, तो काय हामर एतार खुबे ना होये ?मातर हामी ये अधिकार काम ने ना आनलू ; मातर सबु के सहन करू आत की हामर बाटले मसीह र सुसमाचार ने काई रुकावट ना होओ | 13 काय तमि ना जानास की जोन मन्दिर ने सेवा करू आत, हांय मन मन्दिर ने खाऊ आत ? 14 असनि निति ले परभू बले बनायला की जोन लोक सुसमाचार सुनाऊ आत, तिकर जिवना सुसमाचार बाटले होओ | 15 मातर मय ए मनले कोनी बले गोट काम ने ना आनली, आवरी मय ये गोट मनके ई काचे ना लिकली की मोर कचे असन करा जाओ, कसन की एतार ले तो मोर मरबार ची अच्छा आय की कोनी मोर घमण्ड के फोकाहा बनाओ | 16 अगर मय सुसमाचार सुनायबी, तो मर काचे काई घमण्ड र गोट निआय ; कसन की ये तो मोर काचे जररी आय |अगर मय सुसमाचार ना सुनाई तो मोर उपरे हाय ! 17 कसन की अगर आपनार मन ले ये बलबी तो भूती मोके मिरू आय, आवरी अगर आपनार मनले ना करे तेबले बले भण्डार राका रबार मोके सोपा गला आचे | 18 तो मोर कोन बिती मजदूरी आय ? ये की सुसमाचार सुनायबा ने मय मसीह र सुसमाचार सेत -मेत करबी ऐ लगले की सुसमाचार ने जोन मोर अधिकार आचे ताके बले मय सबु निति ले काम ने ना आनी | 19 कसन की सबुले आजाद होयबा ने पने मय खुद के सबु र दास बनायली आची की खुबे लोक के झिकी आनबि | 20 मय यहूदी मन काचे यहूदी बनली की यहूदी मम के झिकी आनबि |जोन लोक बेबसता र अधिन आचेत तिकर काचे मय बेबसता काचे अधिन ना होयबा काचे बले बेबसता र अधिन बनली की जोन बेबसता र अधिन आचेत, झिकी आनबि | 21 बेबसता नोयले लोक के मय - जोन माहा परभू र बेबसता ले हिन निआय मातर मसीह र बेबसता र अधीन आची - बेबसता हिन असन बनली की बेबसता हिन मनके झिकी आनबी | 22 मय बल नोयला लोक काचे बल नोयला बिता बनली की बल नोयला लोक के झिकी आनबी |मय सबु लोक मन काचे सबु बनली की कोनी ना कोनी निति ले गोटक र बले उधार करायबी | 23 मय ये सबू सुसमाचार काचे करू आंय की दूसरा मन संगे तिकर भागी होयबी बली | 24 काय तोमि ना जानास की पयराबा ने पराऊ तो सबू आत मातर ईनाम गोटक ची नेऊ आय ?तोमि असनी ची पराहा की जीता | 25 सबू पयल बान सबु बाटर संयम करू आय ; हांय तो गोटक मुरझबा मुकुट के पायबा काचे ए सबु करू आय, मातर हामि तो हांय मुकुट काचे करू आंव जोन ना मुरझाये | 26 हांई काचे मय तो असनि निति ले पराऊ आंय, मातर लक्ष ना छाडी, मय बले असनि निति ले मुटका ले लडू आंय, मातर हांतार असन नाई जोन लेहरा के उडायते लडू आय | 27 मातर, मय अपनार गागर के मारू आंय कोटू आंय आवरी आपनार बस ने आनु आंय, असन ना होओ की दूसरा मन के परचार करी आपनी ची कोनी निति ले काई काम इ ना रई |